इंदुस घाटी सभ्यता का प्रश्नोत्तरी
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Questions and Answers

इंदुस घाटी सभ्यता के काल में प्रमुख नगरों में से कौन सा नगर शामिल नहीं है?

  • काठमांडू (correct)
  • हारप्पा
  • मोहनजोदड़ो
  • लोधाल
  • इंदुस घाटी सभ्यता के किस चरण में सभ्यता का विकास हुआ?

  • लेट हड़प्पा
  • प्रारंभिक हड़प्पा
  • पोस्ट हड़प्पा
  • परिपक्व हड़प्पा (correct)
  • इंदुस घाटी सभ्यता का पश्चिमीतम स्थल कौन सा है?

  • धोलावीरा
  • दाइमाबाद
  • आलमगीरपुर
  • सुतकागेंदोर (correct)
  • इंदुस घाटी सभ्यता का अनुमानित प्रारंभिक काल क्या है?

    <p>BC 7000</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता में कौन सी सभ्यता के साथ व्यापारिक संबंध स्थापित थे?

    <p>सुमेरियन</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता का दक्षिणतम स्थल कौन सा है?

    <p>दाइमाबाद</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता की खोज किस वर्ष हुई थी?

    <p>1922</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के किस क्षेत्र में खुदाई नहीं की गई है?

    <p>कश्मीर</p> Signup and view all the answers

    महिलाओं ने जो आभूषण पहने थे, वे किस सामग्रियों से बने थे?

    <p>शेल, सोना, और चांदी</p> Signup and view all the answers

    प्राचीन लोग किस प्रकार के मनोरंजन का आनंद लेते थे?

    <p>जुआ और शिकार</p> Signup and view all the answers

    मोहेंजोदारो से मिले छोटे वस्त्रों और वस्तुओं का क्या महत्व है?

    <p>व्यापार के साक्ष्य</p> Signup and view all the answers

    हरप्पन सभ्यता के पतन का एक सामान्य कारण क्या माना जाता है?

    <p>तटीय बाढ़ का प्रभाव</p> Signup and view all the answers

    आर्यन कब इंद्र वैली सभ्यता में आए थे?

    <p>1500 B.C. के आसपास</p> Signup and view all the answers

    मोहनजोदड़ो में किस प्रकार की मूर्तियाँ पाई गई थीं?

    <p>ताम्बे की नर्तकी</p> Signup and view all the answers

    किस स्थल की खुदाई बाबू राम लाल ने 1961 में की थी?

    <p>कालिबंगन</p> Signup and view all the answers

    लोतल को भारत के किस नाम से जाना जाता है?

    <p>भारत का मैनचेस्टर</p> Signup and view all the answers

    हरपन में किस प्रकार की दफनियाँ पाई गई थीं?

    <p>कफन दफनियाँ</p> Signup and view all the answers

    Dholavira किस नदी के किनारे स्थित है?

    <p>मनहर नदी</p> Signup and view all the answers

    किस क्षेत्र में ग्रेनरीज़ में छोटे क्वाटर्स पाए गए थे?

    <p>हरपन</p> Signup and view all the answers

    कौन-सी नदी के किनारे कालिबंगन स्थित है?

    <p>घग्गर</p> Signup and view all the answers

    Rakhigarhi के खुदाई के दौरान किस सामग्री से संबंधित वस्तुएं पाई गईं?

    <p>कांस्य और ताम्र वस्तुएं</p> Signup and view all the answers

    मोहनजोदड़ो में कौन-सी विशेषता देखी गई थी?

    <p>द ग्रेट बाथ</p> Signup and view all the answers

    Kot Diji में कौन सी प्रसिद्ध वस्तु मिली थी?

    <p>बैल की आकृति</p> Signup and view all the answers

    Surkotada को किस प्रकार के व्यापार के लिए जाना जाता था?

    <p>समुद्री व्यापार</p> Signup and view all the answers

    मोहेंजोदड़ो में कौन-सी मूर्ति महत्वपूर्ण मानी जाती है?

    <p>नर्तकी की ताम्बे की मूर्ति</p> Signup and view all the answers

    Dholavira की खुदाई किस साल हुई थी?

    <p>1931</p> Signup and view all the answers

    हरपन में बच्चों के कब्रों में किस प्रकार के अवशेष पाए गए थे?

    <p>सिर में छिद्र</p> Signup and view all the answers

    किस शहर में ताम्बे के औजार पाए गए थे?

    <p>अलमगिरपुर</p> Signup and view all the answers

    Indus Valley Civilization में किस प्रकार की आर्ट और आर्किटेक्चर नहीं शामिल है?

    <p>पार्कों की योजना</p> Signup and view all the answers

    जातिवाद के संदर्भ में Rakhigarhi का महत्व क्या है?

    <p>यह सबसे बड़ा स्थल है</p> Signup and view all the answers

    Dholavira का किस तरह की संरचना के लिए प्रसिद्ध है?

    <p>गृह और अनाज भंडार</p> Signup and view all the answers

    Dholavira को यूनेस्को द्वारा कब विश्व धरोहर का दर्जा दिया गया था?

    <p>2021</p> Signup and view all the answers

    Indus Valley Civilization की नगर योजना में सड़कों की व्यवस्था कैसे थी?

    <p>विभिन्न दिशाओं में समकोण पर मिलती थीं</p> Signup and view all the answers

    गुम हुए मोम के तरीके का उपयोग किस चीज़ के निर्माण में किया जाता है?

    <p>काँस्य आकृतियाँ</p> Signup and view all the answers

    दौड़ती लड़की की मुद्रा क्या है?

    <p>त्रिभंगा मुद्रा</p> Signup and view all the answers

    पेंटेड मिट्टी के बर्तनों में किस रंग का उपयोग पृष्ठभूमि में किया जाता है?

    <p>लाल</p> Signup and view all the answers

    किस प्रकार की मिट्टी का उपयोग खिलौने और पशु आकृतियाँ बनाने में किया जाता है?

    <p>गर्मी से पकाई गई मिट्टी</p> Signup and view all the answers

    इंडस घाटी सभ्यता के लोग किस प्रकार के परिधान पहनते थे?

    <p>ऊनी और कपास के कपड़े</p> Signup and view all the answers

    लाल और काले बर्तनों पर कौन-से डिज़ाइन बनाए गए थे?

    <p>जंतु आकृतियाँ और भौगोलिक पैटर्न</p> Signup and view all the answers

    इंडस घाटी सभ्यता में भोजन के लिए कौन-सी फसलें उगाई जाती थीं?

    <p>गेहूँ और जौ</p> Signup and view all the answers

    पत्थर के आंकड़ों में किस प्रकार की विशेषताएँ थीं?

    <p>यथार्थवादी चेहरे</p> Signup and view all the answers

    गुम हुए मोम की तकनीक में क्या हटाया जाता है?

    <p>मोम</p> Signup and view all the answers

    कौन सा मूर्तिकला तकनीक मानव आकृतियों के निर्माण में प्रयोग नहीं की जाती?

    <p>कागज की मूर्तिकला</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए स्थलों को उनके найден वस्तुओं के साथ मिलाएं:

    <p>मोहनजोदड़ो = ग्रेट बाथ हरप्पन = कफन दफनियां कालिबंगन = बोर्ड विस्तार लोतल = टेराकोटा मॉडल</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए वस्तुओं को उनके संबंधित स्थलों के साथ मिलाएं:

    <p>पशुपति सील = मोहनजोदड़ो जुड़वां दफनियां = लोतल ताम्बे का उपकरण = अलमगीरपुर प्रशंसा वाले पुरुष = हरप्पन</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए स्थलों को उनके खुदाई करने वालों के साथ मिलाएं:

    <p>मोहनजोदड़ो = दया राम साही हरप्पन = बी बी लाल कालिबंगन = एस आर राव लोतल = जेपी जोशी</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए वस्तुओं को उनके विशेषताओं के साथ मिलाएं:

    <p>सीमेन्ट दफनियां = बच्चों के अवशेष धातु का अंश = ताम्बे से बना प्रमुख कृषि उत्पादन = कपास उत्पादन काले बर्तन = पेंटिंग डिज़ाइन</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए स्थलों के साथ उनकी जल धाराओं को मिलाएं:

    <p>मोहनजोदड़ो = इंदुस नदी हरप्पन = रावी नदी कालिबंगन = घग्गर नदी लोतल = भोगावा नदी</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए प्राचीन वस्तुओं को उनके श्रेणियों के साथ मिलाएं:

    <p>ताम्बे का उपकरण = खनन सामान टेराकोटा देवी = धार्मिक प्रतीक पीतल की नर्तकी = कलात्मक वस्तु पशुपति सील = धार्मिक पहचान</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए स्थलों को उनके विशेष बयानों के साथ मिलाएं:

    <p>मोहनजोदड़ो = 1921-1923 में खुदाई हरप्पन = 1961 में खुदाई कालिबंगन = 1954 में खुदाई लोतल = 1967-68 में खुदाई</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए स्थलों को उनके उत्पादक विशेषताओं के साथ मिलाएं:

    <p>मोहनजोदड़ो = कपास का उत्पादन हरप्पन = धातु का उपयोग कालिबंगन = डबल फसल प्रणाली लोतल = सब्जियों का उत्पादन</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए स्थलों को उनकी खास विशेषताओं से मिलाएं:

    <p>Dholavira = पत्थर की संरचनाएं और अनाज घर Rakhigarhi = सबसे बड़ा इंदुस घाटी सभ्यता का स्थल Kot Diji = मां देवी की मूर्तियों की खोज Surkotada = व्यापारिक डॉक</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए खोजकर्ताओं को उनके द्वारा किए गए स्थलों से मिलाएं:

    <p>NG Majumdar = Dholavira JP Joshi = Kot Diji Dr. Amarendra Nath = Rakhigarhi बाबू राम लाल = हरप्पा</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए वस्तुओं को उनकी संबंधित स्थलों से मिलाएं:

    <p>बर्तन = हरप्पन स्टील = Dholavira ताम्बा के औजार = Rakhigarhi झुमके = Kuchchh</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए स्थलों को उनके अवशेषों से मिलाएं:

    <p>Chanhudaro = बंगलों का कारखाना Sindh क्षेत्र = सील और अमुलेट्स Desalpur = विशाल पत्थर की सुरक्षा Kot Diji = सांकेतिक धातु की वस्तुएं</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता की वास्तुकला के गुणों को उनके विवरणों से मिलाएं:

    <p>आयताकार ग्रिड पैटर्न = सड़कें जो 90 डिग्री पर मिलती हैं शहर की योजना = सुचारू जल निकासी मूर्तियाँ = ताम्बा और कांस्य भवन = चार मंजिला</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए पारंपरिक वस्त्रों की प्रजातियों को उनके विवरणों से मिलाएं:

    <p>सील = लिखाई हुई सामग्री मिट्टी के बर्तन = रेखा वाले चित्रण कांस्य वस्तुएं = आभूषणों का निर्माण ताम्बा = उपकरण बनाने के लिए</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के कुछ प्रमुख खोजों को उनके स्थलों से मिलाएं:

    <p>लकड़ी के औजार = Rakhigarhi पत्थर की नलिया = Dholavira कच्चा कांसा = Kot Diji तरकश और भाले = Surkotada</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए स्थलों को उनकी भौगोलिक स्थिति से मिलाएं:

    <p>Dholavira = लुनी नदी Rakhigarhi = ड्रिशद्वती नदी Kot Diji = सिंध क्षेत्र Surkotada = कच्छ का तटीय इलाका</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए स्थलों की खुदाई के वर्ष को उनके विवरणों से मिलाएं:

    <p>1931 = Dholavira 1960 के दशक = Rakhigarhi 1967-68 = Kot Diji 1970 = Surkotada</p> Signup and view all the answers

    निम्नलिखित इंदुस घाटी सभ्यता की विशेषताओं को उनके संबंधित विवरणों से मिलाइए:

