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Questions and Answers
यदि निम्नलिखित कथन सत्य हैं: 'सभी बिल्लियाँ स्तनधारी हैं; मिस्सी बिल्ली है।' तो, डिडक्टिव रीजनिंग का उपयोग करके कौन सा निष्कर्ष निश्चित रूप से सत्य है?
यदि निम्नलिखित कथन सत्य हैं: 'सभी बिल्लियाँ स्तनधारी हैं; मिस्सी बिल्ली है।' तो, डिडक्टिव रीजनिंग का उपयोग करके कौन सा निष्कर्ष निश्चित रूप से सत्य है?
- मिस्सी एक स्तनधारी है। (correct)
- मिस्सी उड़ सकती है।
- मिस्सी एक सरीसृप है।
- मिस्सी एक कुत्ता है।
निम्नलिखित में से कौन सा डिडक्टिव रीजनिंग की विशेषता नहीं है?
निम्नलिखित में से कौन सा डिडक्टिव रीजनिंग की विशेषता नहीं है?
- निश्चितता: यदि आधार वाक्य सत्य हैं, तो निष्कर्ष भी सत्य होना सुनिश्चित है।
- सामान्य से विशिष्ट: सामान्य कथनों से विशिष्ट निष्कर्षों की ओर बढ़ना।
- संभावना: निष्कर्ष की सत्यता आंशिक रूप से आधार वाक्यों पर निर्भर करती है। (correct)
- विशिष्टता: निष्कर्ष विशिष्ट होते हैं और आधार वाक्यों से सीधे निकलते हैं।
एक युक्ति जिसमें दो आधार वाक्य और एक निष्कर्ष होता है, उसे क्या कहा जाता है?
एक युक्ति जिसमें दो आधार वाक्य और एक निष्कर्ष होता है, उसे क्या कहा जाता है?
- अनुमान।
- शर्तयुक्त युक्ति।
- न्यायवाक्य। (correct)
- वियोगात्मक युक्ति।
निम्नलिखित में से कौन सा 'Modus Ponens' का सही उदाहरण है?
निम्नलिखित में से कौन सा 'Modus Ponens' का सही उदाहरण है?
तर्क की वैधता का क्या अर्थ है?
तर्क की वैधता का क्या अर्थ है?
निम्नलिखित में से कौन सा कथन डिडक्टिव रीजनिंग की 'साउंडनेस' का सबसे अच्छा वर्णन करता है?
निम्नलिखित में से कौन सा कथन डिडक्टिव रीजनिंग की 'साउंडनेस' का सबसे अच्छा वर्णन करता है?
निम्नलिखित में से कौन सा डिडक्टिव रीजनिंग में एक सामान्य त्रुटि है?
निम्नलिखित में से कौन सा डिडक्टिव रीजनिंग में एक सामान्य त्रुटि है?
निम्नलिखित में से कौन सा डिडक्टिव रीजनिंग का उदाहरण है?
निम्नलिखित में से कौन सा डिडक्टिव रीजनिंग का उदाहरण है?
निम्नलिखित में से कौन सी वैध डिडक्टिव वैधता का उदाहरण है लेकिन साउंड नहीं है?
निम्नलिखित में से कौन सी वैध डिडक्टिव वैधता का उदाहरण है लेकिन साउंड नहीं है?
कथन पर विचार करें: 'यदि मैं पढ़ता हूँ, तो मैं पास हो जाऊँगा।' यदि मैं पास नहीं होता हूँ, तो डिडक्टिव रीजनिंग के अनुसार आप क्या निष्कर्ष निकाल सकते हैं?
कथन पर विचार करें: 'यदि मैं पढ़ता हूँ, तो मैं पास हो जाऊँगा।' यदि मैं पास नहीं होता हूँ, तो डिडक्टिव रीजनिंग के अनुसार आप क्या निष्कर्ष निकाल सकते हैं?
Flashcards
तर्क क्या है?
तर्क क्या है?
तर्क एक तरह की संज्ञानात्मक प्रक्रिया है जिसमें निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए जानकारी का उपयोग किया जाता है।
निगमन तर्क क्या है?
निगमन तर्क क्या है?
निगमन तर्क एक प्रकार का तार्किक तर्क है जो सामान्य कथनों (आधार) से शुरू होता है और एक विशिष्ट निष्कर्ष की ओर बढ़ता है।
आधार क्या हैं?
आधार क्या हैं?
ये प्रारंभिक कथन या धारणाएँ हैं जिन्हें सत्य माना जाता है।
निष्कर्ष क्या है?
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न्यायवाक्य क्या है?
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मोडस पोनेन्स क्या है?
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परिणामी की पुष्टि करना क्या है?
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वैधता क्या है?
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पुष्टता क्या है?
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कानूनी तर्क क्या है?
