कक्षा 12 भौतिकी: विद्युत आवेश और क्षेत्र
71 Questions
0 Views

Choose a study mode

Play Quiz
Study Flashcards
Spaced Repetition
Chat to Lesson

Podcast

Play an AI-generated podcast conversation about this lesson

Questions and Answers

धातु का परावैद्युतांक [dielectric constant] होता है?

  • अनन्त (correct)
  • एक
  • शून्य
  • इनमें से कोई नहीं।

द्विध्रुव आघूर्ण p वाले द्विध्रुव के कारण इसके केंद्र से दूरी r पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता E की r पर निर्भरता होती है?

  • E∝1/r
  • E∝1/r²
  • E∝r
  • E∝1/r³ (correct)

निर्वात [vacuum] की विद्युत्शीलता ε₀ का मान होता है?

  • 9×10⁸ न्यूटन × मीटर²/कूलॉम²
  • 9×10⁹ कूलॉम²/न्यूटन × मीटर²
  • 8.85×10⁻¹² कूलॉम
  • 8.85×10⁻¹² कूलॉम²/न्यूटन × मीटर² (correct)

विद्युत् द्विध्रुव आघूर्ण का मात्रक है?

<p>कूलॉम × मीटर (B)</p> Signup and view all the answers

आवेश का विमीय सूत्र ________ है।

<p>AT</p> Signup and view all the answers

विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का SI मात्रक ________ है।

<p>न्यूटन प्रति कूलम्ब</p> Signup and view all the answers

विद्युत क्षेत्र का विमीय सूत्र ________ है।

<p>[M¹ L¹ A⁻¹ T⁻³]</p> Signup and view all the answers

दो बिन्दु आवेश-q तथा +q दूरी l पर स्थित हैं, द्विध्रुव आघूर्ण ________ होगा।

<p>p = q × l</p> Signup and view all the answers

मूल आवेश का मान कितना होता है?

<p>1.602 × 10⁻¹⁹ C</p> Signup and view all the answers

विद्युत फ्लक्स अदिश है या सदिश राशि। इसका SI मात्रक लिखिए।

<p>यह एक अदिश राशि है। इसका SI मात्रक Nm²/C है</p> Signup and view all the answers

विद्युत् द्विध्रुव आघूर्ण की दिशा क्या होती है ?

<p>द्विध्रुव आघूर्ण की दिशा ऋणात्मक आवेश से धनात्मक आवेश की ओर होती है।</p> Signup and view all the answers

एक खोखले आवेशित चालक के अंदर विद्युत् क्षेत्र की तीव्रता का मान बताइये।

<p>शून्य</p> Signup and view all the answers

आवेशों के क्वाण्टीकरण [quantization] का कारण इलेक्ट्रॉन का स्थानांतरण पूर्ण गुणक के रूप में होना है।

<p>True (A)</p> Signup and view all the answers

एक खोखले चालक के अंदर विद्युत बल रेखाएँ नहीं गुजरती है।

<p>True (A)</p> Signup and view all the answers

कूलॉम का व्युत्क्रम वर्ग नियम [inverse square law], गतिमान आवेशों के लिए सत्य है?

<p>False (B)</p> Signup and view all the answers

विद्युत क्षेत्र की दिशा धनावेश से ऋणावेश की ओर होती है।

<p>True (A)</p> Signup and view all the answers

विद्युत् धारिता [electric capacitance] का SI मात्रक है?

<p>फैरड (D)</p> Signup and view all the answers

एक गोलीय चालक की धारिता का सूत्र है?

<p>C=4πε₀R (B)</p> Signup and view all the answers

समान्तर प्लेट संधारित्र की दो प्लेटों के बीच विभान्तर नियत है। जब प्लेटों के बीच वायु [air] के स्थान पर परावैद्युत पदार्थ रख दिया जाता है, तो विद्युत् क्षेत्र की तीव्रता?

<p>अपरिवर्तित रहती है (D)</p> Signup and view all the answers

समान्तर प्लेट संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी बढ़ाने से उसकी धारिता?

<p>घटती है (A)</p> Signup and view all the answers

1 फैरड = एक कूलॉम/ ________

<p>वोल्ट</p> Signup and view all the answers

विद्युत विभव का विमीय सूत्र ________ है।

<p>[M¹L²T⁻³A⁻¹]</p> Signup and view all the answers

पृथ्वी का विभव ________ माना जाता है।

<p>शून्य</p> Signup and view all the answers

बिन्दु आवेश q के कारण इससे दूरी r पर विभव = ________

<p>V = kq/r या V = 1/4πε *q/r</p> Signup and view all the answers

चालक की स्थितिज ऊर्जा = ________

<p>U = (Q²) / (2C)</p> Signup and view all the answers

कुचालक माध्यम [insulating medium] की उपस्थिति [presence] का विभव पर क्या प्रभाव पड़ता है ?

<p>जब परावैद्युत [dielectric] पदार्थ को विद्युत क्षेत्र [electric field] में रखा जाता है, तो वह विद्युत क्षेत्र को कमजोर करता है। इससे क्षेत्र की तीव्रता घट जाती है, जिसके कारण विभव में भी कमी होती है। विभव परावैद्युत स्थिरांक से घटता है।</p> Signup and view all the answers

समान्तर प्लेट संधारित्र की धारिता का सूत्र लिखिए।

<p>C = ε₀A/d</p> Signup and view all the answers

संधारित्रों [capacitors] को श्रेणीक्रम [series] में कब जोड़ा जाता है ?

