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Questions and Answers
निम्नलिखित में से कौन सा वाक्य सही है?
निम्नलिखित में से कौन सा वाक्य सही है?
- तुम मुझे नहीं जानते।
- हम सब झूठ बोलते हैं।
- यहाँ कोई नहीं है।
- यह एक नगर है। (correct)
श्रम के परिणाम में खुशी नहीं होती।
श्रम के परिणाम में खुशी नहीं होती।
False (B)
परोपकार का अर्थ क्या होता है?
परोपकार का अर्थ क्या होता है?
दूसरों की भलाई के लिए कार्य करना
एकदण_ ___________ को संस्कृत में कैसे लिखा जाता है?
एकदण_ ___________ को संस्कृत में कैसे लिखा जाता है?
संस्कृत में निम्नलिखित शब्दों के प्रमुख अर्थों के साथ मिलाइए:
संस्कृत में निम्नलिखित शब्दों के प्रमुख अर्थों के साथ मिलाइए:
मसखधमयस्य गरुु गोमवतदमसंहिः कतमिः गरुु िः आसीत्?
मसखधमयस्य गरुु गोमवतदमसंहिः कतमिः गरुु िः आसीत्?
'यर्' प्रत्यणहणर के वर्य में 'ल्' भी उपस्थित है।
'यर्' प्रत्यणहणर के वर्य में 'ल्' भी उपस्थित है।
'इ' कण का उच्चणरर् स्थणन क्या है?
'इ' कण का उच्चणरर् स्थणन क्या है?
'भमवष्यणमिः' रूप मकस लकणर कण ______ है?
'भमवष्यणमिः' रूप मकस लकणर कण ______ है?
'नदी' पद कण पचं मी मवभमक्त, बहुवचन कण रूप क्या है?
'नदी' पद कण पचं मी मवभमक्त, बहुवचन कण रूप क्या है?
निम्नलिखित पदों को उनके मवभमक्त रूपों के साथ मिलाएं:
निम्नलिखित पदों को उनके मवभमक्त रूपों के साथ मिलाएं:
'तट्टीक' में अनुस्वणर समतध है।
'तट्टीक' में अनुस्वणर समतध है।
'मनरणमश्रतिः' कण समतध-मवच्छे द है। ______ + आमश्रतिः
'मनरणमश्रतिः' कण समतध-मवच्छे द है। ______ + आमश्रतिः
रवीतरस्य प्रमतभण में कौन से तत्व विशेष रूप से उल्लेखित हुए हैं?
रवीतरस्य प्रमतभण में कौन से तत्व विशेष रूप से उल्लेखित हुए हैं?
देशकणलवदेव कणमलदणसकुल की स्पष्टता पर चर्चा की गई है।
देशकणलवदेव कणमलदणसकुल की स्पष्टता पर चर्चा की गई है।
रवीतरस्य के प्रमतभण का मुख्य विषय क्या है?
रवीतरस्य के प्रमतभण का मुख्य विषय क्या है?
रवीतरस्य में नृत्य, ____ और संगीत के तत्व शामिल हैं।
रवीतरस्य में नृत्य, ____ और संगीत के तत्व शामिल हैं।
नीचे दिए गए पाठों को उनके विषयों के साथ मिलाएं:
नीचे दिए गए पाठों को उनके विषयों के साथ मिलाएं:
गृहे प्रमतमदनं सणमहमत्यकं में क्या बताया गया है?
गृहे प्रमतमदनं सणमहमत्यकं में क्या बताया गया है?
धमयभणवनयण का वर्णन एवं महत्व पाठ में शामिल नहीं है।
धमयभणवनयण का वर्णन एवं महत्व पाठ में शामिल नहीं है।
देशकणलवदेव कणमलदणसकुल का कौन सा पहलू स्पष्ट नहीं है?
देशकणलवदेव कणमलदणसकुल का कौन सा पहलू स्पष्ट नहीं है?
किस पात्र का चरित्र 'कणरूमर्को िीमतू वणहन' पढ़ने के आधार पर वर्णित किया गया है?
किस पात्र का चरित्र 'कणरूमर्को िीमतू वणहन' पढ़ने के आधार पर वर्णित किया गया है?
नणगणनतद नणटकस्य रचनात्मकता अमस्त।
नणगणनतद नणटकस्य रचनात्मकता अमस्त।
समु ेधण कस्य तनयण आसीत्?
समु ेधण कस्य तनयण आसीत्?
महमणलयणत गगं ___ प्रभवमत।
महमणलयणत गगं ___ प्रभवमत।
नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तरों को मिलाएं:
नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तरों को मिलाएं:
किस पद में प्रत्यय मिलाना है?
किस पद में प्रत्यय मिलाना है?
रणमिः बणर्ेन रणवर्ं हतवणन् का सही अर्थ है।
रणमिः बणर्ेन रणवर्ं हतवणन् का सही अर्थ है।
अहं पस्ु ___ पठणमम।
अहं पस्ु ___ पठणमम।
कितने अंक के प्रश्नों का उत्तर खण्ड - ब में देना आवश्यक है?