    <p>गहने = कंकड़, सोने, चांदी से बने मनोरंजन के साधन = कच्चे मिट्टी की गाड़ियाँ, गुड़िया, और गिल्ली-डंडा व्यवसाय = कपड़ों की बुनाई और व्यापार करना धार्मिक मान्यताएँ = माँ-देवी की आकृतियाँ और पीपल का पेड़</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के पतन के कारणों को उनके विवरणों से मिलाइए:

    <p>महाशीतलन = अन्यथा व्यापार का रुकना आर्यन आक्रमण = इंडो-यूरोपीय जनजातियों का आक्रमण जलवायु परिवर्तन = पूर्व की ओर बढ़ने वाली मानसून बाढ़ = इंदुस नदी का विनाशकारी बाढ़</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के शिल्प कार्यों को उनके संबंधित विवरणों से मिलाइए:

    <p>बीड्स = मिट्टी, पत्थर, और शंख से बनाना धातु कार्य = धातुओं का उपयोग कर सामान बनाना सील = मोहेंजोदारो से पाए गए छोटे चीजें भार और माप = लौटाल के डाक पर विभिन्न आकृतियों में देखे गए</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता में वस्त्र पहनने की पारंपरिक शैली को उनके संबंधित विवरणों से मिलाइए:

    <p>महिलाएँ = छोटी स्कर्ट पहनती थीं पुरुष = लंबा कपड़ा अपने चारों ओर लपेटते थे बच्चे = खिलौने और मिट्टी की वस्तुओं के साथ खेलते थे बुजुर्ग = जुआ खेलने का आनंद लेते थे</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के धार्मिक संकेतों को उनके विवरणों से मिलाइए:

    <p>पशुपतिनाथ सील = देवता के संरचनात्मक चित्र पीपल का पेड़ = एक पवित्र वृक्ष माना जाता था हॉर्न Bull सील = धार्मिक प्रतीक के रूप में माँ-देवी की आकृतियाँ = महिलाओं की पूजा के प्रतीक</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता की प्रमुख स्थापत्य विशेषताओं को उनके विवरणों से मिलाइए:

    <p>उपेक्षित नागरिक = एक कमरे के छोटे क्वाटर्स महान स्नानागार = सार्वजनिक स्नानागार सञ्चालन उत्कृष्ट किलानुमा = प्रशासनिक भवन और भू-भाग जल निकासी प्रणाली = मुख्य सड़कों के किनारे बड़े नालों से जुड़ी</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता की विभिन्न मूर्तियों को उनके प्रकारों से मिलाइए:

    <p>पशुपति सील = आधा आदमी और आधा जानवर बैल की सील = जानवरों की आकृति मानव आकृतियों की मूर्तियाँ = सामाजिक स्थिति के प्रतिनिधि बजरी की मूर्तियाँ = सजावटी और धार्मिक प्रयोग</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के महत्वपूर्ण सामानों को उनके उपयोगों से मिलाइए:

    <p>सील = व्यापार और पहचान के लिए इंद्रधनुषी गहने = सौंदर्य के लिए मिट्टी के बर्तन = भोजन के almacenamiento के लिए पत्थर की मूर्तियाँ = धार्मिक और सांस्कृतिक अर्थ</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के लेखन प्रणाली को उनके लक्षणों से मिलाइए:

    <p>पिक्टोग्राफिक लेखन = चित्र के रूप में जानकारी प्रस्तुत करता है बौस्त्रोफेडन लेखन = दाएं से दाएं और फिर बाएं से बाएं अक्षर विस्तार = अभी तक अज्ञात और अप्रशिक्षित लिपि = सील पर बनी हुई</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता की निर्माण सामग्रियों को उनके विशेषताओं से मिलाइए:

    <p>बुने हुए वस्त्र = धागों से बने जल निकासी के लिए मिट्टी = नलियों की व्यवस्था जलयान = व्यापार और परिवहन के लिए कच्चा लोहा = धातु वस्त्रों के निर्माण में</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के व्यापार से संबंधित वस्तुओं को उनके प्रकार से मिलाइए:

    <p>सोने के आभूषण = व्यापार में महत्वपूर्ण मिट्टी के खिलौने = बच्चों के खेल के लिए भारतीय कपड़े = नव्य वस्त्राणों के लिए ताम्बे के औजार = कृषि और कार्यों में उपयोग</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के उन मुख्य विशेषताओं को उनके विवरण से मिलाइए:

    <p>शहर की योजना = जालनुमा सड़कें उत्कृष्ट जल निकासी = स्वच्छता बनाए रखने के लिए विशाल भंडारण = अन्न की आपूर्ति के लिए बुने हुए कपड़ों की उत्पादन = कृषि उत्पादन का समर्थन</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता से प्राप्त विभिन्न सामग्री को उनके उपयोग से मिलाइए:

    <p>स्टियटाइट = सील बनाने में उपयोग तेजाब युक्त मिट्टी = निर्माण कार्यों में पुराने लोहे = उपकरणों के निर्माण में ताम्बे = धातु वस्त्रों के निर्माण में</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के सामाजिक ढांचे को उनके विशेषताओं से मिलाइए:

    <p>श्रमिक वर्ग = साधारण लोगों के लिए विपणनकर्ता = व्यापार और लेन-देन में शासक वर्ग = प्रशासनिक कार्यों के लिए धार्मिक वर्ग = संस्कृति और आस्था के लिए</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के प्रमुख कला रूपों को उनके विवरणों से मिलाइए:

    <p>चिन्हित मूर्तियाँ = व्यक्तित्व एवं सत्ता का प्रतिनिधित्व कला के पत्थर = सजावटी कार्यों में मिट्टी के बर्तन = सांस्कृतिक परंपरा को दर्शाने के लिए जल रंग चित्र = धार्मिक चित्रण के लिए</p> Signup and view all the answers

    इन वस्तुओं को उनके उपयोग के अनुसार मिलाएँ:

    <p>ताम्बे की मूर्तियाँ = धातु के उपकरण पेंटेड मिट्टी के बर्तन = घरेलू और सजावटी प्रयोजन जानवरों की आकृतियाँ = खिलौने बनाने के लिए शिल्प के पत्थर के आंकड़े = आध्यात्मिक चित्रण</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए प्रमुख अवशेषों को उनके विवरण के अनुसार मिलाएँ:

    <p>महान स्नान = सामाजिक सामंजस्य का स्थान डांसिंग गर्ल = धातु का अद्भुत सुनहरा चित्रण पाशुपत सील = धार्मिक तरीके का प्रतीक अग्नि के गड्ढे = मिट्टी कारीगरी का उपयोग</p> Signup and view all the answers

    किस वस्तु के निर्माण में निम्नलिखित तकनीकों का उपयोग किया गया है?

    <p>गुम हुए मोम की तकनीक = ताम्बे की मूर्तियाँ मनुष्य आकृतियों का पत्थर = शिल्पकला का उत्कृष्ट नमूना मिट्टी की वस्तुएं = खिलौने और मिनिएचर बनाना पेंटेड मिट्टी = घर सजाने के लिए</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता की खाद्य आदतों को उनके उत्पादों के अनुसार मिलाएँ:

    <p>गेहूँ और जौ = मुख्य फसलें अनार और केला = फलों का सेवन मांस और मछली = प्रोटीन स्रोत ऊन और कपास = पोशाक के लिए सामग्री</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए कलात्मक वस्तुओं को उनके उपयोग के अनुसार मिलाएँ:

    <p>लाल और काला बर्तन = सजावट और घरेलू उपयोग मिट्टी के खिलौने = बच्चों का मनोरंजन पत्थर केFigures = धार्मिक ग्रंथों का प्रतिनिधित्व पेंटेड पॉटरी = सांस्कृतिक प्रतिनिधित्व</p> Signup and view all the answers

    प्रमुख कला शैलियों को उनकी सामग्री के अनुसार मिलाएँ:

    <p>ताम्बे की मूर्तियाँ = धातु मिट्टी की आकृतियाँ = कच्ची मिट्टी पत्थर की मूर्तियाँ = अन्य तत्व काले और लाल बर्तन = पेंटेड मिट्टी</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए उल्लेखनीय प्रतीकों को उनके कार्यों के अनुसार मिलाएँ:

    <p>पशुपति सील = धार्मिक आदान-प्रदान डक्वास मूर्ति = अभिव्यक्ति और कला महान स्नान = सामाजिक गतिविधियों का हब डांसिंग गर्ल = धीमी गति में नृत्य का प्रदर्शित करना</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए विशेषणों को उनके वस्तुओं के अनुसार मिलाएँ:

    <p>लाल और काला बर्तन = सजावटी उपयोग कच्ची मिट्टी = खिलौने और आकृतियाँ पत्थर की मूर्तियाँ = हस्तकला की कुशलता ताम्बे की आकृतियाँ = धातु की प्रगति</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता में उपयोग की जाने वाली वस्तुओं को उनके कार्यों के अनुसार मिलाएँ:

    <p>बर्तन = खाने और पीने के लिए खिलौने = बच्चों का मनोरंजन मूर्तियाँ = आध्यात्मिक अर्थव्यवस्था पत्थर के आंकड़े = संस्कृति और कला का प्रतीक</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता का दक्षिणतम स्थल कौन सा है?

    <p>धोलावीरा</p> Signup and view all the answers

    महिलाएं कौन से आभूषण पहना करती थीं?

    <p>सोने और चांदी के बने आभूषण</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता का काल लगभग BC 2500 से 1500 तक था।

    <p>True</p> Signup and view all the answers

    पुरुषों ने हमेशा भारतीय परिधान पहना।

    <p>False</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के प्रमुख नगरों में से एक का नाम बताएं।

    <p>मोहनजोदड़ो</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता में लोगों ने ____ के रूप में व्यापार किया।

    <p>फाराओस (मिस्र) और सुमेरियन (इराक)</p> Signup and view all the answers

    हरप्पन सभ्यता के पतन का एक सामान्य कारण क्या माना जाता है?

    <p>जलवायु परिवर्तन या आक्रमण जो उनके खिलाफ थे।</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए स्थलों को उनके विशेष बयानों के साथ मिलाएं:

    <p>हरप्पन = पहला प्रमुख स्थल कालीबंगन = कृषि से जुड़ा स्थान धोलावीरा = जल संरक्षण के लिए प्रसिद्ध लोतल = समुद्री व्यापार का केंद्र</p> Signup and view all the answers

    पुरुषों को _______ के रूप में संरक्षण के लिए अमुलेट्स पहने जाते थे।

    <p>गल्ती</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए वस्तुओं को उनके संबंधित उपयोग के साथ मिलाएं:

    <p>मिट्टी के खिलौने = बच्चों का खेल सील = व्यापार में प्रयोग क्लेय मूर्तियां = धार्मिक आस्था आभूषण = आभूषण के रूप में</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के किस चरण में मनुष्य ने संस्कृति के विकास में कदम रखा?

    <p>परिपक्व हरप्पन</p> Signup and view all the answers

    सूत्कगेन्दोऱ इंदुस घाटी का पूर्वी स्थल है।

    <p>False</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता में कौन-सी प्रमुख नदी का जल का उपयोग किया जाता था?

    <p>सिंधु नदी</p> Signup and view all the answers

    Dholavira किस नदी के किनारे स्थित है?

    <p>लुनी नदी</p> Signup and view all the answers

    Rakhigarhi को इंदुस घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल माना जाता है।

    <p>True</p> Signup and view all the answers

    Kot Diji से कौन सी प्रसिद्ध वस्तु मिली थी?

    <p>माँ का मूर्ति</p> Signup and view all the answers

    Rakhigarhi के खुदाई के दौरान ______ प्रकार की वस्तुएं पाई गईं।

    <p>सामग्री</p> Signup and view all the answers

    इन स्थलों को उनके खोजकर्ता के साथ मिलाएं:

    <p>Dholavira = NG Majumdar Rakhigarhi = Dr. Amarendra Nath Kot Diji = Unknown Surkotada = JP Joshi</p> Signup and view all the answers

    Surkotada किस प्रकार के व्यापार के लिए जाना जाता है?

    <p>व्यापार डॉक्स</p> Signup and view all the answers

    Dholavira, इंदुस नदी के किनारे स्थित है।

    <p>False</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता में किस सामग्री से बने भवनों का निर्माण किया गया था?