<p>श्रृंखला में संधारित्र तब जोड़े जाते हैं जब आप कुल वोल्टेज रेटिंग को बढ़ाना चाहते हैं, जबकि कुल धारिता को व्यक्तिगत धारिताओं से कम रखना होता है। श्रृंखला संयोजन में, कुल धारिता (C_total) व्यक्तिगत धारिताओं के योग के व्युत्क्रम से प्राप्त होती है: 1/C_total = 1/C1 + 1/C2 + 1/C3 + ... यह संयोजन उन परिपथों [circuits] में उपयोग किया जाता है जहाँ संधारित्रों के आर-पार उच्च वोल्टेज की आवश्यकता होती है।</p> Signup and view all the answers

दो समान धारिता C के संधारित्र समान्तर क्रम [parallel order] में जुड़े हैं। परिणामी धारिता कितनी होगी ?

<p>परिणामी धारिता 2C होगी।</p> Signup and view all the answers

किसी आवेशित चालक [charged conductor] का विभव [prospective], चालक के पदार्थ की प्रकृति पर निर्भर होता है।

<p>False (B)</p> Signup and view all the answers

किसी चालक [conductor] को असीमित [unlimited] आवेश दिया जा सकता है।

<p>False (B)</p> Signup and view all the answers

जब धारिता बढ़ानी हो, तो संधारित्रों को श्रेणी क्रम [series] में जोड़ा जाता है।

<p>False (B)</p> Signup and view all the answers

द्विध्रुव की निरक्षीय स्थिति [equatorial position] में किसी बिन्दु [point] पर विद्युत विभव [electric potential] शून्य होता है।

<p>True (A)</p> Signup and view all the answers

एक तार का विशिष्ट प्रतिरोध [specific resistance] निर्भर करता है?

<p>पदार्थ पर। (B)</p> Signup and view all the answers

ओह्मीय प्रतिरोध है?

<p>ट्रांजिस्टर (D)</p> Signup and view all the answers

ताप [heat] बढ़ाने पर प्रतिरोध [resistance] घटता है?

<p>अर्द्धचालक का (A)</p> Signup and view all the answers

धारा घनत्व [current density] का S.I. मात्रक है?

<p>ऐम्पियर / मीटर² (C)</p> Signup and view all the answers

________ के नियमानुसार किसी चालक [conductor] की भौतिक अवस्था [physical state] में परिवर्तन न हो तो उसमें प्रवाहित विद्युत धारा [electric current] उसके सिरों [terminals] में आरोपित विभवान्तर [potential difference] के अनुक्रमानुपाती होता है।

<p>ओम</p> Signup and view all the answers

किसी चालक का प्रतिरोध उसकी लम्बाई बढ़ाने पर ________ जाता है।

<p>बढ़</p> Signup and view all the answers

ओम के नियम का V-I ग्राफ एक ________ होती है।

<p>सरल रेखा</p> Signup and view all the answers

किरचॉफ का प्रथम नियम किस नियम पर आधारित है?

<p>आवेश का संरक्षण</p> Signup and view all the answers

किरचॉफ का द्वितीय नियम किस नियम के अनुकूल है ?

<p>ऊर्जा संरक्षण का नियम</p> Signup and view all the answers

विद्युत धारा की दिशा क्या होती है ?

<p>विद्युत धारा की दिशा किसी बाह्य परिपथ में शक्ति स्रोत के धनात्मक टर्मिनल से ऋणात्मक टर्मिनल की ओर होती है</p> Signup and view all the answers

विद्युत शक्ति का S.I. मात्रक लिखिए।

<p>वाट</p> Signup and view all the answers

अनुगमन [tracking] वेग [speed] पर ताप [heat] का क्या प्रभाव पड़ता है ?

<p>अपवाह वेग घटता है। असत्य।</p> Signup and view all the answers

अर्ध कंडक्टर [semi-conductor] का प्रतिरोध [resistance] ताप गुणांक ऋणात्मक [negative] होता है ?

<p>True (A)</p> Signup and view all the answers

विद्युत धारा प्रवाह [electric current flow] की दिशा, धनावेशो से प्रवाह की दिशा के अनुदिश [longitudinal] होती है।

<p>True (A)</p> Signup and view all the answers

चालक में धारा प्रवाह, मुक्त इलेक्ट्रॉनों [free electrons] के कारण होता है।

<p>True (A)</p> Signup and view all the answers

चालक का प्रतिरोध ताप गुणांक धनात्मक होता है।

<p>True (A)</p> Signup and view all the answers

ऐम्पियर [ampere] का परिपथीय [orbital] नियम [rule] है?

<p>∮B⋅(dl)=μ₀I (A)</p> Signup and view all the answers

एकसमान [homogeneous] चुम्बकीय क्षेत्र [magnetic field] में गतिमान [moving] आवेश [charge] पर लगने वाला बल है?

<p>q(v×B ) (B)</p> Signup and view all the answers

चुम्बकनशीलता [permeability] का SI मात्रक ________ है।

<p>चुंबकीय सुग्राहिता (magnetic susceptibility) का SI मात्रक विमाहीन (कोई मात्रक नहीं) है।</p> Signup and view all the answers

चुम्बकीय क्षेत्र का विमीय सूत्र ________ है।

<p>[M¹ T⁻² I⁻¹]</p> Signup and view all the answers

धारावाही परिनालिका ________ की भाँति व्यवहार करती है।

<p>छड़ चुंबक</p> Signup and view all the answers

चुम्बकीय क्षेत्र एक ________ राशि है।

<p>सदिश</p> Signup and view all the answers

शंट [shunt] के उपयोग से धारामापी [ammeter] की ________ कम हो जाती है।

<p>शंट के कारण गैल्वेनोमीटर की धारा संवेदनशीलता घट जाती है।</p> Signup and view all the answers

एक आदर्श वोल्टमीटर [voltmeter] का प्रतिरोध ________ होता है।

<p>एक आदर्श वोल्टमीटर का प्रतिरोध अनंत (∞) होता है।</p> Signup and view all the answers

किसी विद्युत परिपथ में वोल्टमीटर को सदैव ________ में जोड़ा जाता है।

<p>विद्युत परिपथ में, वोल्टमीटर हमेशा समांतर जोड़ा जाता है।</p> Signup and view all the answers

एक गतिमान आवेश कौन-सा क्षेत्र उत्पन्न करता है ?

