5 Questions
महाराज कृष्णदेव हर साल कहां डेरा डालते थे?
ठंड के मौसम में नगर के बाहर
महाराज ने एक सुहानी शाम में क्या विचार किया?
शिकार पर जाने का विचार
महाराज का हिरण के पीछा करने पर क्या हुआ?
तेनालीराम की आवाज से महाराज का ध्यान भंग हो गया और उनका निशाना चूक गया
महाराज ने तेनालीराम से क्या पूछा?
क्या उसे पहले से पता था कि वहां कंटीली झाड़ियां हैं।
महाराज ने तेनालीराम की क्या प्रसंशा की?
बुद्धि और सूझबूझ की
Study Notes
महाराज कृष्णदेव और तेनालीराम की कहानी
- महाराज कृष्णदेव हर साल ठंड के मौसम में नगर के बाहर डेरा डाला करते थे और गीत-संगीत की महफिलें सजती थीं।
- एक दिन महाराज ने शिकार पर जाने का विचार आया और दरबारियों से तैयारियां शुरू करवाईं।
- महाराज ने तेनालीराम से कहा कि वह शिकार पर साथ चलने को कहा लेकिन एक दरबारी ने कहा कि तेनालीराम की उम्र हो चली है और अब वह शिकार पर जाएंगे तो जल्दी ही थक जाएंगे।
शिकार की घटना
- महाराज का काफिला जंगल के बीच पहुंच गया और हिरण दिखाई दिया।
- महाराज ने हिरण पर निशाना साधने के लिए तीर कमान पर चढ़ाया लेकिन हिरण वहां से भागने लगा और महाराज उसका पीछा करने लगे।
- तेनालीराम ने पीछे से महाराज को रुकने के लिए आवाज दी।
- महाराज का निशाना चूक गया और हिरण के झाड़ियों में जाते ही महाराज ने पलटकर गुस्से से तेनालीराम को देखा।
तेनालीराम की सूझबूझ
- तेनालीराम ने एक सैनिक को पेड़ पर चढ़कर झाड़ियों के उस पार देखने को कहा।
- सैनिक ने देखा कि हिरण कंटीली झाड़ियों में फंसा हुआ है और बुरी तरह से लहूलुहान है।
- महाराज को पूरी आंखों देखी सुनाई गई और महाराज को बड़ी हैरानी हुई।
- तेनालीराम ने कहा कि जंगल में कई ऐसी झाड़ियां होती हैं, जो व्यक्ति को लहूलुहान करके अधमरा छोड़ सकती हैं।
महाराज की प्रतिक्रिया
- महाराज ने तेनालीराम की सूझबूझ के एक बार फिर कायल हो गए।
- महाराज ने अन्य दरबारियों की ओर देखते हुए कहा कि तुम लोग नहीं चाहते थे कि तेनालीराम शिकार पर आए, लेकिन आज उसके ही कारण मेरी जान बची है।
- महाराज ने तेनालीराम की पीठ थपथपाते हुए कहा कि तुम्हारी बुद्धि और सूझबूझ का कोई मुकाबला नहीं है।
महाराज कृष्णदेव के साथ तेनालीराम का शिकार पर जाने का विचार और शिकार यात्रा का वर्णन. तेनालीराम के साथ महाराज की शिकार यात्रा में क्या हुआ?
Make Your Own Quizzes and Flashcards
Convert your notes into interactive study material.
Get started for free