    <p>ईंट</p> Signup and view all the answers

    मार्गों की व्यवस्था इंदुस घाटी सभ्यता में किस प्रकार की थी?

    <p>सड़कें 90 डिग्री के कोण पर मिलती थीं।</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता में लिखा गया लिपि बायाँ से दाएँ लिखा जाता था।

    <p>False</p> Signup and view all the answers

    Dholavira को ______ द्वारा विश्व धरोहर का दर्जा दिया गया था।

    <p>यूनेस्को</p> Signup and view all the answers

    मोहनजोदड़ो में किस महत्वपूर्ण संरचना को देखा गया?

    <p>ग्रेट बाथ</p> Signup and view all the answers

    Dholavira में किन चीजों के पत्थर के निर्माण पाए गए?

    <p>धातु के उपकरण</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता में __________ प्रणाली का उपयोग किया गया था।

    <p>जल निकासी</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए स्थलों को उनके प्रमुख विशेषताओं के साथ मिलाएं:

    <p>मोहनजोदड़ो = ग्रेट बाथ हड़प्पा = व्यापार केंद्र धोलावीरा = पानी का प्रबंधन राखीगढ़ी = तीर्थ स्थल</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के लोग मुख्यतः किस उद्देश्य से सील का प्रयोग करते थे?

    <p>व्यापार और पहचान के लिए</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के लोगों की लिपि को पूरी तरह से पढ़ा जा चुका है।

    <p>False</p> Signup and view all the answers

    कैसे इंदुस घाटी सभ्यता के नागरिकों ने अपने घरों को साफ रखा?

    <p>जल निकासी प्रणाली के माध्यम से</p> Signup and view all the answers

    सीलें मुख्यतः __________ सामग्री से बनाई जाती थीं।

    <p>स्टियटाइट</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए निर्माण सामग्रियों को उनके उपयोग के साथ मिलाएं:

    <p>लोहा = उपकरण सामान्य पत्थर = निर्माण मिट्टी = बर्तन लकड़ी = साज-सज्जा</p> Signup and view all the answers

    गुम हुए मोम की तकनीक का उपयोग किस प्रकार की मूर्तियों के निर्माण में किया जाता है?

    <p>ताम्बे के आंकड़े</p> Signup and view all the answers

    पेंटेड मिट्टी के बर्तनों में काले रंग का उपयोग पृष्ठभूमि में किया जाता है।

    <p>False</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता में कौन सी मुख्य फसलें उगाई जाती थीं?

    <p>गेहूं और जौ</p> Signup and view all the answers

    लाल और काले बर्तनों में __________ डिज़ाइन बनाए गए हैं।

    <p>जैविक</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए मूर्तियों और उनके प्रकारों को मिलाएँ:

    <p>दौड़ती लड़की = ताम्बे की मूर्ति बियर्डेड प्रीस्ट = पत्थर की मूर्ति पशुपति सील = मिट्टी की मूर्ति लाल और काले बर्तन = मिट्टी के बर्तन</p> Signup and view all the answers

    ताम्बे के आंकड़ों में कौन-सा प्रमुख मुद्रा होता है?

    <p>दौड़ती मुद्रा</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के लोग मुख्य रूप से ऊनी कपड़े पहनते थे।

    <p>True</p> Signup and view all the answers

    मिट्टी के खिलौने किस सामग्री से बनाए जाते हैं?

    <p>गर्मी से पके हुए मिट्टी</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता में बारहाण की खान उपयुक्त ___________ परिस्थितियों में उगाई जाती थीं।

    <p>जलवायु</p> Signup and view all the answers

    ताम्बे की मूर्तियों में किस विशेषता का ध्यान रखा गया है?

    <p>ध्यान मुद्रा</p> Signup and view all the answers

    महिलाओं ने __________ पहनी थी जो शेल, सोने और चांदी से बनी थी।

    <p>ब्रेसलेट</p> Signup and view all the answers

    पुरुषों ने अपने चारों ओर __________ पहना था।

    <p>कपड़ा</p> Signup and view all the answers

    बच्चे छोटे __________ के साथ खेलते थे।

    <p>गाड़ी</p> Signup and view all the answers

    हरप्पन सभ्यता का पतन __________ के आगमन के साथ हुआ।

    <p>आर्यन</p> Signup and view all the answers

    बूढ़े लोग __________ का आनंद लेते थे।

    <p>जुआ</p> Signup and view all the answers

    मोहनजोदड़ो में पाया गया __________ एक प्रमुख स्नान के लिए जाना जाता है।

    <p>महान स्नान</p> Signup and view all the answers

    __________ की खुदाई 1921-1923 में दया राम साहनी द्वारा की गई थी।

    <p>मोहनजोदड़ो</p> Signup and view all the answers

    हरप्पन क्षेत्र में पाए गए __________ दफनियों की विशेषता है।

    <p>कोफिन</p> Signup and view all the answers

    कालीबंगन की खुदाई __________ द्वारा 1961 में की गई थी।

    <p>बीबी लाल</p> Signup and view all the answers

    लोतल को भारत का __________ कहा जाता है।

    <p>मैनचेस्टर</p> Signup and view all the answers

    अलामगिरपुर में खोजी गई __________ ताम्बे की बनी हुई थी।

    <p>टूटे हुए ब्लेड</p> Signup and view all the answers

    कालीबंगन में __________ के निशान मिले थे।

    <p>हल चलाने</p> Signup and view all the answers

    भारत के __________ में, ग्रेनरीज़ में छोटे क्वाटर्स पाए गए थे।

    <p>हरप्पा</p> Signup and view all the answers

    Dholavira किस नदी के किनारे स्थित है?

    <p>Manhar</p> Signup and view all the answers

    Rakhigarhi को _____ घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल माना जाता है।

    <p>इंदुस</p> Signup and view all the answers

    Kot Diji से _____ देवी की मूर्ति मिली थी।

    <p>माँ</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता में भवनों का निर्माण __________ मिट्टी की ईंटों से किया गया था।

    <p>जलाए गए</p> Signup and view all the answers

    _____ कच्छ जिले में स्थित है और यह एक व्यापार डॉक्स था।

    <p>Surkotada</p> Signup and view all the answers

    Dholavira को यूनेस्को द्वारा _____ के रूप में घोषित किया गया था।

    <p>विश्व धरोहर</p> Signup and view all the answers

    नगर का __________ क्षेत्र दो हिस्सों में विभाजित था: ऊँचा किला और निचला हिस्सा।

    <p>विभाजन</p> Signup and view all the answers

    महान स्नान या __________ स्नानागार मोहनजोदड़ो में स्थित था।

    <p>ग्रेट</p> Signup and view all the answers

    _____ और धातु के सामान, जैसे कि मनके, बंगलें, और मूर्तियाँ Rakhigarhi में पाए गए थे।

    <p>ताम्बा</p> Signup and view all the answers

    Rakhigarhi में _____ लोगों और जानवरों की मिट्टी की मूर्तियाँ पाई गईं।

    <p>गर्मी</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता में __________ प्रणाली के तहत प्रत्येक घर से छोटे नाले बड़े नालों से जुड़े थे।

    <p>निस्संक्रामक</p> Signup and view all the answers

    __________ मुख्यतः व्यापार, पहचान चिह्न, या शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए कार्य करती थी।

    <p>सीलें</p> Signup and view all the answers

    Dholavira में पत्थर की _____ और अनाज के लिए निर्माण पाए गए थे।

    <p>डिपो</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता की लिपि __________ से __________ की ओर लिखी गई थी।

    <p>दाएँ, बाएँ</p> Signup and view all the answers

    _____ स्थलों में तीन प्रकार की कागज वाले मोहरें मिली थीं।

    <p>हरप्पन</p> Signup and view all the answers

    सीलें आमतौर पर __________ और विभिन्न कृत्रिम पेस्टों से बनाई जाती थीं।

    <p>पत्थर</p> Signup and view all the answers

    कच्छ जिला _____ का प्रसिद्ध स्थल है।

    <p>हरप्पन</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी में __________ का महत्व विशेष रूप से उच्च था, जो शृंगार के लिए प्रयोग होता था।

    <p>विभिन्न आभूषण</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता के लोग जल निकासी के लिए __________ का उपयोग करते थे।

    <p>cesspits</p> Signup and view all the answers

    सीलें __________, गोल और चौकोर आकार की होती थीं।

    <p>त्रिकोणात्मक</p> Signup and view all the answers

    गुम हुए मोम की तकनीक को _____ के नाम से भी जाना जाता है।

    <p>cire perdue</p> Signup and view all the answers

    फायर-बेक्ड मिट्टी का उपयोग _____ बनाने के लिए किया जाता है।

    <p>मूर्तियाँ</p> Signup and view all the answers

    लाल और काले बर्तनों में पृष्ठभूमि में _____ रंग का उपयोग किया जाता है।

    <p>लाल</p> Signup and view all the answers

    पत्थर के आंकड़ों में _____ का प्रमुख उपयोग होता है।

    <p>क्राफ्ट्समैनशिप</p> Signup and view all the answers

    दौड़ती लड़की की मुद्रा को _____ स्थिति कहा जाता है।

    <p>त्रिभंगा</p> Signup and view all the answers

    मिट्टी के बर्तनों की खुदाई में _____ और _____ प्रकार की बर्तनों का पता चला।

    <p>सादा</p> Signup and view all the answers

    कांस्य आकृतियों के निर्माण में _____ का उपयोग किया जाता है।

    <p>तरल धातु</p> Signup and view all the answers

    इंदुस घाटी सभ्यता में खाने के लिए _____ और _____ जैसी फसलें उगाई जाती थीं।

    <p>गेहूं</p> Signup and view all the answers

    काँस्य आकृति के लिए गुम हुए मोम की प्रक्रिया में _____ हटाई जाती है।

    <p>मोम</p> Signup and view all the answers

    मिट्टी के खिलौनों को _____ मिट्टी से बनाया जाता है।

    <p>अग्नि-पकाई गई</p> Signup and view all the answers

    आपके शरीर द्वारा पानी का उपयोग किस उद्देश्य के लिए किया जाता है?

    <p>वसा के लिए</p> Signup and view all the answers

    किस विकल्प में व्यक्ति के दृष्टिकोण के सही प्रभाव का वर्णन किया गया है?

    <p>एक सकारात्मक दृष्टिकोण सफलता में मदद कर सकता है</p> Signup and view all the answers

    जिस वाक्य में 'determine' शब्द का सबसे पास का अर्थ क्या है?

    <p>नियंत्रित करना</p> Signup and view all the answers

    एक व्यक्ति के दृष्टिकोण की उत्पत्ति के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?

    <p>हमारे दृष्टिकोण हमारी मान्यताओं से प्रभावित होते हैं</p> Signup and view all the answers

    किस में से कौन सा कथन यह दर्शाता है कि सही दृष्टिकोण कैसे महत्वपूर्ण है?

    <p>सिर्फ अच्छे दृष्टिकोण वाले लोग अवसर देख सकते हैं</p> Signup and view all the answers

    किस स्थिति में बुरे दृष्टिकोण का प्रभाव सबसे स्पष्ट हो सकता है?

    <p>आत्म-सम्मान में कमी में</p> Signup and view all the answers

    निम्नलिखित में से कौन सा व्यक्ति के दृष्टिकोण को परिभाषित करने वाले तत्व नहीं है?

    <p>सरकारी नियम</p> Signup and view all the answers

    एक व्यक्ति के दृष्टिकोण का सबसे बड़ा प्रभाव किस पर पड़ता है?

    <p>उनके सामाजिक व्यवहार पर</p> Signup and view all the answers

    चॉकलेट की चखाई में पहले और बाद में क्या गतिविधियाँ की जाती हैं?

    <p>तोड़ना, सूंघना, सुनना, पिघलाना</p> Signup and view all the answers

    नरेटर की नौकरी में कौन सा पहलू पल्लवित नहीं है?

    <p>उसका कार्य स्थान संकीर्ण है</p> Signup and view all the answers

    भारत का परमाणु उद्देश्य किस संदर्भ में लंबे समय से विवाद का कारण बना है?