<p>विद्युत और चुंबकीय क्षेत्र दोनों।</p> Signup and view all the answers

धारामापी को वोल्टमीटर में कैसे परिवर्तित करते हैं ?

<p>एमीटर को वोल्टमीटर में बदलने के लिए उसके साथ एक उच्च प्रतिरोध श्रेणीक्रम में जोड़ा जाता है।</p> Signup and view all the answers

चुम्बकीय [magnetic] क्षेत्र में गतिशील [mobile] आवेशित [charge] कण [particle] पर लगने वाले बल को क्या कहते हैं ?

<p>लोरेन्ट्ज़ बल</p> Signup and view all the answers

विद्युत् धारा के चुंबकीय [magnetic] प्रभाव [effect] की खोज ओस्टेंड [austend] ने की थी?

<p>True (A)</p> Signup and view all the answers

चुंबकीय [magnetic] क्षेत्र का मात्रक वेबर / मीटर² है?

<p>True (A)</p> Signup and view all the answers

किसी धारावाही [current carrying] चालक [driver] में चुंबकीय [magnetic] क्षेत्र में लगने वाले चुंबकीय [magnetic] बल [strength] की दिशा फ्लेमिंग के बांये हाथ के नियम से दी जाती है।

<p>True (A)</p> Signup and view all the answers

वेबर / मीटर² मात्रक है?

<p>चुंबकीय क्षेत्र का (D)</p> Signup and view all the answers

लौह चुंबकीय [ferromagnetic] पदार्थ [material] का उदाहरण [example] है?

<p>निकल (D)</p> Signup and view all the answers

निम्न [Low] की चुंबकीय प्रवृत्ति अल्प [minor] किंतु धनात्मक [positive] होती है?

<p>प्रतिचुंबकीय [antimagnetic] पदार्थ (B)</p> Signup and view all the answers

एक चुंबकीय सुई [magnetic needle] को एक असमान [inhomogeneous] चुंबकीय क्षेत्र [magnetic field] में रखा जाता है । वह अनुभव करती है?

<p>एक बल आघूर्ण किंतु बल नहीं (D)</p> Signup and view all the answers

ध्रुव प्राबल्य [pole strength] का SI मात्रक ________ है।

<p>एम्पीयर x मीटर</p> Signup and view all the answers

प्रतिचुंबकीय [antimagnetic] पदार्थ प्रबल चुंबक [magnet] से ________ होते हैं।

<p>प्रतिकर्षित</p> Signup and view all the answers

चुंबकीय [magnetic] आघूर्ण [moment] की दिशा [direction] S-ध्रुव से N-ध्रुब की ओर ________ के अनुदिश [longitudinal] होती है।

<p>चुंबकीय आघूर्ण की दिशा S-ध्रुव से N-ध्रुव की ओर सरल रेखा के अनुदिश होती है।</p> Signup and view all the answers

Flashcards

वद्युत द्विध्रुव आघूर्ण

वद्युत द्विध्रुव आघूर्ण, आवेश और दूरी का गुणनफल है।

वद्युत फ्लक्स

यह एक अदिश राशि है। इसका SI मात्रक Nm²/C है।

द्विध्रुव आघूर्ण की दिशा

द्विध्रुव आघूर्ण की दिशा ऋणात्मक आवेश से धनात्मक आवेश की ओर होती है।

आवेश का क्वांटीकरण

इलेक्ट्रॉनों का स्थानांतरण पूर्णांक गुणकों में होता है, यह आवेश के क्वांटीकरण का कारण है।

Signup and view all the flashcards

खोखले चालक में विद्युत क्षेत्र

विद्युत क्षेत्र रेखाएँ खोखले चालक के आंतरिक भाग से होकर नहीं गुजरती हैं क्योंकि खोखले चालक के अंदर विद्युत क्षेत्र शून्य होता है।

Signup and view all the flashcards

विद्युत विभव का मात्रक

विद्युत विभव का SI मात्रक वोल्ट है।

Signup and view all the flashcards

संधारित्र में ऊर्जा

धारिता बढ़ने पर ऊर्जा कम होती है, क्योंकि U = (Q²) / (2C)।

Signup and view all the flashcards

परावैद्युत का प्रभाव

परावैद्युत पदार्थ विद्युत क्षेत्र को कमजोर करता है, जिससे विभव कम होता है।

Signup and view all the flashcards

समानांतर प्लेट संधारित्र की धारिता

C = ϵ₀A/d

Signup and view all the flashcards

श्रेणी में संधारित्र

श्रृंखला में संधारित्र जोड़ने पर कुल वोल्टेज रेटिंग बढ़ती है, जबकि कुल धारिता कम होती है।

Signup and view all the flashcards

विद्युत धारा की दिशा

विद्युत धारा हमेशा शक्ति स्रोत के धनात्मक टर्मिनल से ऋणात्मक टर्मिनल की ओर होती है।

Signup and view all the flashcards

चुंबकीय सुग्राहिता मात्रक

चुंबकीय सुग्राहिता का SI मात्रक विमाहीन है।

Signup and view all the flashcards

आदर्श वोल्टमीटर प्रतिरोध

एक आदर्श वोल्टमीटर का प्रतिरोध अनंत होता है।

Signup and view all the flashcards

वोल्टमीटर का संयोजन

विद्युत परिपथ में, वोल्टमीटर हमेशा समांतर में जुड़ा होता है।

Signup and view all the flashcards

एमीटर से वोल्टमीटर

एमीटर को वोल्टमीटर में बदलने के लिए उसके साथ एक उच्च प्रतिरोध श्रेणीक्रम में जोड़ा जाता है।

