CONSTITUTION OF INDIA-2019-UPLOAD PDF

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Atal Bihari Vajpayee Indian Institute of Information Technology and Management, Gwalior

2019

डा. जी. नारायण राजू

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Constitution of India Indian Law Governance Political Science

Summary

This document is the Constitution of India as of April 1, 2019. It details the fundamental principles and provisions of the Indian government. Includes information on Articles and sections of the Indian constitution.

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£ÉÉ®iÉ BÉEÉ ºÉÆÉÊ´ÉvÉÉxÉ [1 अप्रैल, 2019 को यथा वद्यमान] The Constitution of India [As on 1st April, 2019] प्राक्कथन भारत के संिवधान का यह सं करण, संस द्वारा समय-समय पर यथा संशोिधत भारत के संिवधान के पाठ को उद्धृत करता है । संस...

£ÉÉ®iÉ BÉEÉ ºÉÆÉÊ´ÉvÉÉxÉ [1 अप्रैल, 2019 को यथा वद्यमान] The Constitution of India [As on 1st April, 2019] प्राक्कथन भारत के संिवधान का यह सं करण, संस द्वारा समय-समय पर यथा संशोिधत भारत के संिवधान के पाठ को उद्धृत करता है । संस द्वारा, संिवधान (एक सौ तीनवां संशोधन) अिधिनयम, 2019 तक और उसको सि मिलत करते हुए, िकए गए सभी संशोधन, इस सं करण म सि मिलत िकए गए है । पाठ के नीचे िदए गए पाद िट पण, संिवधान संशोधन अिधिनयम , िजसके द्वारा ऐसे संशोधन िकए गए है , को उपदिशर्त करता है । संिवधान, ज म-ू क मीर रा य को, अनु छे द 370 और संिवधान (ज म-ू क मीर को लागू होना) आदे श, 1954 म यथा उपबंिधत कुछ अपवाद और उपांतरण के साथ लागू होता है । यह आदे श, िनदश की सुिवधा के िलए पिरिश 1 म सि मिलत िकया गया है । अपवाद और उपांतरण का पुनकर्थन पिरिश 2 म अंतिवर् िकया गया है । संिवधान (एक सौवां संशोधन) अिधिनयम, 2015, भारत सरकार और बांग्ला दे श के म य अिजर्त िकए गए और अंतिरत िकए गए, रा यक्षेत्र के यौरे अंतिवर् करते हुए, पिरिश 5 म सि मिलत िकया गया है । संिवधान (चवालीसवां संशोधन) अिधिनयम, 1978 और संिवधान (अठासीवां संशोधन) अिधिनयम, 2003 से संबंिधत संवैधािनक संशोधन के पाठ को, जो अभी तक प्रव ृ नहीं हुए ह, पाठ म समुिचत थान पर, जहां संभव हो या अ यथा पाद िट पण म, उपबंिधत िकया गया है । डा. जी. नारायण राजू, सिचव, भारत सरकार । नई िद ली ; 1 अप्रैल, 2019 संक्षप े ाक्षर की सूची का0आ0.............................................................. कानूनी आदे श । का0िन0आ0........................................................ कानूनी िनयम और आदे श । प0 ृ................................................................... पृ । सं0................................................................... संख्यांक (न बर) । सं0आ0............................................................... संिवधान आदे श । भारत का संिवधान िवषय सच ू ी उ िे शका अनु छे द पृ भाग 1 संघ और उसका रा यक्षेत्र 1. संघ का नाम और रा यक्षेत्र............................................................ 2 2. नए रा य का प्रवेश या थापना...................................................... 2 [2क. िसिक्कम का संघ के साथ सहयुक्त िकया जाना – िनरिसत ।]….......... 2 3. नए रा य का िनमार्ण और वतर्मान रा य के क्षेत्र , सीमाओं या नाम म पिरवतर्न................................................................................. 2 4. पहली अनुसच ू ी और चौथी अनुसच ू ी के संशोधन तथा अनुपरू क, आनषु ंिगक और पािरणािमक िवषय का उपबंध करने के िलए अनु छे द 2 और अनु छे द 3 के अधीन बनाई गई िविधयां …………………….............. 3 भाग 2 नागिरकता 5. संिवधान के प्रारं भ पर नागिरकता................................................... 4 6. पािक तान से भारत को प्र जन करने वाले कुछ यिक्तय के नागिरकता के अिधकार................................................................. 4 7. पािक तान को प्र जन करने वाले कुछ यिक्तय के नागिरकता के अिधकार...................................................................................... 5 8. भारत के बाहर रहने वाले भारतीय उद्भव के कुछ यिक्तय के नागिरकता के अिधकार.................................................................. 5 9. िवदे शी रा य की नागिरकता वे छा से अिजर्त करने वाले यिक्तय का नागिरक न होना....................................................................... 5 10. नागिरकता के अिधकार का बना रहना............................................ 5 11. संस द्वारा नागिरकता के अिधकार का िविध द्वारा िविनयमन िकया जाना 5 िवषय सूची (ii) अनु छे द पृ भाग 3 मूल अिधकार साधारण 12. पिरभाषा....................................................................................... 6 13. मल ू अिधकार से असंगत या उनका अ पीकरण करने वाली िविधयां…..... 6 समता का अिधकार 14. िविध के समक्ष समता..................................................................... 6 15. धमर्, मल ू वंश, जाित, िलंग या ज म थान के आधार पर िवभेद का प्रितषेध 6 16. लोक िनयोजन के िवषय म अवसर की समता.................................. 7 17. अ प ृ यता का अंत.......................................................................... 8 18. उपािधय का अंत............................................................................ 8 वातं य-अिधकार 19. वाक् - वातं य आिद िवषयक कुछ अिधकार का संरक्षण..................... 8 20. अपराध के िलए दोषिसिद्ध के संबंध म संरक्षण................................. 10 21. प्राण और दै िहक वतंत्रता का संरक्षण................................................ 10 21क. िशक्षा का अिधकार.......................................................................... 10 22. कुछ दशाओं म िगर तारी और िनरोध से संरक्षण............................... 10 शोषण के िव द्ध अिधकार 23. मानव के द ु यार्पार और बला म का प्रितषेध..................................... 11 24. कारखान आिद म बालक के िनयोजन का प्रितषेध............................. 12 धमर् की वतंत्रता का अिधकार 25. अंतःकरण की और धमर् के अबाध प से मानने, आचरण और प्रचार करने की वतंत्रता …………………………………………………………………………………………….. 