    <p>अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता के लिए</p> Signup and view all the answers

    भारत के प्रधानमंत्री ने परमाणु नीति को लेकर विश्व को कौन सी बात की पुष्टि की थी?

    <p>भारत केवल निवारक उद्देश्य के लिए परमाणु हथियार रखता है</p> Signup and view all the answers

    नरेटर को चॉकलेट का स्वाद नहीं लेने का कारण क्या है?

    <p>अपना तालू सक्रिय रखना</p> Signup and view all the answers

    अमेरिका ने परमाणु मुद्दे को प्रमुखता देने का वास्तविक इरादा क्या हो सकता है?

    <p>बातचीत के लिए एक औजार के रूप में इस्तेमाल करना</p> Signup and view all the answers

    ‘लॉग’ शब्द का मतलब क्या है?

    <p>रिकॉर्ड करना</p> Signup and view all the answers

    नीचे दिए गए में से कौन सा कथन गलत है?

    <p>न्यूक्लियर नीति को लेकर भारत द्वारा की गई सभी सुनिश्चितताएँ गलत थीं।</p> Signup and view all the answers

    ‘लाइट’ शब्द का संदर्भ किस भाग speech के रूप में आता है?

    <p>विशेषण</p> Signup and view all the answers

    किस कारण को लेकर भारत का रुख अमेरिका के प्रति नकारात्मक हो सकता है?

    <p>परमाणु संधि पर असहमति</p> Signup and view all the answers

    भारतीय नेता की परमाणु नीति की पुष्टि करने की प्रक्रिया का क्या परिणाम था?

    <p>अमेरिका ने भारतीय रणनीति को स्वीकार कर लिया।</p> Signup and view all the answers

    परमाणु स्थानबद्धता को लेकर अमेरिका की भूमिका सबसे पहले किस प्रकार कुचली गई?

    <p>जब भारत ने परीक्षण किए थे।</p> Signup and view all the answers

    न्यूक्लियर बातचीत में अमेरिका की नीतियों का मुख्य लक्ष्य क्या था?

    <p>भारत के साथ दूसरे मुद्दों पर शक्ति संतुलन बनाना</p> Signup and view all the answers

    भारत की परमाणु नीति के संदर्भ में अमेरिका के किस दृष्टिकोण को प्रमुखता दी गई थी?

    <p>सुरक्षा की दृष्टि से समझौतों के लिए</p> Signup and view all the answers

    किस कारण से व्यक्ति विपत्ति के समय अपने आप को दोषी मानने लगता है?

    <p>ईश्वर की सजा समझना</p> Signup and view all the answers

    विपत्ति का सामना करने पर व्यक्ति के विकास का सबसे महत्वपूर्ण पहलू क्या है?

    <p>चरित्र की सुधार की प्रक्रिया</p> Signup and view all the answers

    वाद-विवाद में सुलैमान का उद्धरण देने का मुख्य उद्देश्य क्या हो सकता है?

    <p>समस्याओं से निपटने के लिए प्रेरित करना</p> Signup and view all the answers

    विपत्ति के समय लोग सबसे अधिक किस पर दोष थोपते हैं?

    <p>भाग्य या तारे</p> Signup and view all the answers

    किस विकल्प से 'कठोर चुनौती' के समानार्थक शब्द प्रस्तुत किया जा सकता है?

    <p>विपत्ति</p> Signup and view all the answers

    विपत्ति का मुख्य उद्देश्य क्या माना गया है?

    <p>चरित्र के विकास में मदद करना</p> Signup and view all the answers

    किस टिप्पणी से यह स्पष्ट होता है कि विपत्ति का अर्थ समझना संभव नहीं है?

    <p>विपत्ति का रहस्य समझने की कोशिश करना बेकार है</p> Signup and view all the answers

    विपत्ति की प्रक्रिया में सबसे बड़ी चुनौती क्या होती है?

    <p>सकारात्मकता बनाए रखना</p> Signup and view all the answers

    किस आयाम में लोग आमतौर पर विपत्तियों का सामना करते हैं?

    <p>भावनात्मक संघर्षों</p> Signup and view all the answers

    विपत्तियों के कारण जो सबसे गहरी सीख होती है, वह क्या है?

    <p>सकारात्मकता का महत्व</p> Signup and view all the answers

    उच्च उत्पादकता वाली गेहूं, चावल और अन्य फसलों की किस्मों का लोगों के लिए क्या महत्व है?

    <p>यह विकासशील देशों में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करती है।</p> Signup and view all the answers

    किस कारण से औद्योगिक देशों के लोग कृषि खर्चों को लेकर सरकार की आलोचना करते हैं?

    <p>उन्हें किसान के काम की महत्वता का कोई अहसास नहीं है।</p> Signup and view all the answers

    शहरों में रहने वाले लोगों के लिए खाद्य उत्पा्दन को लेकर सबसे गंभीर समस्या क्या है?

    <p>खेती और उत्पादन की प्रक्रिया की अनभिज्ञता।</p> Signup and view all the answers

    विकसित देशों में खाद्य उत्पादों की अधिकता का सामाजिक प्रभाव क्या है?

    <p>खाद्य पदार्थों की बर्बादी में वृद्धि।</p> Signup and view all the answers

    किस कारण से शहरी लोग किसानों के काम को तुच्छ मान लेते हैं?

    <p>क्योंकि वे ताजे खाद्य उत्पादों की महत्ता नहीं समझते।</p> Signup and view all the answers

    किस विशेषता के कारण ग्रामीण और शहरी जीवन के बीच का अंतर बढ़ता है?

    <p>शहरी लोगों की कृषि से दूरी बढ़ना।</p> Signup and view all the answers

    शहरी निवासियों द्वारा दैनिक जीवन में खाद्य उत्पादन की अनदेखी का क्या परिणाम हो सकता है?

    <p>किसानों के संघर्षों को नकारना।</p> Signup and view all the answers

    किस विषय का सही अनुमान जनता पर क्या प्रभाव डालता है?

    <p>कृषि के प्रति अनादर बढ़ना।</p> Signup and view all the answers

    छोटे किसानों द्वारा बड़े पैमाने की उपज के मुकाबले अधिक उपभोक्ताओं में आमदनी का मूल कारण क्या होता है?

    <p>किसानों की उत्पादन क्षमता को कम आंकना।</p> Signup and view all the answers

    किस कारण से विकसित देशों में कृषि के प्रति संवेदनशीलता कम हो गई है?

    <p>क्योंकि शहरीकरण ने लोगों का ध्यान भटका दिया है।</p> Signup and view all the answers

    Study Notes

    सिंधु घाटी सभ्यता

    • सिंधु घाटी सभ्यता (2500-1500 ईसा पूर्व) एक प्राचीन सभ्यता थी जिसमें मानव सभ्यता का विकास हुआ। लोगों ने भौतिक आवश्यकताओं की पूर्ति से परे देखना शुरू किया

    • यह सभ्यता 2500 ईसा पूर्व के आसपास की पहली आधुनिक सभ्यता थी।

    • सिंधु घाटी सभ्यता अफगानिस्तान में काबुल, उत्तर में कश्मीर से लेकर दक्षिण में गुजरात की खाम्बत की खाड़ी तक फैली हुई थी।

    • पूर्व में, यह सभ्यता उत्तर प्रदेश तक फैली हुई थी और पश्चिम में ईरान की सीमा तक फैली हुई थी।

    • पश्चिम में सबसे दूर स्थल: सुतकागेन्डोर (पाकिस्तान); पूर्व में सबसे दूर स्थल: आलमगीरपुर (यूपी); उत्तर में सबसे दूर स्थल: मांडा, जम्मू; दक्षिण में सबसे दूर स्थल: दैमाबाद (महाराष्ट्र)

    • यह पहली सभ्यता थी जिसके पुरातात्विक प्रमाण अच्छी तरह से पहचाने गए हैं और खोज के अधीन हैं।

    • अधिकांश स्थल नदियों के किनारे या तटों के पास थे।

    • यह सभ्यता मिस्र के फिरौन और इराक के सुमेरियों जैसी अन्य सभ्यताओं के साथ व्यापार के संबंधों को दर्शाती है।

    • आज हम जिस तरह से जी रहे हैं उसके समान ही जीवनयापन था

    • आधुनिक पुरातत्वविदों ने एक संभावित कालक्रम और समयावधि स्थापित की है:

    • पूर्व-हड़प्पा – 7000 - 3500 ईसा पूर्व

    • प्रारंभिक हड़प्पा - 3500 - 2800 ईसा पूर्व

    • परिपक्व हड़प्पा - 2800 - 1900 ईसा पूर्व

    • उत्तर हड़प्पा - 1900 - 1500 ईसा पूर्व

    • उत्तर हड़प्पा / वैदिक युग - 1500 ईसा पूर्व - 600 ईस्वी

    महत्वपूर्ण स्थल

    • मोहनजोदड़ो

    • हड़प्पा

    • कालीबंगा

    • कच्छ

    • लोथल

    • आलमगीरपुर

    • धौलावीरा

    • चान्हुदड़ो

    • कोट दीजी

    • देसलपुर

    • सुरकोटडा

    मोहनजोदड़ो (पाकिस्तान)

    • 1922 में आर.डी. बनर्जी द्वारा खुदाई की गई थी। निम्नलिखित वस्तुएँ मिली थीं:

    • पशुपति मुहर

    • पुजारी की पत्थर की मूर्ति

    • नृत्यांगना: कांस्य की मूर्ति

    • महान स्नानागार

    • अनाज भंडार

    • मातृ देवी की टेराकोटा मूर्ति

    • दाढ़ी वाला पुरुष

    • कपास का उत्पादन यहां था। यह सिंधु नदी के किनारे स्थित है।

    हड़प्पा (पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र)

    • 1921-1923 में दया राम साहनी ने खुदाई की थी। निम्नलिखित वस्तुएँ मिली थीं:

    • कब्रिस्तान जिसे लोकप्रिय रूप से 'R-37' दफन कहा जाता है

    • ताबूत दफनाने की प्रथा

    • छोटे क्वार्टरों वाले अनाज भंडार

    • दफनाने में, बच्चों को उनके सिर में एक छेद के साथ पाया गया था। इसका महत्व के संबंध में शोध चल रहा है।

    • यह रावी नदी के किनारे स्थित है।

    कालीबंगा (राजस्थान)

    • 1961 में बी.बी. लाल द्वारा खुदाई की गई थी। निम्नलिखित वस्तुएँ मिली थीं:

    • पुजारी के क्वार्टर

    • आग के गड्ढे

    • हल के निशान

    • दोहरी फसल पैटर्न

    • कांस्य बैल

    • यह घग्गर नदी के किनारे स्थित है, जिसे प्राचीन सरस्वती नदी के रूप में भी जाना जाता है।

    लोथल (गुजरात)

    • 1954 में एस.आर. राव द्वारा खुदाई की गई थी। निम्नलिखित वस्तुएँ मिली थीं:

    • जुड़वां दफनाने की प्रथा

    • टेराकोटा का हल का नमूना

    • भारत का मैनचेस्टर: सबसे अधिक फसल उत्पादन देखा गया था।

    • कपास का उत्पादन यहां था। यह साबरमती नदी की सहायक नदी भोगावो नदी के पास स्थित है।

    आलमगीरपुर (यूपी)

    • निम्नलिखित वस्तुएँ मिली थीं:

    • टूटा हुआ ब्लेड तांबे से बना है

    • चीनी मिट्टी की वस्तुएँ

    धौलावीरा (गुजरात)

    • 1967-68 में जे.पी. जोशी द्वारा खुदाई की गई थी। घोड़े के जबड़े पाए गए थे।

    • पत्थर से बने निर्माण घरों और अनाज भंडारों के लिए थे।

    • यह लूणी नदी की सहायक नदी मांहर नदी के किनारे स्थित है।

    • यह भारत का 40वां विश्व धरोहर स्थल है जिसे यूनेस्को ने 27 जुलाई 2021 को घोषित किया था।

    चान्हुदड़ो (पाकिस्तान)

    • 1931 में एन.जी. मजूमदार द्वारा खुदाई की गई थी। यह स्थल सिंधु नदी के किनारे था। निम्नलिखित वस्तुएँ मिली थीं:

    • चूड़ी फैक्ट्री

    • स्याही दानी

    • मोतियों के निर्माता की दुकान

    • एक कुत्ते का एक बिल्ली का पीछा करने का पदचिह्न। यह एकमात्र शहर है जिसमें कोई किला नहीं है।

    राखीगढ़ी (हरियाणा)

    • 1960 के दशक में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के डॉ. अमरेंद्र नाथ ने खुदाई की थी। निम्नलिखित वस्तुएँ मिली थीं:

    • पत्थर के औजार और हथियार, जैसे कुल्हाड़ी, छेनी और ब्लेड

    • तांबे और कांस्य की वस्तुएँ, जैसे मोती, चूड़ियाँ और मूर्तियाँ

    • लोगों, जानवरों और वस्तुओं की टेराकोटा मूर्तियाँ

    • मुहरें और ताबीज

    • राखीगढ़ी सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल है। यह द्रिशद्वती नदी के पास स्थित है, जो एक अब सूखी हुई नदी है, जिसे प्राचीन सरस्वती नदी प्रणाली का हिस्सा माना जाता है।

    कोट दीजी (सिंध क्षेत्र)

    • मातृ देवी की मूर्ति मिली थी।

    • बैल की मूर्ति मिली थी।

    देसलपुर (कच्छ जिला गुजरात)

    • कच्छ जिले के गुजरात में पाया गया।

    • बड़े पैमाने पर पत्थर की किलेबंदी मिली थी।

    • हड़प्पा मिट्टी के बर्तन एक प्रसिद्ध चीज थी।

    • तीन लिपि वाली मुहरें मिली थीं, जैसे एक स्टीटाइट की, एक तांबे की और एक टेराकोटा की।

    सुरकोटडा (कच्छ गुजरात)

    • 1967-68 में जे.पी. जोशी द्वारा खुदाई की गई थी। यह कच्छ गुजरात में एक तटीय शहर था।

    • यह एक व्यापारिक डॉक था।

    कला और वास्तुकला

    वास्तुकला

    नगर नियोजन

    • आयताकार ग्रिड पैटर्न नियोजन। सड़कें समकोण पर मिलती थीं।

    सड़कें

    • सड़कें अच्छी तरह से निर्मित थीं और सीवेज प्रणाली थी।

    कांस्य की मूर्तियाँ

    • सिलपट्ट विधि, जिसे खोई हुई मोम विधि के रूप में भी जाना जाता है, का उपयोग कांस्य की मूर्तियाँ बनाने के लिए किया जाता था।

    • इस तकनीक में, तरल धातु को भरने के लिए छेद बनाए जाते हैं। मोम को एक धातु संरचना से हटाने के बाद सूख जाता है।

    • नृत्यांगना: त्रिभंग मुद्रा, इसके निर्माण में से एक है।

    टेराकोटा

    • मूर्तियाँ बनाने के लिए आग से पकी हुई मिट्टी का उपयोग किया जाता था।

    • उपयोग: खिलौने, जानवरों की मूर्तियाँ, लघु गाड़ियाँ, पहिए, आदि बनाना।

    मिट्टी के बर्तन

    • खुदाई स्थलों से 2 तरह के मिट्टी के बर्तन मिले: साधारण मिट्टी के बर्तन और चित्रित मिट्टी के बर्तन।

    • चित्रित मिट्टी के बर्तन को लाल और काले मिट्टी के बर्तन के रूप में भी जाना जाता है, जिसमें लाल रंग पृष्ठभूमि में इस्तेमाल किया जाता है और काले रंग का इस्तेमाल डिजाइन और चित्र बनाने के लिए किया जाता है।

    • पेड़, पक्षी, जानवरों की आकृतियाँ और ज्यामितीय पैटर्न कुछ विषय थे।

    • सभी पहिए से बने सजावटी मिट्टी के बर्तन हैं।

    • घरेलू उद्देश्यों, सजावटी उद्देश्यों और तरल डालने के लिए उपयोग किया जाता था।

    लाल और काला मिट्टी के बर्तन

    पत्थर की मूर्तियाँ

    • शिल्प कौशल अपने चरम पर था। उदाहरण के लिए दाढ़ी वाले पुजारी की पत्थर की मूर्ति: तिकोना पैटर्न के साथ एक शॉल में लिपटे हुए।

    • आँखें लम्बी और आधी बंद हैं, जैसे ध्यान में। नर धड़ की लाल बलुआ पत्थर की मूर्ति एक और उदाहरण है।

    मुहरें

    • पशुपति मुहर: पशुपति मुहर में एक देवता को ध्यानस्थ अवस्था में दिखाया गया है यह मुहर सिंधु घाटी सभ्यता की प्रमुख देवता की उपस्थिति को दर्शाती है।

    • नृत्यांगना, कांस्य की मूर्ति: यह कांस्य की मूर्ति महिला की सुंदरता और रचनात्मकता का प्रतीक है।

    • महान स्नानागार: यह स्नानागार सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों के सामाजिक जीवन और स्वच्छता के प्रति जागरूकता को दर्शाता है।

    • आग के गड्ढे: आग के गड्ढे सिंधु घाटी सभ्यता में आग के उपयोग का प्रमाण देते हैं।

    दफनाने की प्रथा

    • दफनाने की प्रथा सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों के धार्मिक विश्वासों और मृत्यु की समझ को दर्शाती हैं।

    जीवन यापन

    खाने की आदतें

    • बोई जाने वाली फसलें गेहूं और जौ थीं।

    • फल: अनार और केले

    • मांसाहारी: मांस और मछली

    वेशभूषा और आभूषण

    • कपड़े ज्यादातर ऊन और कपास से बने थे।

    • महिलाएं छोटी स्कर्ट पहनती थीं।

    • पुरुषों ने अपने चारों ओर एक लंबा कपड़ा पहना था।

    • महिलाओं ने गोले, सोना और चांदी से बने कंगन और हार पहने थे।

    • पुरुषों ने खुद को गलत प्रभावों से बचाने के लिए ताबीज पहने थे।

    मनोरंजन

    • बच्चे छोटी मिट्टी की गाड़ियों, गुड़िया, खड़खड़ाहट, कंचे आदि से खेलते थे।

    • जानवरों की मूर्तियाँ कठपुतली की तरह बनाई जाती थीं।

    • पक्षियों के रूप में सीटी बनाई जाती थी।

    • बूढ़े लोग जुआ खेलने का आनंद लेते थे।

    व्यवसाय

    • कपड़ों की बुनाई करना

    • फारस की खाड़ी और सुमेरियों के साथ व्यापार करना।

    • मोतियों का निर्माण, जैसे मिट्टी, पत्थर, पेस्ट, शंख और हाथी दांत; और ताबीज।

    • धातु का काम।

    व्यापार

    • मोहनजोदड़ो की मुहरें और छोटी वस्तुएँ इराक के स्थलों में पाई गई थीं।

    • लोथल डॉक पर, विभिन्न आकारों के भार और माप पाए गए हैं और सटीक थे।

    • अफगानिस्तान से नीले रत्न और लैपिस लाजुली के व्यापार के निशान।

    धर्म

    • लोग भगवान में विश्वास करते थे।

    • मातृ-देवी की मिट्टी की मूर्तियों और छोटी पत्थर की मुहर पर उत्कीर्ण देवताओं की बैठी हुई आकृतियों के शिलालेख। उदाहरण के लिए पशुपति मुहर।

    • कुछ चीजें पवित्र मानी जाती थीं। उदाहरण के लिए पीपल वृक्ष की मुहर, सींग वाले बैल की मुहर, आदि।

    हड़प्पावासियों का पतन

    • लगभग 1500 ईसा पूर्व हड़प्पा सभ्यता के पतन की भविष्यवाणी की गई।

    • यही वह काल है जिसे आर्यों का आगमन माना जाता है। विभिन्न भविष्यवाणी सिद्धांत इस प्रकार थे:

    • सिंधु नदी में भारी बाढ़ जिससे शहर डूब गए। (आशुतोष गोवारिकर की फिल्म मोहनजोदड़ो ने फिल्म के अंत में इस संदर्भ का उपयोग किया था।)

    • हड़प्पा जलवायु में एक और विनाशकारी परिवर्तन पूर्व की ओर चलने वाले मानसून या हवाएँ हो सकती हैं जो भारी बारिश लाती हैं।

    • मानसून जलवायु के लिए मददगार और हानिकारक दोनों हो सकते हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे वनस्पति और कृषि का समर्थन करते हैं या नष्ट करते हैं।

    • एक सिद्धांत ने सुझाव दिया कि आर्य नामक एक खानाबदोश, इंडो-यूरोपीय जनजाति ने सिंधु घाटी सभ्यता पर आक्रमण किया और उसे जीत लिया।

    सिंधु घाटी सभ्यता के महत्वपूर्ण स्थल

    • मोहनजोदड़ो (पाकिस्तान): सिंधु नदी के किनारे स्थित, दया राम साहनी द्वारा 1921-1923 में खुदाई की गई। महत्वपूर्ण खोजों में महान स्नानागार, अनाज भंडार, टेराकोटा मातृ देवी की मूर्ति, दाढ़ी वाले पुरुष की मूर्ति, और कपास उत्पादन के साक्ष्य शामिल हैं।
    • हड़प्पा (पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र): रावी नदी के किनारे स्थित, बी.बी. लाल द्वारा 1961 में खुदाई की गई। महत्वपूर्ण खोजों में 'R-37' कब्रिस्तान, ताबूतों में दफनाने की प्रथा, अनाज भंडार, और बच्चों के कपाल में छेद वाले कंकाल शामिल हैं।
    • कालिबंगन (राजस्थान): घग्गर नदी (प्राचीन सरस्वती नदी के रूप में जाना जाता है) के किनारे स्थित, एस.आर. राव द्वारा 1954 में खुदाई की गई। महत्वपूर्ण खोजों में पुजारी के क्वार्टर, अग्निकुंड, हल के निशान, दोहरी फसल पैटर्न, और कांस्य बैल की मूर्ति शामिल हैं।
    • लोथल (गुजरात): भोगावो नदी (सबरमती नदी की एक सहायक नदी) के पास स्थित, एस.आर. राव द्वारा 1954 में खुदाई की गई। महत्वपूर्ण खोजों में जुड़वां कब्र, टेराकोटा में हल का मॉडल, और भारत का मैनचेस्टर: उच्चतम फसल उत्पादन के साक्ष्य शामिल हैं।
    • आलमगीरपुर (यूपी): जे.पी. जोशी द्वारा 1967-68 में खुदाई की गई। महत्वपूर्ण खोजों में तांबे का टूटा हुआ ब्लेड और मिट्टी के बर्तन शामिल हैं।
    • धौलावीरा (कच्छ, गुजरात): मांझर नदी (लूनी नदी की एक सहायक नदी ) के किनारे स्थित, एन.जी. मजूमदार द्वारा 1931 में खुदाई की गई। महत्वपूर्ण खोजों में घरों और अनाज भंडारों के लिए पत्थर की संरचनाएँ, घोड़े के जबड़े, और यूनेस्को द्वारा 27 जुलाई 2021 को भारत का 40वां विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया।
    • चन्हुदड़ो (पाकिस्तान): सिंधु नदी के किनारे स्थित, अमरेन्द्र नाथ (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) द्वारा 1960 में खुदाई की गई। महत्वपूर्ण खोजों में चूड़ी का कारखाना, स्याहीदान, मनके बनाने की दुकान, कुत्ते द्वारा बिल्ली का पीछा किए जाने के पदचिह्न, और एकमात्र शहर जिसमें कोई दुर्ग नहीं है।
    • रखीगढ़ी (हरियाणा): द्रिशद्वती नदी (एक सूखी हुई नदी जिसे प्राचीन सरस्वती नदी प्रणाली का हिस्सा माना जाता है) के पास स्थित, सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल। महत्वपूर्ण खोजों में पत्थर के औजार और हथियार (कुल्हाड़ी, छेनी, ब्लेड), तांबे और कांस्य की वस्तुएं (मनके, चूड़ियाँ, मूर्तियाँ), टेराकोटा मूर्तियाँ, और मुहरें और ताबीज शामिल हैं।
    • कोट दीजी (पाकिस्तान): मातृ देवी की मूर्ति, बैल की मूर्ति मिली।
    • देसलपुर (कच्छ जिला, गुजरात): विशाल पत्थर का किला मिला।
    • सुरकोटडा (कच्छ, गुजरात): जे.पी. जोशी द्वारा 1967-68 में खुदाई की गई। यह कच्छ, गुजरात में एक तटीय शहर था। सुरकोटडा एक व्यापारिक डॉक था। यहां तीन लिपि युक्त मुहरें मिली हैं, एक स्टीटाइट की, एक तांबे की और एक टेराकोटा की।