Signup and view all the flashcards

चुंबकीय आघूर्ण दिशा

चुंबकीय आघूर्ण की दिशा S-ध्रुव से N-ध्रुव की ओर सरल रेखा के अनुदिश होती है।

Signup and view all the flashcards

कमजोर चुंबकत्व

अनुचुंबकीय पदार्थ

Signup and view all the flashcards

चुंबक द्वारा प्रतिकर्षित

प्रतिचुंबकीय पदार्थ

Signup and view all the flashcards

लेन्ज का नियम क्या है?

प्रेरित emf की दिशा ज्ञात करने का नियम

Signup and view all the flashcards

विद्युत चुम्बकीय तरंगें कैसे उत्पन्न होती हैं?

विद्युत क्षेत्र में परिवर्तन के कारण

Signup and view all the flashcards

सबसे अधिक आवृत्ति वाली विद्युत चुम्बकीय तरंगें

गामा किरणें

Signup and view all the flashcards

जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाता है तो क्या होता है?

प्रकाश का अपवर्तन

Signup and view all the flashcards

लेंस की क्षमता और फोकस दूरी के बीच संबंध

लेंस की फोकस दूरी लेंस की क्षमता की व्युत्क्रमानुपाती होती है।

Signup and view all the flashcards

तरंग सिद्धांत किसने दिया?

हाइगेन

Signup and view all the flashcards

प्रकाश तरंगों का अध्यारोपण क्या कहलाता है?

व्यतिकरण

Signup and view all the flashcards

धातु की सतह से इलेक्ट्रॉन निकलना क्या कहलाता है?

इलेक्ट्रॉन उत्सर्जन

Signup and view all the flashcards

द्रव्य तरंगों की अवधारणा किसने दी?

डी ब्रोग्ली

Signup and view all the flashcards

देहली आवृत्ति

वह न्यूनतम आवृत्ति जिस पर किसी धातु से इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होना शुरू होते हैं।

Signup and view all the flashcards

बोर की त्रिज्या

हाइड्रोजन परमाणु की त्रिज्या को बोर की त्रिज्या कहा जाता है।

Signup and view all the flashcards

आइंस्टीन का द्रव्यमान-ऊर्जा समीकरण

E = mc²

Signup and view all the flashcards

Study Notes

ज़रूर, यहाँ टेक्स्ट पर आधारित अध्ययन नोट्स दिए गए हैं:

एमपी बोर्ड परीक्षा 2024-25: कक्षा 12वीं भौतिक शास्त्र - महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न

विद्युत आवेश तथा क्षेत्र

  • धातु का परावैद्युतांक अनन्त होता है।
  • द्विध्रुव आघूर्ण p वाले द्विध्रुव के कारण केंद्र से r दूरी पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता E, E∝1/r³ के रूप में r पर निर्भर करती है।
  • निर्वात की विद्युत्शीलता ε₀ का मान 8.85×10⁻¹² कूलॉम²/न्यूटन × मीटर² है।
  • विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण का मात्रक कूलॉम × मीटर है।
  • आवेश का विमीय सूत्र AT है।
  • विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का SI मात्रक न्यूटन प्रति कूलम्ब है।
  • विद्युत क्षेत्र का विमीय सूत्र [M1L1A⁻¹T⁻³] है।
  • दो बिंदु आवेश -q और +q एक दूसरे से l दूरी पर होने पर द्विध्रुव आघूर्ण p = q × l होता है।
  • मूल आवेश का मान 1.602 × 10⁻¹⁹ C है।
  • विद्युत फ्लक्स एक अदिश राशि है और इसका एसआई मात्रक Nm²/C है।
  • द्विध्रुव आघूर्ण की दिशा ऋणात्मक आवेश से धनात्मक आवेश की ओर होती है।
  • एक खोखले आवेशित चालक के अंदर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता शून्य होती है।
  • आवेशों के क्वांटीकरण का कारण इलेक्ट्रॉनों का स्थानांतरण पूर्ण गुणक के रूप में होना है।
  • विद्युत क्षेत्र रेखाएँ खोखले चालक के आंतरिक भाग से होकर नहीं गुजरती हैं, क्योंकि खोखले चालक के अंदर विद्युत क्षेत्र शून्य होता है।
  • कूलॉम का व्युत्क्रम वर्ग नियम, गतिमान आवेशों के लिए सत्य नहीं है।
  • विद्युत क्षेत्र की दिशा धनावेश से ऋणावेश की ओर होती है।