12 26. धािमर्क काय के प्रबंध की वतंत्रता.................................................. 12 27. िकसी िविश धमर् की अिभविृ द्ध के िलए कर के संदाय के बारे म वतंत्रता...................................................................................... 13 28. कुछ िशक्षा सं थाओं म धािमर्क िशक्षा या धािमर्क उपासना म उपि थत होने के बारे म वतंत्रता.................................................................. 13 िवषय सूची (iii) अनु छे द पृ सं कृित और िशक्षा संबंधी अिधकार 29. अ पसंख्यक-वग के िहत का संरक्षण.............................................. 13 30. िशक्षा सं थाओं की थापना और प्रशासन करने का अ पसंख्यक-वग का अिधकार………………………………………………………………………………………………………….. 13 [31. संपि का अिनवायर् अजर्न – िनरिसत ।].......................................... 14 कुछ िविधय की याविृ 31क. संपदाओं आिद के अजर्न के िलए उपबंध करने वाली िविधय की याविृ......................................................................................... 14 31ख. कुछ अिधिनयम और िविनयम का िविधमा यकरण ………………………………. 15 31ग. कुछ िनदे शक त व को प्रभावी करने वाली िविधय की याविृ …………… 16 [31घ. रा िवरोधी िक्रयाकलाप के संबंध म िविधय की याविृ – िनरिसत ।] 16 सांिवधािनक उपचार का अिधकार 32. इस भाग द्वारा प्रद अिधकार को प्रवितर्त कराने के िलए उपचार …….. 16 [32क. रा य िविधय की सांिवधािनक वैधता पर अनु छे द 32 के अधीन कायर्वािहय म िवचार न िकया जाना – िनरिसत ।] ……………………………. 16 33. इस भाग द्वारा प्रद अिधकार का, बल आिद को लागू होने म, उपांतरण करने की संस की शिक्त.................................................. 17 34. जब िकसी क्षेत्र म सेना िविध प्रव ृ है तब इस भाग द्वारा प्रद अिधकार पर िनबर् धन.................................................................... 17 35. इस भाग के उपबंध को प्रभावी करने के िलए िवधान ……................... 17 भाग 4 रा य की नीित के िनदे शक त व 36. पिरभाषा....................................................................................... 19 37. इस भाग म अंतिवर् त व का लागू होना ……………………....................... 19 38. रा य लोक क याण की अिभविृ द्ध के िलए सामािजक यव था बनाएगा........................................................................................ 19 39. रा य द्वारा अनुसरणीय कुछ नीित त व............................................ 19 39क. समान याय और िनःशु क िविधक सहायता.................................... 20 िवषय सूची (iv) अनु छे द पृ 40. ग्राम पंचायत का संगठन............................................................... 20 41. कुछ दशाओं म काम, िशक्षा और लोक सहायता पाने का अिधकार…….. 20 42. काम की यायसंगत और मानवोिचत दशाओं का तथा प्रसिू त सहायता का उपबंध..................................................................................... 20 43. कमर्कार के िलए िनवार्ह मजदरू ी आिद............................................. 20 43क. उद्योग के प्रबंध म कमर्कार का भाग लेना..................................... 20 43ख. सहकारी सोसाइिटय का संवधर्न...................................................... 20 44. नागिरक के िलए एक समान िसिवल संिहता.................................... 20 45. छह वषर् से कम आयु के बालक के िलए प्रारं िभक बा याव था दे ख-रे ख और िशक्षा का उपबंध 20 46. अनुसिू चत जाितय , अनुसिू चत जनजाितय और अ य दब ु ल र् वग के 21 िशक्षा और अथर् संबध ं ी िहत की अिभविृ द्ध..................................... 47. पोषाहार तर और जीवन तर को ऊंचा करने तथा लोक वा य का 21 सध ु ार करने का रा य का कतर् य.................................................... 48. कृिष और पशुपालन का संगठन....................................................... 21 48क. पयार्वरण का संरक्षण तथा संवधर्न और वन तथा व य जीव की रक्षा……. 21 49. रा ीय मह व के सं मारक , थान और व तुओं का संरक्षण............... 21 50. कायर्पािलका से यायपािलका का पथ ृ ककरण....................................... 21 51. अंतररा ीय शांित और सरु क्षा की अिभविृ द्ध 21 भाग 4क मूल कतर् य 51क. मल ू कतर् य................................................................................... 22 भाग 5 संघ अ याय 1--कायर्पािलका रा पित और उपरा पित 52. भारत का रा पित............................................................................ 23 53. संघ की कायर्पािलका शिक्त................................................................ 23 54. रा पित का िनवार्चन.......................................................................... 23 िवषय सूची (v) अनु छे द पृ 55. रा पित के िनवार्चन की रीित........................................................... 23 56. रा पित की पदाविध......................................................................... 24 57. पन ु िनर्वार्चन के िलए पात्रता................................................................ 24 58. रा पित िनवार्िचत होने के िलए अहर्ताएं............................................. 25 59. रा पित के पद के िलए शत............................................................. 25 60. रा पित द्वारा शपथ या प्रितज्ञान........................................................ 25 61. रा पित पर महािभयोग चलाने की प्रिक्रया.......................................... 26 62. रा पित के पद म िरिक्त को भरने के िलए िनवार्चन करने का समय और आकि मक िरिक्त को भरने के िलए िनवार्िचत यिक्त की पदाविध…. 26 63. भारत का उपरा पित...................................................................... 26 64. उपरा पित का रा य सभा का पदे न सभापित होना......................... 