परमाणु संरचना और गुण

Choose a study mode

Play Quiz
Study Flashcards
Spaced Repetition
Chat to Lesson

Podcast

Play an AI-generated podcast conversation about this lesson
Download our mobile app to listen on the go
Get App

Questions and Answers

निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही ढंग से बताता है कि परमाणु क्रमांक क्या निर्धारित करता है?

  • नाभिक में प्रोटॉन की संख्या (correct)
  • परमाणु का कुल द्रव्यमान
  • परमाणु में इलेक्ट्रॉनों की कुल संख्या
  • नाभिक में न्यूट्रॉन की संख्या

आयन (Ion) कैसे बनते हैं?

  • नाभिक में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन दोनों बदलकर
  • नाभिक में प्रोटॉन की संख्या बदलकर
  • रासायनिक क्रिया द्वारा न्यूट्रॉन जोड़कर
  • इलेक्ट्रॉनों को प्राप्त या खोकर (correct)

किसी परमाणु की रासायनिक विशेषताएँ मुख्य रूप से किस पर निर्भर करती हैं?

  • परमाणु के द्रव्यमान पर
  • इलेक्ट्रॉन व्यवस्था पर (correct)
  • नाभिक में न्यूट्रॉन की संख्या पर
  • नाभिक में प्रोटॉन की संख्या पर

निम्नलिखित में से कौन सा परमाणु के नाभिक के आकार का सबसे अच्छा वर्णन करता है यदि परमाणु फुटबॉल स्टेडियम के आकार का होता?

<p>एक कंचा (Marble) (C)</p> Signup and view all the answers

किसी परमाणु का अधिकांश द्रव्यमान किसमें निहित होता है?

<p>नाभिक में (A)</p> Signup and view all the answers

परमाणु उत्सर्जन स्पेक्ट्रोस्कोपी (Atomic emission spectroscopy) में कौन सी घटना उपयोग की जाती है?

<p>उत्तेजित इलेक्ट्रॉनों द्वारा फोटॉन का उत्सर्जन जब वे अपनी मूल अवस्था में लौटते हैं (B)</p> Signup and view all the answers

आवर्त सारणी में समान समूह (ऊर्ध्वाधर स्तंभ) के तत्वों में क्या समान होता है?

<p>रासायनिक गुण (B)</p> Signup and view all the answers

निम्नलिखित में से कौन सा परमाणु के भीतर कणों को एक साथ रखने के लिए जिम्मेदार है?

<p>मजबूत परमाणु बल (D)</p> Signup and view all the answers

ठोस पदार्थों में परमाणुओं की व्यवस्था के संबंध में क्रिस्टलीय ठोस अनाकार ठोस से कैसे भिन्न होते हैं?

<p>क्रिस्टलीय ठोस में परमाणु एक नियमित, दोहराए जाने वाले पैटर्न में व्यवस्थित होते हैं, जबकि अनाकार ठोस में परमाणुओं की व्यवस्था में लंबी दूरी का क्रम नहीं होता है। (A)</p> Signup and view all the answers

मानव शरीर में कार्बन परमाणुओं की भूमिका क्या है?

<p>कार्बनिक अणुओं की रीढ़ की हड्डी का निर्माण (B)</p> Signup and view all the answers

Flashcards

परमाणु क्या है?

ब्रह्मांड में पदार्थ का मूल निर्माण खंड।

परमाणु के कण

प्रोटॉन, न्यूट्रॉन और इलेक्ट्रॉन।

नाभिक क्या है?

परमाणु का केंद्र, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन से बना।

समस्थानिक क्या हैं?

समान तत्व के परमाणु जिनमें न्यूट्रॉन की संख्या भिन्न होती है।

Signup and view all the flashcards

परमाणु संख्या क्या है?

प्रोटॉन की संख्या।

Signup and view all the flashcards

परमाणु द्रव्यमान संख्या क्या है?

प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की कुल संख्या।

Signup and view all the flashcards

धनायन क्या हैं?

आयन जो इलेक्ट्रॉनों को खो चुके हैं और सकारात्मक रूप से आवेशित हैं।

Signup and view all the flashcards

ऋणायन क्या हैं?

आयन जिन्होंने इलेक्ट्रॉनों को प्राप्त किया है और नकारात्मक रूप से आवेशित हैं।

Signup and view all the flashcards

सहसंयोजक बंधन क्या हैं?

परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों का साझाकरण।

Signup and view all the flashcards

आयनिक बंधन क्या हैं?

परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों का स्थानांतरण।

Signup and view all the flashcards

Study Notes

ज़रूर, यहाँ परमाणुओं के बारे में विस्तृत अध्ययन नोट्स दिए गए हैं:

परमाणुओं की संरचना और गुण

  • परमाणु ब्रह्मांड में पदार्थ का मूल निर्माण खंड है।
  • परमाणु प्रोटॉन, न्यूट्रॉन और इलेक्ट्रॉन नामक कणों से बने होते हैं।
  • प्रोटॉन और न्यूट्रॉन परमाणु के केंद्र में होते हैं, जिसे नाभिक कहा जाता है।
  • इलेक्ट्रॉन नाभिक की परिक्रमा करते हैं।
  • प्रोटॉन में धनात्मक विद्युत आवेश होता है।
  • इलेक्ट्रॉनों में ऋणात्मक विद्युत आवेश होता है।
  • न्यूट्रॉन में कोई विद्युत आवेश नहीं होता है।
  • प्रोटॉनों की संख्या निर्धारित करती है कि परमाणु कौन सा तत्व है।
  • एक ही तत्व के परमाणुओं में न्यूट्रॉनों की संख्या भिन्न हो सकती है; इन्हें समस्थानिक कहा जाता है।
  • परमाणु अणुओं को बनाने के लिए संयोजित हो सकते हैं।
  • परमाणु के नाभिक में प्रोटॉनों की संख्या उसकी परमाणु संख्या होती है।
  • परमाणु द्रव्यमान संख्या परमाणु के नाभिक में प्रोटॉनों और न्यूट्रॉनों की कुल संख्या है।
  • परमाणु का आवेश: तटस्थ परमाणुओं में प्रोटॉनों और इलेक्ट्रॉनों की संख्या समान होती है, जिससे उन पर कोई शुद्ध आवेश नहीं होता है।
  • आयन ऐसे परमाणु होते हैं जिन्होंने इलेक्ट्रॉन प्राप्त किए या खो दिए हैं और इस प्रकार उन पर एक शुद्ध विद्युत आवेश होता है।
  • धनायन धनात्मक रूप से आवेशित आयन होते हैं (इलेक्ट्रॉन खो देते हैं)।
  • ऋणायन ऋणात्मक रूप से आवेशित आयन होते हैं (इलेक्ट्रॉन प्राप्त करते हैं)।
  • इलेक्ट्रॉन व्यवस्था परमाणु के रासायनिक गुणों को निर्धारित करती है।
  • इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर विशिष्ट ऊर्जा स्तरों या कोशों में मौजूद होते हैं।
  • सबसे भीतरी कोश में दो इलेक्ट्रॉन तक हो सकते हैं।
  • बाहरी कोशों में आम तौर पर आठ इलेक्ट्रॉन तक हो सकते हैं।
  • परमाणु तब सबसे स्थिर होते हैं जब उनका सबसे बाहरी इलेक्ट्रॉन कोश भरा होता है (अष्टक नियम)।
  • परमाणु एक पूर्ण बाहरी इलेक्ट्रॉन कोश प्राप्त करने के लिए अन्य परमाणुओं के साथ रासायनिक बंधन बनाते हैं।
  • सहसंयोजक बंधन: परमाणु इलेक्ट्रॉनों को साझा करते हैं।
  • आयनिक बंधन: परमाणु इलेक्ट्रॉनों को स्थानांतरित करते हैं।
  • परमाणु अविश्वसनीय रूप से छोटे होते हैं, जिन्हें पिकोमीटर में मापा जाता है (1 pm = 10^-12 मीटर)।
  • नाभिक और भी छोटा होता है, जिसका व्यास लगभग 10^-15 मीटर होता है।
  • यदि कोई परमाणु एक फुटबॉल स्टेडियम के आकार का होता, तो नाभिक एक कंचे के आकार का होता।
  • परमाणु ज्यादातर खाली जगह होते हैं।
  • परमाणु का द्रव्यमान मुख्य रूप से नाभिक में प्रोटॉनों और न्यूट्रॉनों द्वारा निर्धारित होता है।
  • इलेक्ट्रॉनों का द्रव्यमान प्रोटॉनों और न्यूट्रॉनों की तुलना में नगण्य होता है।
  • परमाणु द्रव्यमान इकाई (amu) का उपयोग परमाणुओं और उपपरमाण्विक कणों के द्रव्यमान को मापने के लिए किया जाता है।
  • 1 amu लगभग एक प्रोटॉन या एक न्यूट्रॉन का द्रव्यमान है।
  • परमाणु अविभाज्य नहीं हैं।