स्थिर वैधुत विभव तथा धारिता

  • विद्युत् धारिता का SI मात्रक फैरड है।
  • एक गोलीय चालक की धारिता का सूत्र C = 4πε₀R है।
  • समान्तर प्लेट संधारित्र की दो प्लेटों के बीच विभान्तर नियत होने पर परावैद्युत पदार्थ रखने से विद्युत् क्षेत्र की तीव्रता घट जाती है।
  • समान्तर प्लेट संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी बढ़ाने से उसकी धारिता घटती है।
  • 1 फैरड, एक कूलॉम प्रति वोल्ट के बराबर होता है।
  • विद्युत विभव का विमीय सूत्र [M¹L²T⁻³A⁻¹] है।
  • पृथ्वी का विभव शून्य माना जाता है।
  • बिंदु आवेश q से दूरी r पर विभव V = kq/r या V = 1/4πε *q/r होता है।
  • चालक की स्थितिज ऊर्जा U = (Q²) / (2C) है।
  • कुचालक माध्यम की उपस्थिति विद्युत क्षेत्र को कमजोर करती है।
  • समान्तर प्लेट संधारित्र की धारिता का सूत्र C = ε₀A/d है।
  • श्रृंखला में संधारित्र कुल वोल्टेज रेटिंग को बढ़ाने के लिए जोड़े जाते है, और कुल धारिता व्यक्तिगत धारिताओं से कम होती है: 1/C_total = 1/C1 + 1/C2 + 1/C3 + ...
  • दो समान धारिता C के संधारित्र समान्तर क्रम में जुड़ने पर परिणामी धारिता 2C होगी।
  • एक आवेशित चालक का विभव पदार्थ की प्रकृति पर निर्भर नहीं करता है।
  • किसी चालक को असीमित आवेश देना संभव नहीं है।
  • धारिता बढाने के लिए संधारित्रों को श्रेणी क्रम में नहीं जोड़ा जाता है।
  • द्विध्रुव की निरक्षीय स्थिति में विद्युत विभव शून्य होता है।

विद्युत धारा

  • तार का विशिष्ट प्रतिरोध पदार्थ पर निर्भर करता है।
  • ओह्मीय प्रतिरोध ताँबे का तार है।
  • ताप बढ़ाने पर अर्द्धचालक का प्रतिरोध घटता है।
  • धारा घनत्व का S.I. मात्रक एम्पियर / मीटर² है।
  • ओम के नियमानुसार, यदि किसी चालक की भौतिक अवस्था में परिवर्तन न हो तो उसमें प्रवाहित विद्युत धारा उसके सिरों में आरोपित विभवान्तर के अनुक्रमानुपाती होता है।
  • किसी चालक का प्रतिरोध उसकी लम्बाई बढ़ाने पर बढ़ जाता है।
  • ओम के नियम का V-I ग्राफ एक सरल रेखा होती है।
  • किरचॉफ का प्रथम नियम आवेश के संरक्षण पर आधारित है।
  • किरचॉफ का द्वितीय नियम ऊर्जा संरक्षण के अनुकूल है।
  • विद्युत धारा की दिशा किसी बाह्य परिपथ में शक्ति स्रोत के धनात्मक टर्मिनल से ऋणात्मक टर्मिनल की ओर होती है।
  • विद्युत शक्ति का S.I. मात्रक वाट है।
  • अनुगमन वेग पर ताप बढ़ने पर अपवाह वेग घटता है।
  • अर्धचालक का प्रतिरोध ताप गुणांक ऋणात्मक होता है।
  • विद्युत धारा प्रवाह की दिशा धनावेशों से प्रवाह की दिशा के अनुदिश होती है।
  • चालक में धारा प्रवाह, मुक्त इलेक्ट्रॉनों के कारण होता है।
  • चालक का प्रतिरोध ताप गुणांक धनात्मक होता है।

गतिमान आवेश और चुंबकत्व

  • ऐम्पियर का परिपथीय नियम ∮B⋅(dl) = μ₀I है।
  • एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में गतिमान आवेश पर लगने वाला बल qv × B है।
  • धारावाही वृत्तीय कुण्डली के केन्द्र पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र कुण्डली के तल में लंबवत होता है।
  • चुम्बकनशीलता का SI मात्रक विमाहीन (कोई मात्रक नहीं) है।
  • चुंबकीय क्षेत्र का विमीय सूत्र [M¹ T⁻² I⁻¹] है।
  • धारावाही परिनालिका छड़ चुंबक की भाँति व्यवहार करती है।
  • चुम्बकीय क्षेत्र एक सदिश राशि है।
  • शंट के उपयोग से धारामापी की धारा संवेदनशीलता कम हो जाती है।
  • एक आदर्श वोल्टमीटर का प्रतिरोध अनंत (∞) होता है।
  • किसी विद्युत परिपथ में वोल्टमीटर को हमेशा समांतर (parallel) क्रम में जोड़ा जाता है।
  • एक गतिमान आवेश विद्युत और चुंबकीय क्षेत्र दोनों उत्पन्न करता है।
  • एमीटर को वोल्टमीटर में बदलने के लिए उसके साथ एक उच्च प्रतिरोध श्रेणीक्रम में जोड़ा जाता है।
  • चुम्बकीय क्षेत्र में गतिशील आवेशित कण पर लगने वाले बल को लोरेन्ट्ज़ बल कहते हैं।
  • विद्युत् धारा के चुंबकीय प्रभाव की खोज ओस्टेंड ने की थी।
  • चुंबकीय क्षेत्र का मात्रक वेबर/मीटर² है।
  • किसी धारावाही चालक में चुंबकीय क्षेत्र में लगने वाले चुंबकीय बल की दिशा फ्लेमिंग के बांये हाथ के नियम से दी जाती है।