    सिंधु घाटी सभ्यता की कला और स्थापत्य कला

    • स्थापत्य कला:
      • नगर नियोजन: ग्रिड पैटर्न में सड़कों का निर्माण, आयताकार ग्रिड पैटर्न योजना, समकोण पर मिलने वाली सड़कें, बड़ी ग्रिड सड़क छोटी सड़कों में विभाजित, छोटी सड़कें व्यक्तिगत घरों से जुड़ी।
      • भवन: आवासीय भवन, सार्वजनिक भवन, सार्वजनिक स्नानागार।
      • उपयोगित सामग्री: पक्की मिट्टी की ईंटों का उपयोग निर्माण के लिए किया जाता था।
      • शहर का विभाजन: ऊँचे दुर्ग और निचले भाग में पश्चिमी और पूर्वी भागों में विभाजन, ऊँचा दुर्ग - अनाज भंडार, प्रशासनिक भवन, आंगन और स्तंभित हॉल शामिल थे, निचला भाग - कामकाजी वर्ग के लोगों के लिए छोटे एक-कमरे के क्वार्टर, सार्वजनिक स्नानागार।
    • नाली प्रणाली:
      • घरों से छोटी नालियाँ, मुख्य सड़कों के किनारे चलने वाली बड़ी नालियों से जुड़ी हुई थीं।
      • नियमित सफाई और रखरखाव के लिए नालियाँ ढीली ढंग से ढकी हुई थीं।
      • नियमित अंतराल पर सेसपिट रखे गए थे।
    • मूर्तियाँ: कांस्य मूर्तियाँ - cire perdue तकनीक (खोई हुई मोम विधि) द्वारा बनाई गई, नृत्यांगना - त्रिभंग मुद्रा, टेराकोटा मूर्तियाँ - खिलौने, जानवरों की मूर्तियाँ, लघु गाड़ियाँ, पहिए आदि।
    • मुहरें:
      • स्टीटाइट से बनी, अन्य सामग्रियों में हड्डी/हाथी दांत, धातु, विभिन्न कृत्रिम पेस्ट शामिल हैं।
      • खुदी हुई आकृतियाँ प्रदर्शित करते हैं, आम तौर पर छेदित होते हैं ताकि उन्हें लटकाया जा सके।
      • पशु आकृतियों के साथ मुहरें - बैल, आधे आदमी और आधे जानवर - पशुपति मुहर।
      • व्यापार, पहचान चिह्न या शैक्षिक उद्देश्यों के लिए उपयोग - स्वस्तिक वाली मुहरें।
    • भाषा: चित्रात्मक भाषा, दाएँ से बाएँ और फिर बाएँ से दाएँ, बस्ट्रोफेडन प्रकार की लिपि, अभी तक समझ में नहीं आई है।
    • मिट्टी के बर्तन:
      • साधारण मिट्टी के बर्तन और चित्रित मिट्टी के बर्तन, लाल और काले रंग के मिट्टी के बर्तन - लाल रंग की पृष्ठभूमि पर काले रंग का उपयोग करके चित्र और आकृतियाँ बनाई जाती हैं।
      • पेड़, पक्षी, जानवरों की आकृतियाँ, और ज्यामितीय पैटर्न विषय थे।
      • घरेलू उद्देश्यों, सजावटी उद्देश्यों और द्रव डालने के लिए उपयोग।
      • पत्थर की मूर्तियाँ - दक्षता का प्रमाण, दाढ़ी वाले पुजारी की पाषाण मूर्ति - ट्रेफोइल पैटर्न के साथ शॉल में लिपटा हुआ, लम्बी और आधी बंद आँखें, पुरुष धड़ की लाल बलुआ पत्थर की मूर्ति।

    सिंधु घाटी सभ्यता का जीवन और जीविका

    • भोजन:
      • गेहूँ और जौ की फसलें, अनार और केले, मांस और मछली।
    • पोशाक और आभूषण:
      • ऊन और कपास से बने कपड़े, महिलाएं छोटी स्कर्ट पहनती थीं, पुरुष अपने चारों ओर एक लंबा कपड़ा लपेटते थे।
      • महिलाओं द्वारा खोल, सोना और चांदी से बने कंगन और हार का उपयोग किया जाता था।
      • पुरुष गलत प्रभावों से बचाने के लिए ताबीज पहनते थे।
    • मनोरंजन:
      • बच्चे मिट्टी की छोटी गाड़ियों, गुड़िया, खड़खड़ाहट, कंचे आदि से खेलते थे।
      • जानवरों की मूर्तियों को कठपुतली के रूप में बनाया जाता था।
      • पक्षियों के रूप में सीटी बनाई जाती थी।
      • बुजुर्ग जुआ खेलने का आनंद लेते थे।
    • व्यवसाय:
      • कपड़ों का बुनाई, फारस की खाड़ी और सुमेरियों के साथ व्यापार, मिट्टी, पत्थर, पेस्ट, खोल और हाथी दांत से बने मनके और ताबीज बनाना, धातु का काम।
    • व्यापार:
      • मोहनजोदड़ो की मुहरें और छोटी वस्तुएँ इराक के स्थलों पर मिली हैं।
      • लोथल डॉक पर, विभिन्न आकारों के वज़न और माप मिले हैं और वे सटीक थे।
      • अफ़गानिस्तान से नीले रत्न और लैपिस लाजुली के व्यापार के निशान।
    • धर्म:
      • लोग ईश्वर में विश्वास करते थे।
      • मातृ देवी और बैठे हुए देवताओं की मिट्टी की मूर्तियों के शिलालेख।
      • पशुपति मुहर, पीपल वृक्ष मुहर, सींग वाले बैल मुहर।
    • हड़प्पा सभ्यता का पतन:
      • लगभग 1500 ईसा पूर्व हड़प्पा सभ्यता के पतन का अनुमान लगाया गया था।
      • यह वही समय है जब आर्यों के आगमन को माना जाता है।
      • सिंधु नदी में भारी बाढ़, पूर्व की ओर बढ़ते मानसून या हवाएँ जो भारी बारिश लाती हैं, जलवायु परिवर्तन।
      • आर्यों ने हमला कर दिया, और सिंधु घाटी सभ्यता को जीत लिया।

    सिंधु घाटी सभ्यता

    • सिंधु घाटी सभ्यता (ईसा पूर्व 2500-1500) एक प्राचीन सभ्यता थी, जिसमें मानव सभ्यता का विकास हुआ और लोग भौतिक आवश्यकताओं की पूर्ति से आगे बढ़कर देखने लगे।
    • सिंधु घाटी सभ्यता ईसा पूर्व 2500 के आसपास पहली आधुनिक सभ्यता थी।
    • यह सभ्यता अफ़गानिस्तान के काबुल, उत्तर में कश्मीर से लेकर दक्षिण में गुजरात की खाम्बात की खाड़ी तक फैली हुई थी।
    • पूर्व में यह उत्तर प्रदेश तक और पश्चिम में ईरान की सीमा तक फैली हुई थी।
    • पश्चिमी सीमा: सुत्कागेंडोर (पाकिस्तान); पूर्वी सीमा: आलमगीरपुर (यूपी); उत्तरी सीमा: मांडा, जम्मू; दक्षिणी सीमा: दैमाबाद (महाराष्ट्र)
    • यह पहली ऐसी सभ्यता थी, जिसके पुरातात्विक साक्ष्य अच्छी तरह से पहचाने गए हैं और खोजबीन चल रही है।
    • यह सभ्यता ज्यादातर नदियों के किनारे या तटों के पास स्थित थी जो विभिन्न सभ्यताओं जैसे फ़िरौन (मिस्र) और सुमेरियों (इराक) के साथ व्यापार संबंध दर्शाता है।
    • यह सभ्यता आज के समय की जीवनशैली से मिलती-जुलती थी।
    • आधुनिक पुरातत्वविदों ने एक संभावित कालक्रम और काल विभाजन स्थापित किया है:

    • प्रारंभिक हरप्पा - ईसा पूर्व 7000 - 3500
    • प्रारंभिक हरप्पा - ईसा पूर्व 3500 - 2800
    • परिपक्व हरप्पा - ईसा पूर्व 2800 - 1900
    • उत्तर हरप्पा - ईसा पूर्व 1900 - 1500
    • उत्तर हरप्पा / वैदिक युग - ईसा पूर्व 1500 - 600 ईस्वी

    महत्वपूर्ण स्थल

    • मोहनजोदड़ो
    • हड़प्पा
    • कालीबंगा
    • कच्छ
    • लोथल
    • आलमगीरपुर
    • धोलावीरा
    • चान्हुदड़ो
    • कोट दीजी
    • देसलपुर
    • सुरकोटड़ा

    स्थल और उनके महत्व

    • मोहनजोदड़ो (सिंध, पाकिस्तान): आर.डी. बनर्जी द्वारा 1922 में खुदाई की गई, यह सिंधु नदी के किनारे स्थित है। यहां बड़े स्नानागार, अनाज भंडार, सड़कें और मकान मिले हैं।

    • हड़प्पा (पंजाब, पाकिस्तान): यह सिंधु घाटी सभ्यता का पहला खुदाई किया गया स्थल है, इसे दयाराम सहनी ने 1921 में खोजा था। यहां अनाज भंडार, मकान, सड़कें और मूर्तियाँ मिली हैं।

    • कालीबंगा (राजस्थान): यह स्थल 'काले रंग की चूड़ियाँ' के लिए प्रसिद्ध है। यहां मिट्टी के बर्तन, आभूषण और दो किले मिले हैं।

    • धोलावीरा (गुजरात): यह स्थल अपने विशाल बांध और अच्छी नियोजन योजना के लिए प्रसिद्ध है। इसमें घरों और अनाज भंडारों के निर्माण के लिए पत्थरों का उपयोग किया गया था। यह यूनेस्को द्वारा 27 जुलाई 2021 को भारत की 40वीं विश्व धरोहर घोषित किया गया था।

    • कच्छ (गुजरात): यह गुजरात के कच्छ क्षेत्र में स्थित है। यहां अनाज भंडार और सड़कें मिली हैं।

    • लोथल (गुजरात): यह स्थल अपने बंदरगाह के लिए प्रसिद्ध है। यहां बर्तन, मनके और मोहरें मिली हैं। यह व्यापार केंद्र था।

    • आलमगीरपुर (उत्तर प्रदेश): यह सिंधु घाटी सभ्यता का पूर्वी सीमा का स्थल है। यहां मिट्टी के बर्तन, मनके और औजार मिले हैं।

    • चान्हुदड़ो (पाकिस्तान): एन.जी. मजूमदार ने 1931 में इस स्थल की खुदाई की थी। यहां चूड़ियाँ बनाने की फैक्टरी, स्याहीदान, मनके बनाने की दुकान और एक कुत्ते के एक बिल्ली का पीछा करने का निशान मिला है। यह एकमात्र ऐसा शहर है जिसमें कोई किला नहीं है।

    • राखीगढ़ी (हरियाणा): यह स्थल सिंधु घाटी सभ्यता के सबसे बड़े स्थलों में से एक है। यह द्रिशद्वती नदी के पास स्थित है, जिसे प्राचीन सरस्वती नदी तंत्र का हिस्सा माना जाता था। यहां कुल्हाड़ी, छेनी, पत्थर के औजार और हथियार, तांबे और कांसे की वस्तुएँ, मिट्टी की मूर्तियाँ, मुहरें और ताबीज मिले हैं।