26 65. रा पित के पद म आकि मक िरिक्त के दौरान या उसकी अनुपि थित म उपरा पित का रा पित के प म कायर् करना या उसके कृ य का िनवर्हन........................................................................................... 27 66. उपरा पित का िनवार्चन................................................................. 27 67. उपरा पित की पदाविध..................................................................... 28 68. उपरा पित के पद म िरिक्त को भरने के िलए िनवार्चन करने का समय और आकि मक िरिक्त को भरने के िलए िनवार्िचत यिक्त की पदाविध … 28 69. उपरा पित द्वारा शपथ या प्रितज्ञान.................................................. 28 70. अ य आकि मकताओं म रा पित के कृ य का िनवर्हन................ 29 71. रा पित या उपरा पित के िनवार्चन से संबंिधत या संसक्त िवषय....... 29 72. क्षमा आिद की और कुछ मामल म दं डादे श के िनलंबन, पिरहार या लघूकरण की रा पित की शिक्त......................................................... 29 73. संघ की कायर्पािलका शिक्त का िव तार.............................................. 30 मंित्र-पिरष 74. रा पित को सहायता और सलाह दे ने के िलए मंित्र-पिरष.................. 30 75. मंित्रय के बारे म अ य उपबंध......................................................... 30 भारत का महा यायवादी 76. भारत का महा यायवादी................................................................. 31 िवषय सूची (vi) अनु छे द पृ सरकारी कायर् का संचालन 77. भारत सरकार के कायर् का संचालन................................................... 31 78. रा पित को जानकारी दे ने आिद के संबंध म प्रधान मंत्री के कतर् य 32 अ याय 2--संस साधारण 79. संस का गठन.................................................................................. 32 80. रा य सभा की संरचना...................................................................... 32 81. लोक सभा की संरचना....................................................................... 33 82. प्र येक जनगणना के प ात ् पुनःसमायोजन …………………………………………….. 34 83. संस के सदन की अविध.............................................................. 34 84. संस की सद यता के िलए अहर्ता................................................. 35 85. संस के सत्र, सत्रावसान और िवघटन.............................................. 35 86. सदन म अिभभाषण का और उनको संदेश भेजने का रा पित का अिधकार ……………………………………………………………………………………………………………… 35 87. रा पित का िवशेष अिभभाषण....................................................... 36 88. सदन के बारे म मंित्रय और महा यायवादी के अिधकार 36 संस के अिधकारी 89. रा य सभा का सभापित और उपसभापित........................................ 36 90. उपसभापित का पद िरक्त होना, पद याग और पद से हटाया जाना…... 36 91. सभापित के पद के कतर् य का पालन करने या सभापित के प म कायर् करने की उपसभापित या अ य यिक्त की शिक्त…………………………. 37 92. जब सभापित या उपसभापित को पद से हटाने का कोई संक प 37 िवचाराधीन है तब उसका पीठासीन न होना.................................... 93. लोक सभा का अ यक्ष और उपा यक्ष............................................ 37 94. अ यक्ष और उपा यक्ष का पद िरक्त होना, पद याग और पद से हटाया जाना ……………………………………………………………. 37 95. अ यक्ष के पद के कतर् य का पालन करने या अ यक्ष के प म कायर् करने की उपा यक्ष या अ य यिक्त की शिक्त ……………………… 38 िवषय सूची (vii) अनु छे द पृ 96. जब अ यक्ष या उपा यक्ष को पद से हटाने का कोई संक प िवचाराधीन है तब उसका पीठासीन न होना ………………………………….…….. 38 97. सभापित और उपसभापित तथा अ यक्ष और उपा यक्ष के वेतन और भ े 38 98. संस का सिचवालय..................................................................... 39 कायर् संचालन 99. सद य द्वारा शपथ या प्रितज्ञान ……..……………………………… 39 100. सदन म मतदान, िरिक्तय के होते हुए भी सदन की कायर् करने की शिक्त और गणपिू तर् …………………………………..……………….. 39 सद य की िनरहर्ताएं 101. थान का िरक्त होना.................................................................. 40 102. सद यता के िलए िनरहर्ताएं........................................................... 40 103. सद य की िनरहर्ताओं से संबंिधत प्र पर िविन य ………………. 41 104. अनु छे द 99 के अधीन शपथ लेने या प्रितज्ञान करने से पहले या अिहर्त न होते हुए या िनरिहर्त िकए जाने पर बैठने और मत दे ने के िलए शाि त 41 संस और उसके सद य की शिक्तयां, िवशेषािधकार और उ मिु क्तयां 105. संस के सदन की तथा उनके सद य और सिमितय की शिक्तयां, िवशेषािधकार आिद ……………………………………………………… 41 106. सद य के वेतन और भ े............................................................... 42 िवधायी प्रिक्रया 107. िवधेयक के परु ः थापन और पािरत िकए जाने के संबंध म उपबंध … 42 108. कुछ दशाओं म दोन सदन की संयुक्त बैठक.………….……………… 43 109. धन िवधेयक के संबध ं म िवशेष प्रिक्रया........................................... 44 110. “धन िवधेयक” की पिरभाषा............................................................ 44 111. िवधेयक पर अनुमित.................................................................... 45 िव ीय िवषय के संबंध म प्रिक्रया 112. वािषर्क िव ीय िववरण..................................................................... 46 113. संस म प्राक्कलन के संबंध म प्रिक्रया............................................ 47 114. िविनयोग िवधेयक........................................................................... 47 िवषय सूची (viii) अनु छे द पृ 115. अनुपूरक, अितिरक्त या अिधक अनुदान........................................... 48 116. लेखानुदान, प्र ययानद ु ान और अपवादानद ु ान...................................... 48 117. िव िवधेयक के बारे म िवशेष उपबंध............................................. 49 साधारणतया प्रिक्रया 118. प्रिक्रया के िनयम............................................................................ 49 119. संस म िव ीय कायर् संबंधी प्रिक्रया का िविध द्वारा िविनयमन 50 120. संस म प्रयोग की जाने वाली भाषा................................................. 50 121. संस म चचार् पर िनबर् धन............................................................. 50 122. यायालय द्वारा संस की कायर्वािहय की जांच न िकया जाना ……… 50 अ याय 3--रा पित की िवधायी शिक्तयां 123. संस के िव ांितकाल म अ यादे श प्रख्यािपत करने की रा पित की शिक्त ………………………………………………..…………………. 