चुंबकत्व एवं द्रव्य

  • वेबर/मीटर² मात्रक चुंबकीय क्षेत्र का है।
  • लौह चुंबकीय पदार्थ का उदाहरण निकल है।
  • प्रतिचुंबकीय पदार्थ की चुंबकीय प्रवृत्ति अल्प किंतु धनात्मक होती है।
  • एक चुंबकीय सुई को एक असमान चुंबकीय क्षेत्र में रखने पर, यह बल आघूर्ण अनुभव करेगी किंतु बल नहीं।
  • ध्रुव प्राबल्य का SI मात्रक एम्पीयर x मीटर है।
  • प्रतिचुंबकीय पदार्थ प्रबल चुंबक से प्रतिकर्षित होते हैं।।
  • चुंबकीय आघूर्ण की दिशा S-ध्रुव से N-ध्रुव की ओर सरल रेखा के अनुदिश होती है।
  • धारावाही परिनालिका छड़ चुम्बक की तरह व्यवहार करती है।
  • चुंबकीय आघूर्ण की दिशा दक्षिण (S) ध्रुव से उत्तर (N) ध्रुव की ओर होती है।
  • बिना ध्रुव का कोई चुंबक नहीं हो सकता है।
  • यदि एक पदार्थ की चुम्बकीय प्रवृत्ति 4/5 है, तो यह अनुचुंबकीय पदार्थ है।
  • यदि एक पदार्थ की चुम्बकीय प्रवृत्ति -0.5 है, तो यह प्रतिचुंबकीय पदार्थ है।
  • चुंबक के चुम्बकीय आघूर्ण का S.I. मात्रक एम्पीयर x मीटर² है।
  • दो चुंबकीय बल रेखाएँ एक दूसरे को कभी प्रतिच्छेद नहीं करती हैं।
  • समान ध्रुव प्राबल्य के दो सजातीय चुंबकीय ध्रुव, चुंबकीय द्विध्रुव नहीं बनाते हैं।
  • प्रतिचुम्बकीय पदार्थ प्रबल चुंबकीय क्षेत्र से प्रतिकर्षित होते हैं।

विधुत चुंबकीय प्रेरण

  • किसी कुण्डली का स्वप्रेरकत्व कुण्डली में प्रवाहित धारा पर निर्भर नहीं करता है।
  • लेंज का नियम ऊर्जा संरक्षण नियम पर आधारित है।
  • ट्रांसफॉर्मर अन्योन्य प्रेरण के सिद्धान्त पर आधारित होता है।
  • विद्युत चुम्बकीय प्रेरण में प्रेरित विद्युत वाहक, कुण्डली के प्रतिरोध से स्वतंत्र होता है।
  • विद्युत् चुम्बकीय प्रेरण की खोज फैराडे ने की थी ।
  • समतल वृत्ताकार कुण्डली का स्वप्रेरकत्व त्रिज्या के अनुपाती होता है।
  • स्वप्रेरकत्व का S.I. मात्रक हेनरी है।
  • प्रेरित विद्युत् धारा की दिशा फ्लेमिंग के दाएँ हाथ के नियम से दी जाती है।
  • किसी कुण्डली में संगृहीत ऊर्जा का चुंबकीय ऊर्जा होता है।
  • यदि 'l' लम्बाई का एक सीधा चालक एकसमान वेग 'v' से एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र 'B' में लम्बवत् गति करता है, तो तार में प्रेरित विद्युत वाहक बल के लिए व्यंजक e = blv है।
  • चुम्बकीय फ्लक्स का मात्रक वेबर है।
  • किसी बंद परिपथ में प्रेरित धारा विद्युत क्षेत्र में परिवर्तन के कारण प्रवाहित होती है।
  • प्रेरित धारा, चुंबकीय फ्लक्स में परिवर्तन के कारण उत्पन्न होती है।
  • ट्रांसफॉर्मर अन्योन्य प्रेरण की क्रिया पर आधारित है।
  • प्रेरित धारा की दिशा फ्लेमिंग के बायें हाथ के नियम से नहीं दी जाती है।
  • प्रेरित विद्युत वाहक का मात्रक वोल्ट है।

प्रत्यावर्ती धारा

  • शुद्ध संधारित्र युक्त प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में प्रवाहित धारा एवं आरोपित वोल्टता π/2 मध्य कलांतर होता है ।
  • भारत में घरों को दी जाने वाली विद्युत धारा की आवृत्ति 50Hz है।
  • प्रत्यावर्ती LCR परिपथ, L=0 में धारा न्यूनतम होगी जब X₁= XC
  • शुद्ध धारिता वाले प्रत्यावर्ती परिपथ में औसत शक्ति व्यव शून्य होती हैं
  • आदर्श प्रेरकत्व का ओह्मीय प्रतिरोध शून्य होता है।
  • डायनेमो का सिद्धान्त विद्युत चुंभकीय प्रेरण पर आधारित है।
  • प्रेरण प्रतिघात (X₁) का S.I. पद्धति में मात्रक ओम है।
  • दिष्ट धारा की आवृत्ति शून्य होती है |
  • आदर्श प्रेरकत्व का ओह्मीय प्रतिरोध शून्य होता है।
  • √LC का मात्रक सेकण्ड है।
  • L-C-R परिपथ के लिए अनुनादी अवस्था में शक्ति गुणांक का मान एक है।
  • प्रत्यावर्ती धारा उष्मीय प्रभाव प्रदर्शित करता है।
  • शुद्ध प्ररेकत्व या धारिता युक्त परिपथ का शक्ति गुणांक शून्य होता है ।
  • संधारित्र अपने में से दिष्ट धारा को नहीं गुजर जाने देता है।
  • दिष्ट धारा प्रत्यावर्ती धारा की तुलना में ज्यादा खतरनाक नहीं होती है।
  • धारा के वर्ग माध्य मूल Irms शिखर मान I₀ में संबंध Irms = I₀ / √2 होता है।
  • एक पूर्ण चक्र में किसी प्रेरक की आपूर्त माध्यं शक्ति शून्य होती है।

