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Questions and Answers
काटी गई फसल से बीजों को भूसे से अलग करने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
काटी गई फसल से बीजों को भूसे से अलग करने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
इस प्रक्रिया को श्रेशिंग कहते हैं।
आजकल फसल को भूसे से अलग करने के लिए कौन-सी मशीन का उपयोग किया जाता है?
आजकल फसल को भूसे से अलग करने के लिए कौन-सी मशीन का उपयोग किया जाता है?
इसके लिए कॉम्बाइन मशीन का उपयोग किया जाता है।
छोटे खेत वाले किसान अनाज के दानों को किस प्रक्रिया द्वारा अलग करते हैं?
छोटे खेत वाले किसान अनाज के दानों को किस प्रक्रिया द्वारा अलग करते हैं?
वे अनाज के दानों को फटक कर (विनोइंग) अलग करते हैं।
कोण-कौन सी प्रक्रिया श्रेशिंग में शामिल होती है?
कोण-कौन सी प्रक्रिया श्रेशिंग में शामिल होती है?
ग्रेशिंग का कार्य मुख्यतः किन किसानों द्वारा किया जाता है?
ग्रेशिंग का कार्य मुख्यतः किन किसानों द्वारा किया जाता है?
काटी गई फसल से बीजों अथवा दानों को भूसे से अलग करने का कार्य __________ कहलाता है।
काटी गई फसल से बीजों अथवा दानों को भूसे से अलग करने का कार्य __________ कहलाता है।
आजकल ग्रेशिंग का कार्य __________ मशीन द्वारा किया जाता है।
आजकल ग्रेशिंग का कार्य __________ मशीन द्वारा किया जाता है।
यह मशीन वास्तव में तो __________ और प्रेशर का संयुक्त रूप ही होती है।
यह मशीन वास्तव में तो __________ और प्रेशर का संयुक्त रूप ही होती है।
छोटे खेत वाले किसान अनाज के दानों को __________ कर अलग करते हैं।
छोटे खेत वाले किसान अनाज के दानों को __________ कर अलग करते हैं।
ग्रेशिंग का कार्य भूसे से बीजों अथवा दानों को __________ करना है।
ग्रेशिंग का कार्य भूसे से बीजों अथवा दानों को __________ करना है।
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Study Notes
फसल से बीजों का पृथक्करण
- काटी गई फसल से बीजों या दानों को भूसे से अलग करने की प्रक्रिया को श्रेशिंग कहते हैं।
- श्रेशिंग से बीजों की गुणवत्ता और उत्पादन में वृद्धि होती है।
आधुनिक प्रौद्योगिकी
- ग्रेशिंग का कार्य अब कॉम्बाइन मशीनों द्वारा किया जाता है।
- कॉम्बाइन मशीन हार्वेस्टर और प्रेशर का संयोजन होती है, जो फसल कटाई और दाना पृथक्करण दोनों कार्य करती है।
छोटे किसान की विधि
- छोटे खेत वाले किसान अनाज के दानों को फटक कर (विनोइंग) पृथक करते हैं।
- यह प्रक्रिया पारंपरिक है और इसमें श्रम की अधिकता होती है, लेकिन लागत भी कम होती है।
फसल से बीजों का पृथक्करण
- काटी गई फसल से बीजों या दानों को भूसे से अलग करने की प्रक्रिया को श्रेशिंग कहते हैं।
- श्रेशिंग से बीजों की गुणवत्ता और उत्पादन में वृद्धि होती है।
आधुनिक प्रौद्योगिकी
- ग्रेशिंग का कार्य अब कॉम्बाइन मशीनों द्वारा किया जाता है।
- कॉम्बाइन मशीन हार्वेस्टर और प्रेशर का संयोजन होती है, जो फसल कटाई और दाना पृथक्करण दोनों कार्य करती है।
छोटे किसान की विधि
- छोटे खेत वाले किसान अनाज के दानों को फटक कर (विनोइंग) पृथक करते हैं।
- यह प्रक्रिया पारंपरिक है और इसमें श्रम की अधिकता होती है, लेकिन लागत भी कम होती है।
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