  • परमाणु परमाणु प्रतिक्रियाओं से गुजर सकते हैं जो नाभिक में प्रोटॉनों और न्यूट्रॉनों की संख्या को बदलते हैं, जिससे एक तत्व दूसरे तत्व में परिवर्तित हो जाता है।
  • रेडियोधर्मिता अस्थिर परमाणु नाभिक का सहज क्षय है, जिससे कण और ऊर्जा उत्सर्जित होती है।
  • अल्फा कण, बीटा कण और गामा किरणें विकिरण के सामान्य प्रकार हैं।
  • परमाणु ऊर्जा को अवशोषित करके (जैसे, गर्मी, प्रकाश) उच्च ऊर्जा स्तरों तक उत्तेजित हो सकते हैं।
  • जब उत्तेजित इलेक्ट्रॉन अपनी जमीनी अवस्था में लौटते हैं, तो वे फोटॉन (प्रकाश) के रूप में ऊर्जा उत्सर्जित करते हैं।
  • इस घटना का उपयोग तत्वों की पहचान के लिए परमाणु उत्सर्जन स्पेक्ट्रोस्कोपी में किया जाता है।
  • स्पेक्ट्रोस्कोपी पदार्थ और विद्युत चुम्बकीय विकिरण के बीच परस्पर क्रिया का अध्ययन है।
  • विभिन्न तत्व विशिष्ट तरंग दैर्ध्य पर प्रकाश का उत्सर्जन और अवशोषण करते हैं, जिससे एक अद्वितीय वर्णक्रमीय फिंगरप्रिंट बनता है।
  • परमाणु अवशोषण स्पेक्ट्रोस्कोपी किसी नमूने में किसी तत्व की सांद्रता को निर्धारित करने के लिए परमाणुओं द्वारा अवशोषित प्रकाश की मात्रा को मापता है।
  • आवर्त सारणी तत्वों को उनकी परमाणु संख्या और इलेक्ट्रॉन विन्यास के आधार पर व्यवस्थित करती है।
  • एक ही समूह (ऊर्ध्वाधर स्तंभ) के तत्वों में समान रासायनिक गुण होते हैं।
  • आवर्त सारणी प्रत्येक तत्व की परमाणु संख्या, परमाणु द्रव्यमान और इलेक्ट्रॉन विन्यास के बारे में जानकारी प्रदान करती है।
  • परमाणुओं की संरचना और व्यवहार को समझना कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण है।
  • रसायन विज्ञान यह समझने पर निर्भर करता है कि अणु और यौगिक बनाने के लिए परमाणु कैसे परस्पर क्रिया करते हैं।
  • सामग्री विज्ञान विशिष्ट गुणों वाली नई सामग्रियों को डिजाइन और विकसित करने के लिए परमाणु गुणों का उपयोग करता है।
  • परमाणु भौतिकी परमाणु नाभिक और परमाणु प्रतिक्रियाओं की संरचना और व्यवहार का अध्ययन करता है।
  • क्वांटम यांत्रिकी क्वांटम स्तर पर परमाणुओं और उपपरमाण्विक कणों के व्यवहार का वर्णन करता है।
  • लेजर परमाणुओं से फोटॉनों के प्रेरित उत्सर्जन के सिद्धांत पर निर्भर करते हैं।
  • एमआरआई और पीईटी स्कैन जैसी चिकित्सा इमेजिंग तकनीकें मानव शरीर के अंदर देखने के लिए परमाणु गुणों का उपयोग करती हैं।
  • परमाणु ऊर्जा परमाणु विखंडन या संलयन के माध्यम से उत्पन्न होती है, ये प्रक्रियाएं हैं जिनमें परमाणु नाभिक में परिवर्तन शामिल होते हैं।
  • नैनो टेक्नोलॉजी नई संरचनाओं और उपकरणों को बनाने के लिए परमाणु और आणविक स्तर पर सामग्रियों में हेरफेर करती है।
  • परमाणु की अवधारणा प्राचीन यूनानी दार्शनिकों के साथ शुरू होकर समय के साथ विकसित हुई है।
  • डेमोक्रिटस ने प्रस्तावित किया कि पदार्थ अविभाज्य कणों से बना है जिन्हें "एटॉमॉस" कहा जाता है।
  • जॉन डाल्टन के परमाणु सिद्धांत (1800 के दशक की शुरुआत) ने आधुनिक परमाणु सिद्धांत की नींव रखी।
  • जे.जे. थॉमसन ने 1897 में इलेक्ट्रॉन की खोज की, जिससे पता चला कि परमाणु अविभाज्य नहीं हैं।
  • अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने 1911 में स्वर्ण पन्नी प्रयोग के माध्यम से नाभिक की खोज की।
  • नील्स बोहर ने 1913 में विशिष्ट ऊर्जा स्तरों में नाभिक की परिक्रमा करने वाले इलेक्ट्रॉनों के साथ परमाणु का एक मॉडल विकसित किया।
  • क्वांटम यांत्रिकी ने 1920 के दशक में परमाणु संरचना और व्यवहार का अधिक सटीक विवरण प्रदान किया।
  • 1932 में जेम्स चाडविक द्वारा न्यूट्रॉन की खोज ने परमाणु की बुनियादी संरचना की तस्वीर को पूरा किया।
  • परमाणु लगातार गति में हैं, इलेक्ट्रॉन अविश्वसनीय गति से नाभिक की परिक्रमा कर रहे हैं।
  • तापमान के साथ परमाणुओं की गतिज ऊर्जा बढ़ती है, जिससे तेजी से गति होती है।
  • पूर्ण शून्य (0 केल्विन) सैद्धांतिक तापमान है जिस पर सभी परमाणु गति रुक जाती है।
  • परमाणु विभिन्न प्रकार के क्रिस्टल बना सकते हैं।
  • क्रिस्टलीय ठोस पदार्थों में, परमाणु एक नियमित, दोहराए जाने वाले पैटर्न में व्यवस्थित होते हैं।
  • अनाकार ठोस पदार्थों में परमाणुओं की व्यवस्था में दीर्घकालिक व्यवस्था का अभाव होता है।
  • विभिन्न क्रिस्टल संरचनाएं सामग्रियों के भौतिक गुणों को प्रभावित कर सकती हैं।
  • परमाणु विभिन्न बलों के माध्यम से एक दूसरे के साथ परस्पर क्रिया करते हैं।
  • विद्युत चुम्बकीय बल: आवेशित कणों के बीच परस्पर क्रिया के लिए जिम्मेदार।
  • मजबूत परमाणु बल: नाभिक में प्रोटॉनों और न्यूट्रॉनों को एक साथ रखता है।
  • कमजोर परमाणु बल: रेडियोधर्मी क्षय में शामिल।
  • गुरुत्वाकर्षण बल: परमाणु स्तर पर अपेक्षाकृत कमजोर बल।
  • वैन डेर वाल्स बल: परमाणुओं और अणुओं के बीच कमजोर, अल्पकालिक बल।
  • परमाणु जीवन के लिए आवश्यक हैं।
  • कार्बन परमाणु कार्बनिक अणुओं की रीढ़ बनाते हैं।
  • हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, फास्फोरस और सल्फर भी जीवित जीवों के लिए आवश्यक तत्व हैं।
  • पानी के अणु (H2O) जीवन के सभी ज्ञात रूपों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
  • परमाणु विभिन्न जैव-भूरासायनिक प्रक्रियाओं के माध्यम से पर्यावरण से गुजरते हैं।
  • कार्बन चक्र, नाइट्रोजन चक्र और फास्फोरस चक्र इस बात के उदाहरण हैं कि परमाणु पारिस्थितिक तंत्र के माध्यम से कैसे चलते हैं।
  • मानव गतिविधियाँ इन चक्रों को बाधित कर सकती हैं और पर्यावरण पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती हैं।
  • परमाणुओं का उपयोग तकनीकी अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला में किया जाता है।
  • सेमीकंडक्टर ऐसे पदार्थ हैं जिनमें विद्युत चालकता एक चालक और एक इन्सुलेटर के बीच होती है, जिनका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है।
  • मिश्र धातु धातुओं के मिश्रण होते हैं जिनमें व्यक्तिगत धातुओं की तुलना में बेहतर गुण होते हैं।
  • पॉलिमर दोहराए जाने वाले परमाणु इकाइयों से बने बड़े अणु होते हैं, जिनका उपयोग प्लास्टिक, फाइबर और इलास्टोमर्स में किया जाता है।
  • कंपोजिट ऐसी सामग

Studying That Suits You

Use AI to generate personalized quizzes and flashcards to suit your learning preferences.

Quiz Team
Use Quizgecko on...
Browser
Browser