विद्युत चुंबकीय तरंगे

  • निर्वात में विद्युत्-चुम्बकीय तरंग की चाल के लिए सूत्र c = 1/√(μ₀ε₀) है।
  • विद्युत्-चुम्बकीय तरंगें त्वरित आवेश से उत्पन्न होती हैं।
  • तरंग सदिश को व्यक्त K = 2π/λ से किया जाता है।
  • विद्युत चुंबकीय तरंग में विद्युत क्षेत्र के परिमाण E और चुंबकीय क्षेत्र के परिमाण B में B=E/C का संबंध है
  • विद्युत्-चुम्बकीय तरंगें अनुप्रस्थ तरंगें होती हैं।
  • रोगों के कीटाणुओं को मारने में पराबैगनी किरणों का उपयोग होता है।
  • सबसे अधिक आवृत्ति की विद्युत चुम्बकीय तरंग गामा है।
  • प्रकाश तरंगों की आवृत्ति 10-7 मीटर कोटि की होती है।
  • विस्थापन धारा समय के साथ परिवर्तित होने वाले विधुत क्षेत्र के कारन उत्पन्न होती है।
  • दृश्य तरंगों का तरंगदैर्ध्य परास 4000 Å - 7800 Å है
  • विद्युत चुंबकीय वर्णक्रम में उपस्थित तरंगों (बढ़ते क्रम में): गामा किरणे - एक्स किरण - पराबैंगनी किरणें - दृश्य प्रकाश - अवरुप्त किरणे - सूक्ष्म तरंगे - रेडियो तरंगे
  • विद्युत्-चुम्बकीय तरंगों की खोज मैक्सवेल ने की थी ।
  • अवरक्त तरंगों की खोज वैज्ञानिक रिटर ने नहीं की है।
  • पराबैंगनी विकिरण के कारण उष्णता (गर्मी) महसूस नहीं होती है।
  • विस्थापन धारा समय परिवर्तनीय चुंबकीय क्षेत्र के कारण उत्पन्न नहीं होती है।
  • माइक्रावेव ओवन का कार्य रेडियो तरंगों पर आधारित नहीं होती है।

किरण प्रकाशिकी एवं प्रकाशिक यंत्र

  • गोलीय दर्पण की फोकस दूरी (f) एवं वक्रता त्रिज्या (R) में संबंध R=2f होता है ।
  • उत्तल दर्पण छोटा एवं आभासी प्रतिबिम्ब बनाता है।
  • संयुक्त सूक्ष्मदर्शी में नेत्रिका की फोकस दूरी, अभिदुश्यक की फोकस दूरी से अधिक होती है।
  • दूरदर्शी में नेत्रिका की फोकस दूरी, अभिदृश्यक की फोकस दूरी से कम होती है।
  • प्रकाश किरण के एक समांगी माध्यम से दूसरे समांगी माध्यम में प्रवेश करने पर उसके मार्ग बदलने की क्रिया को प्रकाश का अपवर्तन कहते हैं।
  • प्रकाश का वेग विरल माध्यम से सघन माध्यम में जाने पर घट जाता है।
  • जल के अंदर वायु का बुलबुला अवतल लेंस की भाँति व्यवहार करता है।
  • लेंस की फोकस दूरी लेंस की क्षमता की व्युत्क्रमानुपाती होती है।
  • खगोलीय दूरदर्शी में लेंस की फोकस दूरी बड़ा दीजिये और नेत्रिका की फोकस दूरी कम कर देने से आवर्धन की क्षमता बढ़ जाती है।
  • प्रिज्म से गुजरने पर बैंगनी रंग का प्रकाश सबसे कम और लाल रंग का प्रकाश ज्यादा विचलित होता है।
  • यदि नेत्रिका की फोकस दूरी कम कर दी जाये तो सूक्ष्मदर्शी की आवर्धन क्षमता बढ़ जाती है।
  • लेंस की क्षमता का मात्रक डायोप्टर है।
  • अवतल दर्पण से प्रतिबिम्ब आवर्धित बनता है।
  • अपवर्तन का कारण प्रकाश की चाल का भिन्न-भिन्न माध्यमों में अलग-अलग होना है।
  • जब एक लेंस को द्रव में डुबोया जाता है तो उसकी क्षमता बढ़ नहीं जाती है।
  • किसी लेंस की फोकस दूरी (मीटर में) के व्युत्क्रम को लेंस की क्षमता कहते हैं।
  • उत्तल लेंस की क्षमता ऋणात्मक नहीं होती है।

तरंग प्रकाशिकी

  • तरंगें एक स्थान से दूसरे स्थान तक ऊर्जा का संचरण करती हैं।
  • प्रकाश के व्यतिकरण में ऊर्जा पुनर्वितरित होती है।
  • विनाशी व्यतिकरण के लिए φ=π होगी है
  • व्यतिकरण अनुदैर्ध्य और अनुप्रस्थ दोनों तरंगों में होती है।
  • प्रकाश से संबंधित कणिका सिद्धान्त हाइगेन ने दिया था।
  • संपोषी व्यतिकरण के लिए तरंगों के मध्य कलान्तर 2nπ होता है।
  • ज्यामिति छाया में प्रकाश के अतिक्रमण की घटना को विवर्तन कहते हैं।
  • कलासम्बद्ध स्रोतों के प्रकाश तरंगों के मध्य कलान्तर समय के साथ अपरिवर्तित रहता है ।
  • एक तरंगाग्र के दो बिन्दुओं में कलांतर शून्य होता है।
  • पतली फिल्म (द्रवों की सतह पर) में व्यतिकरण के कारण रंग दिखाई देते है।
  • यंग के द्विस्लिट प्रयोग में फ्रिन्ज चौड़ाई का सूत्र ẞ = Da/d है .
  • संपोषी व्यतिकरण के लिए कलांतर φ=2nπ(n=0,1,2,.......) होताहै ।
  • व्यतिकरण फ्रिन्जें समदूरस्थ होती हैं।
  • विनाशी व्यतिकरण के लिए कलांतर φ≠ 2ηπ (n=1,2,3,....)होता है।
  • यदि माध्यम समान रहता है तो द्वितीयक तरंगिकाओं की चाल मूल तरंग की चाल के तुल्य होती है |