51 अ याय 4--संघ की यायपािलका 124. उ चतम यायालय की थापना और गठन....................................... 51 124क. रा ीय याियक िनयिु क्त आयोग.................................................... 53 124ख. आयोग के कृ य............................................................................. 54 124ग. िविध बनाने की संस की शिक्त..................................................... 54 125. यायाधीश के वेतन आिद............................................................... 54 126. कायर्कारी मख् ु य यायमिू तर् की िनयुिक्त............................................ 54 127. तदथर् यायाधीश की िनयुिक्त........................................................ 54 128. उ चतम यायालय की बैठक म सेवािनव ृ यायाधीश की उपि थित.. 55 129. उ चतम यायालय का अिभलेख यायालय होना............................... 55 130. उ चतम यायालय का थान........................................................... 55 131. उ चतम यायालय की आरं िभक अिधकािरता …………………............... 55 [131क. के द्रीय िविधय की सांिवधािनक वैधता से संबंिधत प्र के बारे म उ चतम यायालय की अन य अिधकािरता – िनरिसत ।] …………… 56 132. कुछ मामल म उ च यायालय से अपील म उ चतम यायालय की अपीलीय अिधकािरता........................................................................ 56 133. उ च यायालय से िसिवल िवषय से संबंिधत अपील म उ चतम 56 यायालय की अपीलीय अिधकािरता.................................................. 134. दांिडक िवषय म उ चतम यायालय की अपीली अिधकािरता.……….. 57 िवषय सूची (ix) अनु छे द पृ 134क. उ चतम यायालय म अपील के िलए प्रमाणपत्र ……………………………………….. 57 135. िवद्यमान िविध के अधीन फेडरल यायालय की अिधकािरता और शिक्तय का उ चतम यायालय द्वारा प्रयोक्त य होना ………………………… 57 136. अपील के िलए उ चतम यायालय की िवशेष इजाजत ……………………………. 58 137. िनणर्य या आदे श का उ चतम यायालय द्वारा पन ु िवर्लोकन ……….………. 58 138. उ चतम यायालय की अिधकािरता की विृ द्ध..................……………………. 58 139. कुछ िरट िनकालने की शिक्तय का उ चतम यायालय को प्रद िकया जाना.......................................................................................................... 58 139क. कुछ मामल का अंतरण................................................................. 58 140. उ चतम यायालय की आनुषंिगक शिक्तयां...................................... 59 141. उ चतम यायालय द्वारा घोिषत िविध का सभी यायालय पर आबद्धकर होना............................................................................ 59 142. उ चतम यायालय की िडिक्रय और आदे श का प्रवतर्न और प्रकटीकरण आिद के बारे म आदे श.................................................................. 59 143. उ चतम यायालय से परामशर् करने की रा पित की शिक्त.…………. 59 144. िसिवल और याियक प्रािधकािरय द्वारा उ चतम यायालय की सहायता म कायर् िकया जाना........................................................... 59 [144क. िविधय की सांिवधािनक वैधता से संबंिधत प्र के िनपटारे के बारे म 59 िवशेष उपबंध –िनरिसत ।]............................................................... 145. यायालय के िनयम आिद............................................................... 59 146. उ चतम यायालय के अिधकारी और सेवक तथा यय 61 147. िनवर्चन......................................................................................... 61 अ याय 5--भारत का िनयंत्रक-महालेखापरीक्षक 148. भारत का िनयंत्रक-महालेखापरीक्षक................................................... 61 149. िनयंत्रक-महालेखापरीक्षक के कतर् य और शिक्तयां.............................. 62 150. संघ के और रा य के लेखाओं का प्र प............................................ 62 151. संपरीक्षा प्रितवेदन........................................................................... 63 भाग 6 रा य अ याय 1--साधारण 152. पिरभाषा........................................................................................ 64 िवषय सूची (x) अनु छे द पृ अ याय 2--कायर्पािलका रा य पा ल 153. रा य के रा यपाल......................................................................... 64 154. रा य की कायर्पािलका शिक्त........................................................... 64 155. रा यपाल की िनयुिक्त..................................................................... 64 156. रा यपाल की पदाविध..................................................................... 65 157. रा यपाल िनयुक्त होने के िलए अहर्ताएं............................................ 65 158. रा यपाल के पद के िलए शत.......................................................... 65 159. रा यपाल द्वारा शपथ या प्रितज्ञान................................................... 65 160. कुछ आकि मकताओं म रा यपाल के कृ य का िनवर्हन..................... 65 161. क्षमा आिद की और कुछ मामल म दं डादे श के िनलंबन, पिरहार या लघूकरण की रा यपाल की शिक्त.................................................... 66 162. रा य की कायर्पािलका शिक्त का िव तार.......................................... 66 मंित्र-पिरष 163. रा यपाल को सहायता और सलाह दे ने के िलए मंित्र-पिरष ………………….. 66 164. मंित्रय के बारे म अ य उपबंध........................................................ 66 रा य का महािधवक्ता 165. रा य का महािधवक्ता......................................................……………..... 67 सरकारी कायर् का संचालन 166. रा य की सरकार के कायर् का संचालन.............................................. 68 167. रा यपाल को जानकारी दे ने, आिद के संबंध म मख् ु यमंत्री के कतर् य …. 68 अ याय 3--रा य का िवधान-मंडल साधारण 168. रा य के िवधान-मंडल का गठन...................................................... 69 169. रा य म िवधान पिरषद का उ सादन या सज ृ न ……………….……… 69 170. िवधान सभाओं की संरचना............................................................ 69 िवषय सूची (xi) अनु छे द पृ 171. िवधान पिरषद की संरचना.............................................................. 