कितने अंक के प्रश्नों का उत्तर खण्ड - ब में देना आवश्यक है?
खण्ड - अ में 1 अंक के 20 बहुविकल्पीय प्रश्न हैं।
खण्ड - अ में 1 अंक के 20 बहुविकल्पीय प्रश्न हैं।
प्रश्नपत्र का कुल समय क्या है?
प्रश्नपत्र का कुल समय क्या है?
ओ० म० आर० उत्तर पत्रक पर उत्तर देने के पश्चात उसे ___________ नहीं करना चाहिए।
ओ० म० आर० उत्तर पत्रक पर उत्तर देने के पश्चात उसे ___________ नहीं करना चाहिए।
निम्नलिखित निर्देशों को उनके विवरणों के साथ मिलाएं:
निम्नलिखित निर्देशों को उनके विवरणों के साथ मिलाएं:
विभाग - अ में प्रश्नों का उत्तर किस प्रकार देना है?
विभाग - अ में प्रश्नों का उत्तर किस प्रकार देना है?
प्रश्नपत्र का पूर्णांक 60 है।
प्रश्नपत्र का पूर्णांक 60 है।
प्रश्नपत्र में कितने खण्ड हैं?
प्रश्नपत्र में कितने खण्ड हैं?
प्रथम प्रश्न से आरम्भ कीजिए एवं __________ प्रश्न तक करें।
प्रथम प्रश्न से आरम्भ कीजिए एवं __________ प्रश्न तक करें।
कितना समय बर्बाद नहीं करना चाहिए यदि प्रश्न नहीं आता?
कितना समय बर्बाद नहीं करना चाहिए यदि प्रश्न नहीं आता?
Study Notes
संस्कृत भाषा
- संस्कृत भाषा विश्व की सभी भाषाओं में सबसे प्राचीन भाषा है।
- संस्कृत भाषा सरल, सुंदर, समृद्ध और ज्ञान से भरपूर है।
संस्कृत भाषा के महत्व
- संस्कृत भाषा को भारत में देवी भाषा माना जाता है।
- संस्कृत भाषा में 'संस्कार' शब्द से उत्पन्न हुई है जिसका अर्थ शिक्षा, संस्कृति और सभ्यता है।
संस्कृत भाषा का इतिहास
- संस्कृत भाषा का इतिहास बहुत प्राचीन है यह प्राचीन वेदों की भाषा है, जो आज से भी लगभग 3000 साल पहले लिखी गई थीं।
- संस्कृत भाषा भारत के विभिन्न धर्मों जैसे हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म और जैन धर्म का महत्वपूर्ण आधार है।
संस्कृत भाषा के वाक्यांश
- यथा शिक्षा तथा संस्कृति
संस्कृत भाषा में काव्य-शास्त्र
- संस्कृत भाषा में बहुत सारे काव्य-शास्त्र हैं, जो भाषा और साहित्य का गहन अध्ययन करते हैं।
- संस्कृत भाषा के काव्य-शास्त्रों में रस, अलंकार, छंद, वक्रोक्ति, ध्वनि, नीति आदि का विस्तृत विश्लेषण मिलता है।
- संस्कृत भाषा के काव्य-शास्त्रों ने भारतीय साहित्य और कला को समृद्ध किया है।
संस्कृत शब्दों के प्रयोग
- संस्कृत शब्दों का प्रयोग दैनिक जीवन में, विशेषकर विद्वानों और शिक्षित लोगों के द्वारा किया जाता है.
- संस्कृत शब्दों से हमारे भाषा और संस्कृति की समृद्धि बनी रहती है।
संस्कृत वचन
- संस्कृत व्याकरण में शब्दों के रूप बदलते हैं, इस बदलाव को वचन कहते हैं।
- वचन तीन प्रकार के होते हैं: एकवचन, द्विवचन और बहुवचन।
संस्कृत में प्रत्यय
- प्रत्यय शब्द के अंत में जुड़ते हैं और शब्द के अर्थ में परिवर्तन लाते हैं।
संस्कृत में लिंग और वचन बदलने के नियम
- संस्कृत में लिंग और वचन बदलने के निश्चित नियम हैं।
- इन नियमों के अनुसार शब्दों के रूप बदलते हैं।
संस्कृत में कारक
- संस्कृत में कारक शब्दों के संबंधों को बताते हैं।
- 8 कारक हैं: कर्ता, कर्म, करण, संप्रदान, अपादान, सम्प्रदान, अधिकरण और सम्बन्ध।
संस्कृत में लकार
- संस्कृत में लकार क्रिया के समय को बताते हैं।
- लकार ७ प्रकार के होते हैं: लट् लकार, लोट् लकार, लुङ् लकार, विधिलिङ् लकार, लृट् लकार, आशीर्लिङ् लकार और लङ् लकार।
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Description
यह क्विज संस्कृत भाषा के महत्व, इतिहास और काव्य-शास्त्रों पर आधारित है। संस्कृत भाषा को देवी भाषा माना जाता है और इसका उपयोग भारतीय संस्कृति और साहित्य में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यह क्विज आपको संस्कृत के विभिन्न पहलुओं को समझने का अवसर प्रदान करेगा।