    • कोट दीजी (पाकिस्तान): यह स्थल सिंध क्षेत्र में स्थित है। यहां माँ देवी की मूर्ति और एक बैल की मूर्ति मिली हैं।

    • देसलपुर (गुजरात): यह स्थल गुजरात के कच्छ जिले में स्थित है। यहां विशाल पत्थरों का किला मिला है। यह स्थल हरप्पाकालीन बर्तनों के लिए प्रसिद्ध है।

    • सुरकोटड़ा (गुजरात): यह स्थल गुजरात के कच्छ क्षेत्र में स्थित है। यहां तीन शिलालेख वाली मोहरें मिली हैं जिसमें एक स्टेटाइट, एक तांबे और एक मिट्टी से बनी है। जे.पी. जोशी ने 1967-68 में इस स्थल की खुदाई की थी। यह कच्छ गुजरात में एक तटीय शहर था। यह एक व्यापारिक डॉक था।

    कला और वास्तुकला

    • वास्तुकला:
      • नगर योजना : सड़कों की ग्रिड व्यवस्था थी। सड़कें समकोण पर मिलती थीं। बड़ी ग्रिड सड़क छोटी सड़कों में विभाजित होती थी, जो छोटी गलियों से होकर व्यक्तिगत मकानों से जुड़ती थीं।
      • इमारतें:
        • मकान, सार्वजनिक इमारतें, सार्वजनिक स्नानागार।
      • शहर का विभाजन:
        • ऊँचा किला और निचला हिस्सा, पश्चिम और पूर्व में विभाजित।
        • ऊँचा किला : इसमें अनाज भंडार, प्रशासनिक भवन, आँगन और स्तंभों वाले हॉल थे।
        • निचला हिस्सा: श्रमिक वर्ग के लोगों के लिए छोटे एक कमरे वाले आवास, सार्वजनिक स्नानागार थे। मोहनजोदड़ो स्थल पर महान स्नानागार का उदाहरण है।
      • जल निकासी प्रणाली:
        • प्रत्येक घर से छोटे नाले बड़ी नालियों से जुड़ते थे, जो मुख्य सड़कों के साथ-साथ चलती थीं।
        • नालों को ढीला ढका गया था ताकि नियमित सफाई और रखरखाव हो सके।
        • नियमित अंतराल पर गड्ढे बनाए गए थे।

    मूर्तियाँ

    • मुहरें:
      • एक मुहर एक छोटी पोर्टेबल कलाकृति है, जो ज्यादातर पत्थर से बनी होती है, लेकिन हड्डी / हाथी दांत, धातु और विभिन्न कृत्रिम पेस्ट जैसे अन्य सामग्रियों में भी पाई जाती है।
      • इस पर उत्कीर्ण आकृतियाँ प्रदर्शित होती हैं और इसे आम तौर पर छेद किया जाता है ताकि इसे लटकाया जा सके।
      • मुहरें स्टेटाइट से बनाई गई थीं, जो नदी तल में पाई जाने वाली एक नरम पत्थर है।
      • तांबे, सोने, फाइंस, हाथी दांत और टेराकोटा से बनी मुहरें भी मिली हैं।
      • आकार: वर्ग, त्रिकोणीय, आयताकार, और गोलाकार।
      • कुछ मुहरों पर जानवरों की छाप है। उदाहरण के लिए, बैल।
      • कुछ मुहरों पर आधे आदमी और आधे जानवर की छाप है। उदाहरण के लिए, पशुपति मुहर।
      • उपयोग: मुख्य रूप से व्यापार, पहचान चिह्न, या शैक्षिक उद्देश्यों के लिए। (उदाहरण के लिए, स्वास्तिक जैसी गणितीय छवियों वाली मुहरें)

    भाषा

    • लिपि चित्रलिपि भाषा में थी, जो दाईं ओर से बाईं ओर और फिर बाईं ओर से दाईं ओर लिखी जाती थी।
    • इसे बस्ट्रोफेडॉन प्रकार का लेखन कहा जाता है।
    • लेखन अभी तक सुलझाया नहीं गया है।

    कांस्य की मूर्तियाँ

    • सिर मोम विधि, जिसे खोई हुई मोम विधि के रूप में भी जाना जाता है, का उपयोग कांस्य की मूर्तियाँ बनाने के लिए किया जाता था।
    • इस तकनीक में, तरल धातु भरने के लिए छेद किए जाते हैं। मोम सूखने पर इसे धातु संरचना से हटा दिया जाता है।
    • नृत्य करने वाली लड़की: त्रिभुज मुद्रा, इसकी बनावट में से एक है।

    टेराकोटा

    • मिट्टी से बनी मूर्तियाँ बनाने के लिए आग में पके मिट्टी का इस्तेमाल किया जाता था।
    • उपयोग: खिलौने, जानवरों की मूर्तियाँ, छोटी गाड़ियाँ, पहिए, आदि बनाना।

    मिट्टी के बर्तन

    • खुदाई स्थलों से दो तरह के बर्तन मिले: साधारण बर्तन और चित्रित बर्तन।
    • चित्रित बर्तन को लाल और काले बर्तन के रूप में भी जाना जाता है जिसमें लाल रंग का उपयोग पृष्ठभूमि में किया जाता है और काले रंग का उपयोग डिजाइन और आंकड़े बनाने के लिए किया जाता है।
    • वृक्ष, पक्षी, जानवरों की आकृतियाँ और ज्यामितीय पैटर्न कुछ विषय थे।
    • सभी पहिए से बने सजावटी बर्तन हैं।
    • घरेलू उपयोग, सजावटी उद्देश्यों और तरल डालने के लिए उपयोग।

    पत्थर की मूर्तियाँ

    • शिल्प कौशल अपने चरम पर था।
    • दाढ़ी वाले पुजारी की पत्थर की मूर्ति: तीन पत्ती वाले पैटर्न वाली शॉल ओढ़ी हुई है।
    • आँखें लम्बी और आधी बंद हैं जैसे ध्यान में हों।
    • पुरुष धड़ की लाल बलुआ पत्थर की मूर्ति एक और उदाहरण है।

    मुहरें

    • पशुपति मुहर:
    • नृत्य करने वाली लड़की, कांस्य की मूर्ति:
    • महान स्नानागार:
    • अग्नि कुंड:
    • दफनाने की प्रथाएँ:

    आजीविका

    • भोजन की आदतें:
      • गेहूँ और जौ की खेती की जाती थी।
      • फल: अनार और केले।
      • मांसाहारी: मांस और मछली।
    • वस्त्र और आभूषण:
      • वस्त्र ज्यादातर ऊन और सूती से बने होते थे।
      • महिलाएँ छोटी स्कर्ट पहनती थीं।
      • पुरुष अपने चारों ओर एक लंबा कपड़ा लपेटते थे।
      • महिलाओं ने गोले, सोने और चांदी से बने कंगन और हार पहने थे।
      • पुरुष बुरी शक्तियों से बचने के लिए ताबीज पहनते थे।
      • आभूषण:
    • मनोरंजन:
      • बच्चे छोटी मिट्टी की गाड़ियाँ, गुड़ियाँ, रैटल, कंचे आदि से खेलते थे।
      • जानवरों की मूर्तियाँ कठपुतलियों की तरह बनाई जाती थीं।
      • पक्षियों के रूप में सीटी बनाई जाती थी।
      • बुजुर्ग लोग जुआ खेलने का आनंद लेते थे।
    • व्यवसाय:
      • कपड़ों की बुनाई।
      • फारस की खाड़ी और सुमेरियों के साथ व्यापार।
      • मिट्टी, पत्थर, पेस्ट, गोले और हाथी दांत से बने मनके और ताबीज बनाना.
      • धातु कारीगरी।
    • व्यापार:
      • मोहनजोदड़ो के मोहरें और छोटी वस्तुएं इराक के स्थलों पर मिली हैं।
      • लोथल डॉक में विभिन्न आकारों में वजन और माप पाए गए हैं और वे सटीक थे।
      • अफ़गानिस्तान से नीले रत्न और लैपिस लाजुली के व्यापार के निशान।

    धर्म

    • लोग भगवान में विश्वास करते थे।
      • माँ देवी की मिट्टी की मूर्तियाँ और एक छोटी पत्थर की मुहर पर उकेरे गए पुरुष देवताओं के बैठे हुए आंकड़े। (जैसे: पशुपति मुहर)।
      • कुछ चीजें पवित्र मानी जाती थीं।
      • (जैसे: पीपल वृक्ष मुहर, सींग वाले बैल की मुहर, आदि)

    हरप्पा सभ्यता का पतन

    • लगभग 1500 ईसा पूर्व में हरप्पा सभ्यता के पतन का अनुमान लगाया गया था।

      • यह वही समय है, जिसे आर्यों का आगमन माना जाता है।
    • पतन के बारे में विभिन्न सिद्धांत दिए गए हैं:

      1. सिंधु नदी में भारी बाढ़ आई जिससे शहर डूब गए। (अशुतोष गोवारीकर की फिल्म "मोहनजोदड़ो" ने फिल्म के अंत में इस संदर्भ का इस्तेमाल किया)। हरप्पा की जलवायु में एक और विनाशकारी परिवर्तन पूर्व की ओर बढ़ने वाले मानसून या हवाएँ रही होंगी, जो भारी वर्षा लाती हैं। मानसून जलवायु के लिए सहायक और विनाशकारी दोनों हो सकते हैं, यह निर्भर करता है कि वे वनस्पति और कृषि का समर्थन करते हैं या नष्ट करते हैं।

      2. एक सिद्धांत में सुझाव दिया गया है कि आर्य नामक एक खानाबदोश, इंडो-यूरोपीय जनजाति ने सिंधु घाटी सभ्यता पर आक्रमण किया और उसे जीत लिया।

    सिंधु घाटी सभ्यता

    • सिंधु घाटी सभ्यता के कुछ प्रमुख स्थल हैं:
      • मोहनजोदड़ो (पाकिस्तान)
      • हड़प्पा (पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र में)
      • कालीबंगा (राजस्थान)
      • लोथल (गुजरात)
      • आलमगीरपुर (यूपी)
      • धौलावीरा (गुजरात)
      • चान्हुदड़ो (पाकिस्तान)
      • राखीगढ़ी (हरियाणा)
      • कोट दीजी (पाकिस्तान)
      • देसालपुर (गुजरात)
      • सुरकोटडा (गुजरात)

    मोहनजोदड़ो

    • मोहनजोदड़ो सिंधु नदी के किनारे स्थित है।
    • 1921-1923 में दया राम साहनी ने इसकी खुदाई की।
    • मोहनजोदड़ो में निम्नलिखित आइटम पाए गए हैं:
      • पाशुपति मुहर
      • पत्थर का एक पुजारी का चित्र
      • नृत्य करती हुई लड़की: कांस्य की मूर्ति
      • महान स्नानागार
      • अनाज के भंडारण के लिए ग्रैनरी

    हड़प्पा

    • हड़प्पा सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल है।
    • हड़प्पा रावी नदी के किनारे स्थित है।
    • 1961 में बी.बी. लाल ने इसकी खुदाई की।
    • हड़प्पा में निम्नलिखित आइटम पाए गए हैं:
      • 'R-37' कब्रिस्तान
      • ताबूतों में दफनाने की प्रथा
      • छोटे कमरों के साथ ग्रैनरी
      • दफनाने के दौरान बच्चों के खोपड़ी पर एक छेद पाया गया

    कालीबंगा

    • कालीबंगा घग्गर नदी के किनारे स्थित है।
    • 1954 में एस.आर. राव ने इसकी खुदाई की।
    • कालीबंगा में निम्नलिखित आइटम पाए गए हैं:
      • पुजारी के क्वार्टर
      • अग्नि कुंड
      • हल के निशान
      • दोहरी फसल पैटर्न
      • कांस्य के बैल

    लोथल

    • लोथल भोगावो नदी के किनारे स्थित है।
    • 1954 में एस.आर. राव ने इसकी खुदाई की।
    • लोथल में निम्नलिखित आइटम पाए गए हैं:
      • जुड़वां दफनाने
      • हल का टेराकोटा मॉडल
      • भारत का मैनचेस्टर: सबसे अधिक फसल का उत्पादन (सूती उत्पादन)