70 172. रा य के िवधान-मंडल की अविध.................................................... 72 173. रा य के िवधान-मंडल की सद यता के िलए अहर्ता.………………...… 72 174. रा य के िवधान-मंडल के सत्र, सत्रावसान और िवघटन.……………… 72 175. सदन या सदन म अिभभाषण का और उनको संदेश भेजने का रा यपाल का अिधकार.……….………………………………………… 73 176. रा यपाल का िवशेष अिभभाषण........................................................ 73 177. सदन के बारे म मंित्रय और महािधवक्ता के अिधकार.……………….. 73 रा य के िवधान-मंडल के अिधकारी 178. िवधान सभा का अ यक्ष और उपा यक्ष............................................. 73 179. अ यक्ष और उपा यक्ष का पद िरक्त होना, पद याग और पद से हटाया जाना.………………….……………………………………………………. 73 180. अ यक्ष के पद के कतर् य का पालन करने या अ यक्ष के प म कायर् करने की उपा यक्ष या अ य यिक्त की शिक्त ……………………….. 74 181. जब अ यक्ष या उपा यक्ष को पद से हटाने का कोई संक प िवचाराधीन है तब उसका पीठासीन न होना ……………………………………….. 74 182. िवधान पिरष का सभापित और उपसभापित..................................... 74 183. सभापित और उपसभापित का पद िरक्त होना, पद याग और पद से हटाया जाना.............................................................................................. 75 184. सभापित के पद के कतर् य का पालन करने या सभापित के प म कायर् करने की उपसभापित या अ य यिक्त की शिक्त...................... 75 185. जब सभापित या उपसभापित को पद से हटाने का कोई संक प िवचाराधीन है तब उसका पीठासीन न होना....................................... 75 186. अ यक्ष और उपा यक्ष तथा सभापित और उपसभापित के वेतन और भ े.. 76 187. रा य के िवधान-मंडल का सिचवालय.................................................. 76 कायर् संचालन 188. सद य द्वारा शपथ या प्रितज्ञान....................................................... 76 189. सदन म मतदान, िरिक्तय के होते हुए भी सदन की कायर् करने की शिक्त और गणपूितर्........................................................................ 76 सद य की िनरहर्ताएं 190. थान का िरक्त होना....................................................................... 77 िवषय सूची (xii) अनु छे द पृ 191. सद यता के िलए िनरहर्ताएं.............................................................. 78 192. सद य की िनरहर्ताओं से संबंिधत प्र पर िविन य....................... 78 193. अनु छे द 188 के अधीन शपथ लेने या प्रितज्ञान करने से पहले या अिहर्त न होते हुए या िनरिहर्त िकए जाने पर बैठने और मत दे ने के िलए शाि त..................................................................................... 79 रा य के िवधान-मंडल और उनके सद य की शिक्तयां, िवशेषािधकार और उ मिु क्तयां 194. िवधान-मंडल के सदन की तथा उनके सद य और सिमितय की शिक्तयां, िवशेषािधकार, आिद............................................................ 79 195. सद य के वेतन और भ े................................................................. 79 िवधायी प्रिक्रया 196. िवधेयक के परु ः थापन और पािरत िकए जाने के संबध ं म उपबंध....... 80 197. धन िवधेयक से िभ न िवधेयक के बारे म िवधान पिरष की शिक्तय पर िनबर्ंधन................................................................................... 80 198. धन िवधेयक के संबध ं म िवशेष प्रिक्रया............................................. 81 199. “धन िवधेयक” की पिरभाषा............................................................... 81 200. िवधे यक पर अनुमित..................................................................... 82 201. िवचार के िलए आरिक्षत िवधेयक....................................................... 83 िव ीय िवषय के संबंध म प्रिक्रया 202. वािषर्क िव ीय िववरण...................................................................... 83 203. िवधान-मंडल म प्राक्कलन के संबंध म प्रिक्रया ………………………. 84 204. िविनयोग िवधेयक.......................................................................... 84 205. अनुपूरक, अितिरक्त या अिधक अनुदान............................................ 85 206. लेखानुदान, प्र ययानद ु ान और अपवादानद ु ान...................................... 86 207. िव िवधेयक के बारे म िवशेष उपबंध............................................. 86 साधारणतया प्रिक्रया 208. प्रिक्रया के िनयम........................................................................... 87 209. रा य के िवधान-मंडल म िव ीय कायर् संबंधी प्रिक्रया का िविध द्वारा िविनयमन..................................................................................... 87 िवषय सूची (xiii) अनु छे द पृ 210. िवधान-मंडल म प्रयोग की जाने वाली भाषा....................................... 87 211. िवधान-मंडल म चचार् पर िनबर्ंधन..................................................... 88 212. यायालय द्वारा िवधान-मंडल की कायर्वािहय की जांच न िकया जाना…. 88 अ याय 4--रा यपाल की िवधायी शिक्त 213. िवधान-मंडल के िव ांितकाल म अ यादे श प्रख्यािपत करने की रा यपाल की शिक्त...................................................................................... 88 अ याय 5--रा य के उ च यायालय 214. रा य के िलए उ च यायालय......................................................... 89 215. उ च यायालय का अिभलेख यायालय होना.................................... 90 216. उ च यायालय का गठन............................................................... 90 217. उ च यायालय के यायाधीश की िनयुिक्त और उसके पद की शत ….. 90 218. उ चतम यायालय से संबंिधत कुछ उपबंध का उ च यायालय को लागू होना...................................................................................... 91 219. उ च यायालय के यायाधीश द्वारा शपथ या प्रितज्ञान…................... 91 220. थायी यायाधीश रहने के प ात ् िविध- यवसाय पर िनबर्ंधन. 92 221. यायाधीश के वेतन आिद............................................................... 92 222. िकसी यायाधीश का एक उ च यायालय से दस ू रे उ च यायालय को अंतरण......................................................................................... 92 223. कायर्कारी मख् ु य यायमिू तर् की िनयुिक्त............................................ 92 224. अपर और कायर्कारी यायाधीश की िनयुिक्त..................................... 93 224क. उ च यायालय की बैठक म सेवािनव ृ यायाधीश की िनयुिक्त ……. 