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Study Notes
तर्क (Reasoning)
- तर्क एक संज्ञानात्मक प्रक्रिया है जिसमें निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए जानकारी का उपयोग किया जाता है।
- इसमें तथ्यों या आधार वाक्यों के एक समूह से अनुमान, निर्णय या निष्कर्ष निकालना शामिल है।
- तर्क मानव अनुभूति का एक मौलिक पहलू है, जो समस्या-समाधान, निर्णय लेने और दुनिया को समझने में सक्षम बनाता है।
निगमनात्मक तर्क (Deductive Reasoning)
- निगमनात्मक तर्क एक प्रकार का तार्किक तर्क है जो सामान्य कथनों (आधार वाक्य) से शुरू होता है और एक विशिष्ट निष्कर्ष की ओर बढ़ता है।
- यदि आधार वाक्य सत्य हैं, तो निष्कर्ष सत्य होना चाहिए।
- यह एक टॉप-डाउन दृष्टिकोण है जहाँ निष्कर्ष की गारंटी होती है यदि आधार वाक्य सत्य हैं।
- निगमनात्मक तर्क वैध निष्कर्ष निकालने के लिए तार्किक नियमों और सिद्धांतों पर निर्भर करता है।
निगमनात्मक तर्क की मुख्य विशेषताएं
- निश्चितता: यदि आधार वाक्य सत्य हैं, तो निष्कर्ष की गारंटी है कि वह सत्य होगा।
- वैधता: निगमनात्मक तर्क या तो वैध या अमान्य होते हैं; वैधता तर्क के रूप पर निर्भर करती है, न कि आधार वाक्यों की सच्चाई पर।
- विशिष्टता: निष्कर्ष विशिष्ट होते हैं और सीधे आधार वाक्यों से प्राप्त होते हैं।
- सामान्य से विशिष्ट: सामान्य कथनों से विशिष्ट निष्कर्षों की ओर बढ़ता है।
- इसमें तार्किक अनुमान और नियमों का अनुप्रयोग शामिल है।
निगमनात्मक तर्क के घटक
- आधार वाक्य: ये प्रारंभिक कथन या धारणाएँ हैं जिन्हें सत्य माना जाता है।
- निष्कर्ष का समर्थन करने के लिए पर्याप्त प्रमाण प्रदान करना चाहिए।
- निष्कर्ष: यह वह कथन है जो आधार वाक्यों से प्राप्त होने का दावा किया जाता है।
- अनुमान: यह स्थापित अनुमान नियमों के आधार पर आधार वाक्यों से निष्कर्ष तक जाने की तार्किक प्रक्रिया है।
निगमनात्मक तर्कों के प्रकार
- न्यायवाक्य (Syllogism): न्यायवाक्य एक प्रकार का निगमनात्मक तर्क है जिसमें दो आधार वाक्य और एक निष्कर्ष होता है।
- श्रेणीबद्ध न्यायवाक्य (Categorical Syllogism): इसमें श्रेणियों या वर्गों के बारे में कथन शामिल हैं।
- उदाहरण: "सभी मनुष्य नश्वर हैं; सुकरात एक मनुष्य है; इसलिए, सुकरात नश्वर है।"
- सशर्त न्यायवाक्य (Conditional Syllogism): इसमें सशर्त कथन (यदि-तो कथन) शामिल हैं।
- उदाहरण: "यदि बारिश हो रही है, तो जमीन गीली है; बारिश हो रही है; इसलिए, जमीन गीली है।"
- वियोगात्मक न्यायवाक्य (Disjunctive Syllogism): इसमें वियोगात्मक कथन (या-या कथन) शामिल हैं।
- उदाहरण: "या तो किताब मेज पर है, या वह शेल्फ पर है; किताब मेज पर नहीं है; इसलिए, वह शेल्फ पर है।"
अनुमान के नियम
- Modus Ponens: यदि P, तो Q; P; इसलिए, Q
- Modus Tollens: यदि P, तो Q; Q नहीं; इसलिए, P नहीं
- काल्पनिक न्यायवाक्य (Hypothetical Syllogism): यदि P, तो Q; यदि Q, तो R; इसलिए, यदि P, तो R
- वियोगात्मक न्यायवाक्य (Disjunctive Syllogism): P या Q; P नहीं; इसलिए, Q
वैधता बनाम सुदृढ़ता (Validity vs. Soundness)
- वैधता: तर्क की तार्किक संरचना को संदर्भित करती है।
- एक तर्क वैध होता है यदि निष्कर्ष आधार वाक्यों से तार्किक रूप से निकलता है, भले ही आधार वाक्य सत्य हों या नहीं।
- सुदृढ़ता: तर्क की वैधता और आधार वाक्यों की सच्चाई दोनों को संदर्भित करती है।
- एक निगमनात्मक तर्क सुदृढ़ होता है यदि वह वैध है और उसके सभी आधार वाक्य सत्य हैं।
निगमनात्मक तर्क में सामान्य त्रुटियाँ
- परिणाम की पुष्टि करना (Affirming the Consequent): यदि P, तो Q; Q; इसलिए, P (अमान्य)
- पूर्ववर्ती का खंडन करना (Denying the Antecedent): यदि P, तो Q; P नहीं; इसलिए, Q नहीं (अमान्य)
- उभयर्थता (Equivocation): एक ही तर्क के भीतर एक शब्द या वाक्यांश का उपयोग विभिन्न अर्थों में करना।
- झूठी दुविधा (False Dilemma): किसी स्थिति को केवल दो विकल्पों के रूप में प्रस्तुत करना जबकि अधिक मौजूद हैं।
निगमनात्मक तर्क के उदाहरण
- कानूनी तर्क (Legal Reasoning): वकील विशिष्ट मामलों में कानूनों को लागू करने के लिए निगमनात्मक तर्क का उपयोग करते हैं, कानूनी सिद्धांतों को आधार वाक्यों के रूप में और मामले के तथ्यों को निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए उपयोग करते हैं।
- गणितीय प्रमाण (Mathematical Proofs): गणितज्ञ प्रमेयों को सिद्ध करने के लिए निगमनात्मक तर्क का उपयोग करते हैं, स्वयंसिद्धों से शुरू करते हैं और निष्कर्ष निकालने के लिए तार्किक नियमों का उपयोग करते हैं।
- वैज्ञानिक सिद्धांत (Scientific Theories): वैज्ञानिक सिद्धांतों के आधार पर भविष्यवाणियां करने और प्रयोगों के माध्यम से इन भविष्यवाणियों का परीक्षण करने के लिए निगमनात्मक तर्क का उपयोग करते हैं।
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