    आलमगीरपुर

    • आलमगीरपुर में निम्नलिखित आइटम पाए गए हैं:
      • तांबे से बना टूटा हुआ ब्लेड
      • सिरेमिक आइटम

    धौलावीरा

    • धौलावीरा मांहर नदी के किनारे स्थित है।
    • धौलावीरा भारत की 40वीं विश्व धरोहर है जिसे UNESCO ने 27 जुलाई 2021 को घोषित किया।
    • 1931 में एन.जी. मजूमदार ने इसकी खुदाई की थी।
    • धौलावीरा में निम्नलिखित आइटम पाए गए हैं।
      • घरों और ग्रैनरी के लिए पत्थर की संरचनाएं
      • 1960 के दशक में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के डॉ.अमरेंद्र नाथ ने खुदाई की।

    चान्हुदड़ो

    • चान्हुदड़ो सिंधु नदी के किनारे स्थित है।
    • चान्हुदड़ो में निम्नलिखित आइटम पाए गए हैं।
      • चूड़ी फैक्ट्री
      • स्याही दान
      • मोती बनाने वाली दुकान
      • एक कुत्ते का एक बिल्ली का पीछा करते हुए पदचिह्न

    राखीगढ़ी

    • राखीगढ़ी सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल है।
    • राखीगढ़ी द्रिशद्वती नदी के पास स्थित है।
    • राखीगढ़ी में निम्नलिखित आइटम पाए गए हैं।
      • पत्थर के उपकरण और हथियार
      • तांबे और कांस्य की वस्तुएं
      • मिट्टी के बर्तन
      • मुहरें और ताबीज

    कोट दीजी

    • कोट दीजी सिंध क्षेत्र में खुदाई की गई है।
    • कोट दीजी में निम्नलिखित आइटम पाए गए हैं।
      • माँ देवी की मूर्ति
      • बैल की मूर्ति

    देसालपुर

    • देसालपुर कच्छ जिले में गुजरात में स्थित है।
    • देसालपुर में निम्नलिखित आइटम पाए गए हैं।
      • विशाल पत्थर का किला
      • हरप्पन मिट्टी के बर्तन

    सुरकोटडा

    • सुरकोटडा कच्छ के गुजरात में स्थित है।
    • सुरकोटडा में निम्नलिखित आइटम पाए गए हैं।
    • सुरकोटडा एक व्यापारिक डॉक था।

    सिंधु घाटी सभ्यता की कला और वास्तुकला

    • सिंधु घाटी सभ्यता की शहरी योजना

      • आयताकार ग्रिड पैटर्न
      • सड़कें समकोण पर मिलती थीं
      • बड़ी ग्रिड सड़कें छोटी सड़कों में विभाजित थीं
      • छोटी गली घरों से जुड़ी थीं
      • सड़कों का ग्रिड पैटर्न
    • इमारतें:

      • आवासीय घर
      • सार्वजनिक इमारतें
      • सार्वजनिक स्नानागार
    • निर्माण के लिए पकी हुई मिट्टी की ईंटों का उपयोग किया जाता था।

    • शहर का विभाजन:

      • उच्च किला और निचला भाग क्रमशः पश्चिम और पूर्व में
      • उच्च किला खाद्य भंडारण इमारतें, प्रशासनिक इमारतें, आंगन, और स्तंभों वाले हॉल से बना था।
      • निचला भाग: श्रमिक वर्ग के लोगों के लिए छोटे एक-कमरे वाले क्वार्टर
      • सार्वजनिक स्नानागार (उदाहरण: मोहनजोदड़ो स्थल पर महान स्नानागार)
    • नाली प्रणाली

      • प्रत्येक घर से छोटी नालियाँ मुख्य सड़कों के किनारे बहने वाली बड़ी नालियों से जुड़ी थीं
      • नालियाँ नियमित सफाई और रखरखाव के लिए खुली रहती थीं
      • नियमित अंतराल पर सीसेपिट रखे गए थे
      • नाली प्रणाली
    • मूर्तियाँ

      • मुहरें
        • मुहरें छोटी पोर्टेबल वस्तुएं थीं
        • मुहरें ज्यादातर पत्थर से बनी थीं
        • मुहरें हड्डी/हाथी दांत, धातु, और विभिन्न कृत्रिम पेस्ट जैसे अन्य सामग्रियों में भी पाई जाती थीं
        • मुहरें नक्काशीदार नमूनों को प्रदर्शित करते हैं
        • मुहरें आमतौर पर छिद्रित होती हैं
        • मुहरें स्टेटाइट से बनाई गई थीं जो नदी तल में पाया जाने वाला एक नरम पत्थर है ।
        • तांबे, सोना, फ़ायेंस, हाथी दांत, और टेराकोटा से बनी मुहरें भी पाई गई है।
        • आकार: वर्ग, त्रिकोणीय, आयताकार, और वृत्ताकार
        • कुछ मुहरों पर जानवरों की छाप होती है (उदाहरण: बैल)
        • कुछ मुहरों पर आधे आदमी और आधे जानवर की छाप होती है (उदाहरण: पाशुपति मुहर)
        • मुहरों का उपयोग मुख्य रूप से व्यापार, पहचान चिह्न, या शैक्षिक उद्देश्यों के लिए किया जाता था।
        • मुहरों में गणितीय चित्र जैसे स्वास्तिक होते थे
      • व्यापारिक मुहरें
      • भाषा
        • लिपि चित्रात्मक भाषा में थी जो दाएं से बाएं और फिर बाएं से दाएं लिखी जाती थी।
        • इस प्रकार की लेखन को बोस्ट्रोफेडोन प्रकार का लिखना कहा जाता है।
        • लिपि को अभी तक सुलझाया नहीं जा सका है।
      • कांस्य की मूर्तियाँ
        • सायर पेर्दू तकनीक को खोई हुई मोम विधि भी कहा जाता है जिसे कांस्य की मूर्तियाँ बनाने के लिए प्रयोग किया जाता था।
        • इस तकनीक में, द्रव धातु को भरने के लिए छेद बनाए जाते थे।
        • मोम सूखने के बाद एक धातु संरचना से निकाल दिया जाता है।
        • नृत्य करती हुई लड़की: त्रिभंग मुद्रा, इसके बनावट में से एक है।
      • टेराकोटा
        • मूर्तियाँ बनाने के लिए आग में पकी हुई मिट्टी का उपयोग किया जाता था।
        • उपयोग: खिलौने, जानवरों की मूर्तियाँ, लघु गाड़ियाँ, पहिए, आदि बनाना।
      • मिट्टी के बर्तन
        • खुदाई स्थलों पर 2 प्रकार के मिट्टी के बर्तन पाये गए: साधारण मिट्टी के बर्तन और चित्रित मिट्टी के बर्तन
        • चित्रित मिट्टी के बर्तन को लाल और काले बर्तन भी कहा जाता है जिसमें पृष्ठभूमि में लाल रंग का उपयोग किया जाता है और उस पर डिजाइन और चित्र बनाने के लिए काले रंग का उपयोग किया जाता है।
        • पेड़, पक्षी, जानवरों की मूर्तियाँ, और ज्यामितीय पैटर्न कुछ विषय थे।
        • सभी चक्र निर्मित सजावटी मिट्टी के बर्तन हैं।
        • घरेलू उद्देश्यों, सजावटी उद्देश्यों और तरल डालने के लिए उपयोग।
        • लाल और काले मिट्टी के बर्तन
      • पत्थर की मूर्तियाँ
        • कारीगरी का कौशल अपने चरम पर था।
        • उदाहरण: दाढ़ी वाले पुजारी की पत्थर की मूर्ति: तिलक पैटर्न वाले दुपट्टे में लिपटा हुआ।
        • आँखें लंबी और आधी बंद हैं जैसे ध्यान में हो।
        • पुरुष धड़ की लाल बलुआ पत्थर की मूर्ति एक और उदाहरण है।
      • दाढ़ी वाला पुजारी

    सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल

    • मोहनजोदड़ो
      • पाशुपति मुहर:
    • नृत्य करती हुई लड़की, कांस्य की मूर्ति:
    • महान स्नानागार:
    • अग्नि कुंड:
    • दफनाने की प्रथाएं:

    सिंधु घाटी सभ्यता का जीवन यापन

    • खाद्य आदतें:
      • फसलें ली गई थीं: गेहूँ और जौ.
      • फल: अनार और केले
      • मांसाहारी: मांस और मछली
    • वस्त्र और आभूषण:
      • कपड़े ज्यादातर ऊन और सूती से बनते थे।
      • महिलाएं छोटी स्कर्ट पहनती थीं.
      • पुरुष अपने शरीर के चारों ओर कपड़े का लंबा टुकड़ा लपेटते थे.
      • महिलाओं ने शंख, सोना, और चांदी से बने कंगन और हार का उपयोग किया था.
      • पुरुष गलत प्रभावों से अपनी रक्षा के लिए ताबीज पहनते थे.
      • आभूषण:
    • मनोरंजन:
      • बच्चे छोटी मिट्टी की गाड़ियों, गुड़िया, खड़खड़ाहट, कंचे, आदि से खेलते थे.
      • जानवरों की मूर्तियों को कठपुतली की तरह बनाया गया था.
      • सीटी पक्षियों के रूप में बनाई गई थी.
      • बुजुर्ग जुआ खेलने का आनंद लेते थे.
    • व्यवसाय:
      • कपड़ों की बुनाई
      • फारसी खليج और सुमेरियों के साथ व्यापार
      • मोती बनाना जैसे मिट्टी, पत्थर, पेस्ट, शंख, और हथी दांत; और ताबीज
      • धातु का काम
    • व्यापार:
      • मोहनजोदड़ो की मुहरें और छोटी वस्तुएँ इराक के स्थलों में पाई गई थीं.
      • लोथल डॉक में विभिन्न आकार के वजन और माप पाये गए थे और सटीक थे.
      • अफ़गानिस्तान से नीले रत्न और लैपिस लज़ुली के लिए व्यापार की स्थिरी.
    • धर्म:
      • लोग भगवान में विश्वास रखते थे.
      • माता देवी की मिट्टी की मूर्तियों और एक छोटी पत्थर की मुहर पर नक्काशी की गई पुरुष देवताओं की बैठे हुए चित्रों के अभिलेख.
      • उदाहरण: पाशुपति मुहर.
      • उनके पास कुछ चीजें थीं जिन्हें पवित्र माना जाता था.
      • उदाहरण: पीपल वृक्ष मुहर, सिंघी बैल मुहर, आदि.
    • हरप्पा सभ्यता का पतन:
      • लगभग 1500 ईसा पूर्व में हरप्पा सभ्यता के पतन का अनुमान लगाया गया था.
      • यह वही अवधि है जिसे आर्यों का आगमन माना जाता है.
      • विभिन्न पतन सिद्धांत निम्नलिखित प्रकार से बनाए गए थे:
        • सिंध नदी में विशाल बाढ़ के कारण शहरों के डूबने का अनुमान लगाया गया था ( फिल्म मोहनजोदड़ो आशुतोष गोवारिकर द्वारा बनाई गई थी जिसमें फिल्म के अंत में इस संदर्भ का उपयोग किया गया था).
        • हरप्पा जलवायु में एक और विनाशकारी परिवर्तन पूर्व की ओर बढ़ने वाला मानसून या हवाएँ हो सकती थीं जो भारी बारिश लाती थीं.
        • मानसून एक जलवायु के लिए सहायक और हानिकारक दोनों हो सकते हैं, यह निर्भर करता है कि वे वनस्पति और कृषि का समर्थन करते हैं या नष्ट करते हैं.
        • एक सिद्धांत में सुझाव दिया गया था कि आर्य नामक एक घुमंतू, इंडो-यूरोपीय जनजाति ने सिंध घाटी सभ्यता पर आक्रमण किया और उसे जीत लिया.

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    Description

    यह प्रश्नोत्तरी इंदुस घाटी सभ्यता से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नों का संग्रह है। इसमें सभ्यता के प्रमुख नगरों, ऐतिहासिक घटनाओं, और सांस्कृतिक अवशेषों के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है। इस ज्ञान को परखने का यह एक अच्छा अवसर है।

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