93 225. िवद्यमान उ च यायालय की अिधकािरता......................................... 94 226. कुछ िरट िनकालने की उ च यायालय की शिक्त.............................. 94 [226क. अनु छे द 226 के अधीन कायर्वािहय म के द्रीय िविधय की सांिवधािनक वैधता पर िवचार न िकया जाना – िनरिसत ।]................................... 95 227. सभी यायालय के अधीक्षण की उ च यायालय की शिक्त................ 95 228. कुछ मामल का उ च यायालय को अंतरण...................................... 96 [228क. रा य िविधय की सांिवधािनक वैधता से संबंिधत प्र के िनपटारे के 96 बारे म िवशेष उपबंध – िनरिसत ।]................................................... िवषय सूची (xiv) अनु छे द पृ 229. उ च यायालय के अिधकारी और सेवक तथा यय........................... 96 230. उ च यायालय की अिधकािरता का संघ रा यक्षेत्र पर िव तार………. 97 231. दो या अिधक रा य के िलए एक ही उ च यायालय की थापना ….. 97 अ याय 6--अधीन थ यायालय 233. िजला यायाधीश की िनयुिक्त.......................................................... 98 233क. कुछ िजला यायाधीश की िनयुिक्तय का और उनके द्वारा िकए गए िनणर्य आिद का िविधमा यकरण..................................................... 98 234. याियक सेवा म िजला यायाधीश से िभ न यिक्तय की भतीर्........ 99 235. अधीन थ यायालय पर िनयंत्रण..................................................... 99 236. िनवर्चन..................................................................................………. 99 237. कुछ वगर् या वग के मिज ट्रे ट पर इस अ याय के उपबंध का लागू 99 होना............................................................................................... भाग 7 पहली अनुसच ू ी के भाग ख के रा य [238. पहली अनुसच ू ी के भाग ख के रा य – िनरिसत ।]............................. 100 भाग 8 संघ रा यक्षेत्र 239. संघ रा यक्षेत्र का प्रशासन.............................................................. 101 239क. कुछ संघ रा यक्षेत्र के िलए थानीय िवधान-मंडल या मंित्र-पिरषद का या दोन का सजृ न.......................................................................... 101 239कक. िद ली के संबंध म िवशेष उपबंध...................................................... 101 239कख. सांिवधािनक तंत्र के िवफल हो जाने की दशा म उपबंध...................... 103 239ख. िवधान-मंडल के िव ांितकाल म अ यादे श प्रख्यािपत करने की प्रशासक की शिक्त....................................................................................... 104 240. कुछ संघ रा यक्षेत्र के िलए िविनयम बनाने की रा पित की शिक्त……. 105 241. संघ रा यक्षेत्र के िलए उ च यायालय............................................ 105 [242. कोड़गू – िनरिसत ।]........................................................................ 106 भाग 9 पंचायत 243. पिरभाषाएं..................................................................................... 107 िवषय सूची (xv) अनु छे द पृ 243क. ग्राम सभा..................................................................................... 107 243ख. पंचायत का गठन......................................................................... 107 243ग. पंचायत की संरचना....................................................................... 107 243घ. थान का आरक्षण........................................................................ 108 243ङ. पंचायत की अविध, आिद.............................................................. 110 243च. सद यता के िलए िनरहर्ताएं............................................................ 110 243छ. पंचायत की शिक्तयां, प्रािधकार और उ रदािय व.............................. 111 243ज. पंचायत द्वारा कर अिधरोिपत करने की शिक्तयां और उनकी िनिधयां…. 111 243झ. िव ीय ि थित के पन ु िवर्लोकन के िलए िव आयोग का गठन ………………. 111 243ञ. पंचायत के लेखाओं की संपरीक्षा...................................................... 112 243ट. पंचायत के िलए िनवार्चन............................................................... 112 243ठ. संघ रा यक्षेत्र को लागू होना........................................................... 113 243ड. इस भाग का कितपय क्षेत्र को लागू न होना..................................... 113 243ढ. िवद्यमान िविधय और पंचायत का बना रहना................................. 114 243ण. िनवार्चन संबंधी मामल म यायालय के ह तक्षेप का वजर्न…………........ 114 भाग 9क नगरपािलकाएं 243त. पिरभाषाएं..................................................................................... 115 243थ. नगरपािलकाओं का गठन................................................................ 115 243द. नगरपािलकाओं की संरचना.............................................................. 116 243ध. वाडर् सिमितय , आिद का गठन और संरचना..................................... 117 243न. थान का आरक्षण........................................................................ 117 243प. नगरपािलकाओं की अविध, आिद..................................................... 118 243फ. सद यता के िलए िनरहर्ताएं............................................................ 119 243ब. नगरपािलकाओं, आिद की शिक्तयां, प्रािधकार और उ रदािय व........... 119 243भ. नगरपािलकाओं द्वारा कर अिधरोिपत करने की शिक्त और उनकी िनिधयां........................................................................................ 119 243म. िव आयोग.................................................................................... 120 िवषय सूची (xvi) अनु छे द पृ 243य. नगरपािलकाओं के लेखाओं की संपरीक्षा............................................. 120 243यक. नगरपािलकाओं के िलए िनवार्चन...................................................... 120 243यख. संघ रा यक्षेत्र को लागू होना........................................................... 