विकिरण तथा द्रव्य की द्वैत प्रकृति

  • इलेक्ट्रॉन की खोज जे. जे. थॉमसन ने की थी।
  • एक स्त्रोत से ऊर्जा फोटॉन रूप में निकलती है ।
  • E ऊर्जा के फोटॉन का संवेग E/c होता है।
  • एक कण का द्रव्यमान m तथा वेग v है। उससे सम्बद्ध डी-ब्रॉग्ली तरंगदैर्ध्य h/mv होगी
  • धातु की सतह से इलेक्ट्रॉन निकलने की क्रिया को इलेक्ट्रॉन उत्सर्जन कहते हैं।
  • प्रत्येक गतिशील कण के साथ तरंग सम्बद्ध होती है, जिसे डी ब्रोग्ली कहते हैं।
  • 1eV= 1.6 × 10⁻¹⁹ जूल.
  • इलेक्ट्रॉन के विशिष्ट आवेश का मान S.I. पद्धति में 1.76 × 10¹¹ कूलॉम/कि.ग्राम होता है।
  • विकिरण की ऊर्जा तथा आवृत्ति में संबंध E = hV है
  • फोटॉन का विराम द्रव्यमान शून्य होता है |
  • देहली आवृत्ति वह न्यूनतम आवृत्ति है जिस पर किसी धातु से इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होना शुरू होते हैं।
  • उत्सर्जित प्रकाश इलेक्ट्रॉनों का अधिकतम वेग विकिरण की ऊर्जा और कार्य फलन पर निर्भर करता है।
  • डी-ब्रॉग्ली तरंगें विद्युत चुंबकीय तरंगें नहीं हैं।
  • सभी उत्सर्जित प्रकाश इलेक्ट्रॉनों की ऊर्जा समान नहीं होती है।
  • फोटॉन का विराम द्रव्यमान शून्य होता है ।
  • प्रकाश विद्युत उत्सर्जन के लिए क्षारीय धातुएँ प्रयुक्त की जाती है।
  • इलेक्ट्रॉन वोल्ट ऊर्जा का मात्रक है।

परमाणु

  • परमाणु का आकार 10⁻¹⁰ मीटर कोटि का होता है।
  • परमाणु अनावेशित होता है।
  • एक न्यूट्रॉन का द्रव्यमान 1.67×10⁻²⁷kg होता है
  • भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र मुम्बई में स्थित है ।
  • हाइड्रोजन परमाणु की आयनन ऊर्जा 13.6 eV होती है ।
  • अल्फा कण के गाइगर-मार्सडन प्रयोग में प्रयुक्त अल्फा कण की ऊर्जा 5.5 MeV थी
  • हाइड्रोजन परमाणु को प्रथम उत्तेजित अवस्था में इलेक्ट्रॉन की कुल ऊर्जा लगभग -3.4 eV होती है |
  • रिडबर्ग नियतांक R का मान 1.09 x 10⁻⁷ होता है।
  • हाइड्रोजन परमाणु की त्रिज्या को बोर की त्रिज्या कहा जाता है।
  • हीलियम का जो नाभिक होता है उसे ही अल्फ़ा कण कहा जाता है।
  • नाभिक में धन आवेश होता है
  • परमाणु के आकार की कोटि 10⁻¹⁰ मीटर होती है
  • रदरफोर्ड के द्वारा परमाणु के नाभिक महत्वपूर्ण भाग की खोज की गयी।
  • परमाणु एक धनात्मक कण नहीं है।
  • कम संघट्ट प्राचल के लिए प्रकीर्णन कोण ज्यादा होता है।
  • रदरफोर्ड मॉडल परमाणु के स्थायित्व की व्याख्या करने में सफल नहीं रहा था.

नाभिक

  • a-कण हीलियम परमाणु का नाभिक होता है
  • सूर्य में ऊर्जा का स्रोत संलयन प्रक्रिया है।
  • आइन्स्टीन का द्रव्यमान ऊर्जा तुल्यता समीकरण E = mc² है।
  • नाभिक में न्यूट्रॉन का द्रव्यमान लगभग प्रोटोन के द्रव्यमान के बराबर होता है
  • संलयन प्रक्रिया में हल्के नाभिक मिलकर भारी नाभिक बनाते हैं।
  • नाभिकीय विखण्डन की नियंत्रित शृंखल में तापीय न्युट्रोन कहलाते हैं।
  • जी हाँ सभी नाभिकों का घनत्व एकसमान होता है।
  • नाभिकीय संलयन प्रक्रिया के लिए उच्च ताप और उच्च दाब की आवयश्कता होती है जो की प्रयोगशाला में बनाना संभव नहीं है।
  • नाभिक की त्रिज्या उसकी द्रव्यमान संख्या में R = Ro A^(1/3) से संबंधित है
  • नाभिक के आकार का क्रम 10⁻¹⁵ m होता है।
  • γ-किरणों की बंधन क्षमता न्यूनतम नहीं होती है।
  • नाभिकीय संलयन व विखंडन प्रक्रियाओं में ऊर्जा उत्पत्ति का कारण द्रव्यमान क्षति है
  • हाइड्रोजन बम की कार्यविधि नाभिकीय विखंडन पर आधारित नहीं है।
  • सूर्य की ऊर्जा का कारण नाभिकीय विखंडन नहीं है।

मुझे उम्मीद है कि यह आपके लिए मददगार होगा!

Studying That Suits You

Use AI to generate personalized quizzes and flashcards to suit your learning preferences.

Quiz Team

Related Documents

Description

कक्षा 12 भौतिकी के लिए वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न। परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण सूत्रों और अवधारणाओं को जानें।

More Like This

Use Quizgecko on...
Browser
Browser