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Questions and Answers
सिकन्दर लोदी का मकबरा किसने और कब बनवाया?
सिकन्दर लोदी का मकबरा किसने और कब बनवाया?
इब्राहीम लोदी ने 1517 ई. में
सिकन्दर लोदी के मकबरे में केन्द्रीय गुम्बद के चारों ओर छतरियाँ थीं।
सिकन्दर लोदी के मकबरे में केन्द्रीय गुम्बद के चारों ओर छतरियाँ थीं।
False (B)
सिकन्दर लोदी के मकबरे की सजावट में कौन से रंगों का प्रयोग किया गया है?
सिकन्दर लोदी के मकबरे की सजावट में कौन से रंगों का प्रयोग किया गया है?
- गहरे नीले (correct)
- पीले (correct)
- गहरे भूरे (correct)
- हरे (correct)
दुहरे गुम्बद का उपयोग किसके लिए किया गया है?
दुहरे गुम्बद का उपयोग किसके लिए किया गया है?
सिकन्दर लोदी के मकबरे की शैली ने मुगल सम्राटों के उद्यान युक्त मकबरों का पथ प्रदर्शन किया।
सिकन्दर लोदी के मकबरे की शैली ने मुगल सम्राटों के उद्यान युक्त मकबरों का पथ प्रदर्शन किया।
Study Notes
सिकन्दर लोदी का मकबरा
- अष्टकोणीय मकबरा इब्राहीम लोदी द्वारा 1517 ई. में बनाया गया।
- निर्माण का आधार मुहम्मदशाह सैर्य 4 of 3288 के डिज़ाइन पर आधारित है।
- केंद्रीय गुम्बद के चारों ओर छतरियों का अभाव, जो अन्य मकबरों से इसे अलग करता है।
- मकबरे के चारों ओर परकोटा और लंबे बुर्जियों के साथ सुरक्षा दीवार।
- सहन क्षेत्र तुगलक या लोदी काल के अन्य मकबरों की तुलना में अधिक विशाल है।
- प्रवेश द्वार दक्षिण दिशा में मध्य में स्थित है।
सजावट और विशेषताएँ
- बाहरी और भीतरी भागों में हरे, पीले, नीले, और भूरे रंग के गुलामेदार टाइल्स का उपयोग।
- दुहरा गुम्बद (Double Dome) की अनूठी विशेषता, जिसमें दो ठोस छिलके के बीच में रिक्त स्थान है।
- दुहरे गुम्बद का उद्देश्य केंद्रीय गुम्बद की संरचना में संतुलन बनाए रखना।
- यह मकबरा मुगल सम्राटों के बाग़-स्वरूप मकबरों के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मस्जिदों का स्वरूप
- मकबरे के चारों ओर स्थित छोटे 'रोजा' या मस्जिदों के भाग पाँच मेहराबों में विभाजित हैं।
- समकालीन मोठ मस्जिद में इसी स्वरूप का पूर्ण विकास हुआ।
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Description
यह क्विज सिकन्दर लोदी के अष्टकोणीय मकबरे के निर्माण, सजावट और विशेषताओं पर केंद्रित है। मकबरे का डिज़ाइन, इसकी संरचना और इसके ऐतिहासिक महत्व को समझने के लिए यह एक बेहतरीन अवसर है। इसमें इब्राहीम लोदी द्वारा किए गए नवाचारों का भी जिक्र है।