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Questions and Answers
बिरसा मण्डा का जन्म कब हुआ था?
बिरसा मण्डा का जन्म कब हुआ था?
15 नवंबर 1875
झारखंड राज्य का निर्माण किस दिन हुआ था?
झारखंड राज्य का निर्माण किस दिन हुआ था?
15 नवंबर 2000
बिरसा मण्डा को धरती आबा के नाम से जाना जाता है।
बिरसा मण्डा को धरती आबा के नाम से जाना जाता है।
True
बिरसा मण्डा के जन्मदिवस को किस दिन के रूप में मनाया जाता है?
बिरसा मण्डा के जन्मदिवस को किस दिन के रूप में मनाया जाता है?
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बिरसा मण्डा के पिता का नाम क्या था?
बिरसा मण्डा के पिता का नाम क्या था?
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बिरसा मण्डा का वास्तविक नाम क्या था?
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बिरसा मण्डा ने किस नई पंथ की शुरुआत की?
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बिरसा मण्डा की मृत्यु कब हुई?
बिरसा मण्डा की मृत्यु कब हुई?
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बिरसा मण्डा ने किन चीजों का त्याग करने का उपदेश दिया?
बिरसा मण्डा ने किन चीजों का त्याग करने का उपदेश दिया?
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बिरसा मण्डा के धर्मिक गुरु का नाम क्या था?
बिरसा मण्डा के धर्मिक गुरु का नाम क्या था?
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Study Notes
बिरसा मुण्डा
- जन्म 15 नवम्बर 1875 को रांची जिले के खंटी अनमंडल के उललहात गाँव में हुआ।
- झारखंड राज्य का गठन 15 नवम्बर 2000 को बिरसा मुण्डा के जन्म दिवस पर हुआ।
- बिरसा मुण्डा को 'धरती आबा' के नाम से जाना जाता है।
- केन्द्र सरकार ने 2021 से 15 नवम्बर को आदिवासी/जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।
- 15 नवम्बर 2021 को रांची जेल परिसर में 'भगवान बिरसा मुण्डा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय' का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया।
- उनका नाम जन्म के समय 'दाऊद मुण्डा' था, जिसे बाद में परिवार के द्वारा 'बिरसा' रखा गया।
परिवार और शिक्षा
- पिता का नाम सगना मुण्डा, माता का नाम किमी मुण्डा, और बड़े भाई का नाम कोन्ता मुण्डा था।
- प्रारंभिक शिक्षा जर्मन इवेंजेलिकल चर्च द्वारा संचालित विद्यालय में प्राप्त की।
- प्रारंभिक शिक्षक का नाम जयपाल नाग था, और धार्मिक गुरु का नाम आनंद पाण्डे था।
स्वतंत्रता संग्राम और आन्दोलन
- 1895-1900 के बीच बिरसा मुण्डा ने उलगुलान (स्वतंत्रता आंदोलन) का नेतृत्व किया।
- डोम्बारी बुरु पहाड़ बिरसा आन्दोलन का प्रमुख केन्द्र था, जहाँ 9 जनवरी 1899 को ब्रिटिशों द्वारा एक हत्याकांड किया गया।
- 1895 में बिरसा ने स्वयं को सिंगबोंगा का दूत घोषित किया और बिरसाईत पंथ की स्थापना की, जो केवल सिंगबोंगा की पूजा पर आधारित था।
- अहिंसा का समर्थन करते हुए, उन्होंने सभी प्रकार के मांस के त्याग और मद्यपान के निषेध का उपदेश दिया।
- बिरसा ने यज्ञोपवीत (जनेऊ) धारण करने पर जोर दिया।
गिरफ्तारी और निधन
- ब्रिटिश सरकार द्वारा 1895 में षड्यंत्र के आरोप में उन्हें 2 वर्षों की जेल और 50 रुपये का जुर्माना हुआ।
- 1897 में हजारीबाग जेल से रिहा किया गया, लेकिन 1900 में पुनः गिरफ्तार किया गया।
- 9 जून 1900 को रांची जेल में उन्हें हैजा होने से मृत्यु हो गई।
विरासत
- बिरसा मुण्डा का चित्र संसद के केंद्रीय कक्ष में लगाया गया है।
- प्रसिद्ध लेखिका महाश्वेता देवी ने 1975 में उनकी जिंदगी पर 'अरण्येर अगाधकर' नामक उपन्यास लिखा।
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Description
यह क्विज झारखंड के महान स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मंडा के जीवन और योगदान पर केंद्रित है। बिरसा मंडा, जिन्हें धरती आबा के नाम से जाना जाता है, का जन्म 15 नवंबर 1875 को हुआ था। इस क्विज के माध्यम से आप उनके संघर्ष और आदिवासी गौरव की कहानी जानेंगे।