121 243यग. इस भाग का कितपय क्षेत्र को लागू न होना..................................... 121 243यघ. िजला योजना के िलए सिमित.......................................................... 121 243यङ. महानगर योजना के िलए सिमित....................................................... 122 243यच. िवद्यमान िविधय और नगरपािलकाओं का बना रहना........................ 123 243यछ. िनवार्चन संबंधी मामल म यायालय के ह तक्षेप का वजर्न............... 124 भाग 9ख सहकारी सोसाइिटयां 243यज. पिरभाषाएं......................................................................................... 125 243यझ. सहकारी सोसाइिटय का िनगमन......................................................... 125 243यञ. बोडर् के सद य और उसके पदािधकािरय की संख्या और पदाविध ……….... 126 243यट. बोडर् के सद य का िनवार्चन............................................................... 127 243यठ. बोडर् का अिधक्रमण और िनलंबन तथा अ तिरम प्रबंध …………………............. 127 243यड. सहकारी सोसाइिटय के लेखाओं की संपरीक्षा......................................... 128 243यढ. साधारण िनकाय की बैठक संयोिजत करना........................................... 128 243यण. सच ू ना प्रा करने का सद य का अिधकार.......................................... 129 243यत. िववरिणयां........................................................................................ 129 243यथ. अपराध और शाि तयां....................................................................... 129 243यद. बहुरा य सहकारी सोसाइिटय को लागू होना......................................... 130 243यध. संघ रा यक्षेत्र को लागू होना.............................................................. 130 243यन. िवद्यमान िविधय का जारी रहना........................................................ 130 भाग 10 अनुसूिचत और जनजाित क्षेत्र 244. अनस ु िू चत क्षेत्र और जनजाित क्षेत्र का प्रशासन................................... 131 244क. असम के कुछ जनजाित क्षेत्र को समािव करने वाला एक वशासी रा य बनाना और उसके िलए थानीय िवधान-मंडल या मंित्र-पिरष का या दोन का सज ृ न............................................................................ 131 िवषय सूची (xvii) अनु छे द पृ भाग 11 संघ और रा य के बीच संबंध अ याय 1--िवधायी संबंध िवधायी शिक्तय का िवतरण 245. संस द्वारा और रा य के िवधान-मंडल द्वारा बनाई गई िविधय का िव तार............................................................................................. 133 246. संस द्वारा और रा य के िवधान-मंडल द्वारा बनाई गई िविधय की िवषय- 133 व तु........................................................................................ 246क. माल और सेवा कर के संबंध म िवशेष उपबंध....................................... 134 247. कुछ अितिरक्त यायालय की थापना का उपबंध करने की संस की शिक्त............................................................................................... 134 248. अविश िवधायी शिक्तयां................................................................. 134 249. रा य सच ू ी म के िवषय के संबध ं म रा ीय िहत म िविध बनाने की संस की शिक्त......................................................................................... 134 250. यिद आपात की उद्घोषणा प्रवतर्न म हो तो रा य सच ू ी म के िवषय के संबंध म िविध बनाने की संस की शिक्त......................................…….. 135 251. संस द्वारा अनु छे द 249 और अनु छे द 250 के अधीन बनाई गई िविधय और रा य के िवधान-मंडल द्वारा बनाई गई िविधय म असंगित.. 135 252. दो या अिधक रा य के िलए उनकी सहमित से िविध बनाने की संस की शिक्त और ऐसी िविध का िकसी अ य रा य द्वारा अंगीकार िकया जाना… 136 253. अंतररा ीय करार को प्रभावी करने के िलए िवधान............................. 136 254. संस द्वारा बनाई गई िविधय और रा य के िवधान-मंडल द्वारा बनाई गई िविधय म असंगित..................................................................... 136 255. िसफािरश और पव ू र् मंजरू ी के बारे म अपेक्षाओं को केवल प्रिक्रया के िवषय मानना................................................................................................ 137 अ याय 2--प्रशासिनक संबंध साधारण 256. रा य की और संघ की बा यता.......................................................... 137 257. कुछ दशाओं म रा य पर संघ का िनयंत्रण.......................................... 137 [257क. संघ के सश बल या अ य बल के अिभिनयोजन द्वारा रा य की 138 सहायता – िनरिसत ।]........................................................................ 258. कुछ दशाओं म रा य को शिक्त प्रदान करने आिद की संघ की शिक्त…... 138 िवषय सूची (xviii) अनु छे द पृ 258क. संघ को कृ य स पने की रा य की शिक्त.............................................. 139 [259. पहली अनुसचू ी के भाग ख के रा य के सश बल – िनरिसत ।]………….. 139 260. भारत के बाहर के रा यक्षेत्र के संबंध म संघ की अिधकािरता................ 139 261. सावर्जिनक कायर्, अिभलेख और याियक कायर्वािहयां............................. 139 जल संबंधी िववाद 262. अंतरराि यक निदय या नदी-दन ू के जल संबंधी िववाद का यायिनणर्यन… 139 रा य के बीच सम वय 263. अंतर-रा य पिरष के संबंध म उपबंध................................................... 140 भाग 12 िव , संपि , संिवदाएं और वाद अ याय 1--िव साधारण 264. िनवर्चन............................................................................................ 141 265. िविध के प्रािधकार के िबना कर का अिधरोपण न िकया जाना................ 141 266. भारत और रा य की संिचत िनिधयां और लोक लेखे............................. 141 267. आकि मकता िनिध............................................................................ 141 संघ और रा य के बीच राज व का िवतरण 268. संघ द्वारा उद्गहीत ृ िकए जाने वाले िकं तु रा य द्वारा संगह ृ ीत और िविनयोिजत िकए जाने वाले शु क.................................................... 142 [268क. संघ द्वारा उदगह ृ ीत िकए जाने वाला और संघ तथा रा य द्वारा संगहृ ीत और िविनयोिजत िकया जाने वाला सेवा-कर -- िनरिसत ].................... 