तूने भी ओढ़ लिया रंग-ए-जमाना आखिर। तुझको तो मैंने ज़माने से जुदा जाना था... तूने भी ओढ़ लिया रंग-ए-जमाना आखिर। तुझको तो मैंने ज़माने से जुदा जाना था...
Understand the Problem
यह प्रश्न कुछ पंक्तियों का उद्धरण है, जिसमें एक व्यक्ति के अनुभव का उल्लेख किया गया है। यह किसी खास जानकारी या विषय का प्रश्न नहीं लगता।
Answer
यह शेर एक व्यक्ति के बदल जाने पर है।
यह शेर एहसास व्यक्त करता है कि जिस व्यक्ति को विशेष समझा गया था, उसने भी आम लोगों की तरह व्यवहार करना शुरू कर दिया।
Answer for screen readers
यह शेर एहसास व्यक्त करता है कि जिस व्यक्ति को विशेष समझा गया था, उसने भी आम लोगों की तरह व्यवहार करना शुरू कर दिया।
More Information
यह शेर बदलते समाज और व्यक्तिगत प्राथमिकताओं पर दृष्टिपात करता है।
Tips
बदलाव के अर्थ को समझने में त्रुटि न करें।
Sources
- तूने भी ओढ़ लिया रंग ए जमाना आखिर.... - instagram.com
- Bazme Meer O Ghalib | तूने भी ओढ़ लिया रंग ए ज़माना.. - Facebook - facebook.com
- तूने भी ओढ़ लिया रंग-ए-ज़माना आखिर, तुझको तो हमने ज़माने से जुदा जाना था - instagram.com
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