269. संघ द्वारा उद्गहीत ृ और संगह ृ ीत िकं तु रा य को स पे जाने वाले कर...... 142 269क. अ तरराि यक यापार या वािण य के अनक्र ु म म माल और सेवा कर का उ ग्रहण और संग्रहण........................................................................ 143 270. उद्गहीत ृ कर और उनका संघ तथा रा य के बीच िवतरण...................... 144 271. कुछ शु क और कर पर संघ के प्रयोजन के िलए अिधभार.................. 145 [272. कर जो संघ द्वारा उद्गहीत ृ और संगह ृ ीत िकए जाते ह तथा जो संघ और रा य के बीच िवतिरत िकए जा सकगे – िनरिसत ।].............................. 145 273. जट ू पर और जट ू उ पाद पर िनयार्त शु क के थान पर अनद ु ान........ 145 274. ऐसे कराधान पर िजसम रा य िहतबद्ध है , प्रभाव डालने वाले िवधेयक के िलए रा पित की पव ू र् िसफािरश की अपेक्षा.......................................... 145 िवषय सूची (xix) अनु छे द पृ 275. कुछ रा य को संघ से अनुदान........................................................... 146 276. विृ य , यापार , आजीिवकाओं और िनयोजन पर कर........................... 147 277. याविृ............................................................................................. 147 [278. कुछ िव ीय िवषय के संबंध म पहली अनुसच ू ी के भाग ख के रा य से करार – िनरिसत ।]............................................................................ 148 279. “शुद्ध आगम” आिद की गणना.......................................................... 148 279क. माल और सेवा कर पिरष.................................................................. 148 280. िव आयोग...................................................................................... 150 281. िव आयोग की िसफािरश................................................................... 151 प्रकीणर् िव ीय उपबंध 282. संघ या रा य द्वारा अपने राज व से िकए जाने वाले यय.................... 151 283. संिचत िनिधय , आकि मकता िनिधय और लोक लेखाओं म जमा धनरािशय की अिभरक्षा आिद............................................................. 151 284. लोक सेवक और यायालय द्वारा प्रा वादकतार्ओं की जमा रािशय और अ य धनरािशय की अिभरक्षा............................................................. 152 285. संघ की संपि को रा य के कराधान से छूट......................................... 152 286. माल के क्रय या िवक्रय पर कर के अिधरोपण के बारे म िनबर्ंधन............ 152 287. िवद्युत पर कर से छूट...................................................................... 153 288. जल या िवद्युत के संबंध म रा य द्वारा कराधान से कुछ दशाओं म छूट.. 154 289. रा य की संपि और आय को संघ के कराधान से छूट......................... 154 290. कुछ यय और पशन के संबंध म समायोजन...................................... 155 290क. कुछ दे व वम ् िनिधय को वािषर्क संदाय............................................... 155 [291. शासक की िनजी थैली की रािश – िनरिसत ।]...................................... 155 अ याय 2--उधार लेना 292. भारत सरकार द्वारा उधार लेना........................................................... 155 293. रा य द्वारा उधार लेना..................................................................... 155 िवषय सूची (xx) अनु छे द पृ अ याय 3--संपि , संिवदाएं, अिधकार, दािय व, बा यताएं और वाद 294. कुछ दशाओं म संपि , आि तय , अिधकार , दािय व और बा यताओं का उ रािधकार....................................................................................... 156 295. अ य दशाओं म संपि , आि तय , अिधकार , दािय व और बा यताओं का 156 उ रािधकार....................................................................................... 296. राजगामी या यपगत या वामीिवहीन होने से प्रोद्भत ू संपि................. 157 297. रा यक्षेत्रीय सागर-खंड या महाद्वीपीय मग्नतट भिू म म ि थत मू यवान चीज और अन य आिथर्क क्षेत्र के संपि ोत का संघ म िनिहत होना……. 157 298. यापार करने आिद की शिक्त............................................................. 158 299. संिवदाएं............................................................................................ 158 300. वाद और कायर्वािहयां.......................................................................... 158 अ याय 4--संपि का अिधकार 300क. िविध के प्रािधकार के िबना यिक्तय को संपि से वंिचत न िकया जाना…. 159 भाग 13 भारत के रा यक्षेत्र के भीतर यापार, वािण य और समागम 301. यापार, वािण य और समागम की वतंत्रता......................................... 160 302. यापार, वािण य और समागम पर िनबर्ंधन अिधरोिपत करने की संस की शिक्त........................................................................................ 160 303. यापार और वािण य के संबंध म संघ और रा य की िवधायी शिक्तय पर िनबर्ंधन....................................................................................... 160 304. रा य के बीच यापार, वािण य और समागम पर िनबर्ंधन................... 160 305. िवद्यमान िविधय और रा य के एकािधकार का उपबंध करने वाली िविधय की याविृ............................................................................ 161 [306. पहली अनस ु च ू ी के भाग ख के कुछ रा य की यापार और वािण य पर 161 िनबर्ंधन के अिधरोपण की शिक्त – िनरिसत ।]..................................... 307. अनु छे द 301 से अनु छे द 304 के प्रयोजन को कायार्ि वत करने के िलए प्रािधकारी की िनयुिक्त....................................................................... 161 भाग 14 संघ और रा य के अधीन सेवाएं अ याय 1--सेवाएं 308. िनवर्चन............................................................................................ 162 िवषय सूची (xxi) अनु छे द पृ 309. संघ या रा य की सेवा करने वाले यिक्तय की भतीर् और सेवा की शत..... 162 310. संघ या रा य की सेव?

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