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Questions and Answers
इंदस घाटी सभ्यता का काल कौन सा है?
इंदस घाटी सभ्यता का काल कौन सा है?
- 3000 से 2500 ई.पू.
- 1800 से 1500 ई.पू.
- 2600 से 1900 ई.पू. (correct)
- 1000 से 500 ई.पू.
इंदस घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थलों में से कौन सा स्थल नहीं है?
इंदस घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थलों में से कौन सा स्थल नहीं है?
- लातूर (correct)
- हड़प्पा
- मोहेनजो-दारो
- कालीबंगन
इंदस घाटी सभ्यता में कृषि के लिए कौन से फसलें मुख्य रूप से उगाई गईं?
इंदस घाटी सभ्यता में कृषि के लिए कौन से फसलें मुख्य रूप से उगाई गईं?
- गेहूँ, जौ, चना, और गन्ना (correct)
- चावल, मक्का, और गन्ना
- सोनालिका, धान, और मूँगफली
- बाजरा, सरसों, और चना
इंदस घाटी सभ्यता की शहरी योजना का एक प्रमुख पहलू क्या था?
इंदस घाटी सभ्यता की शहरी योजना का एक प्रमुख पहलू क्या था?
इंदस घाटी सभ्यता की लेखन प्रणाली किस प्रकार की थी?
इंदस घाटी सभ्यता की लेखन प्रणाली किस प्रकार की थी?
इंदस घाटी सभ्यता में धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू क्या था?
इंदस घाटी सभ्यता में धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू क्या था?
इंदस घाटी सभ्यता के पतन के कारण में कौन सी वजह शामिल नहीं है?
इंदस घाटी सभ्यता के पतन के कारण में कौन सी वजह शामिल नहीं है?
इंदस घाटी सभ्यता का व्यापार किसके साथ था?
इंदस घाटी सभ्यता का व्यापार किसके साथ था?
Study Notes
इंदस घाटी सभ्यता
-
स्थान:
- प्राचीन इंदस नदी के किनारे, वर्तमान पाकिस्तान और उत्तर-पश्चिम भारत में।
-
काल:
- लगभग 2600 से 1900 ई.पू.।
-
मुख्य स्थल:
- हड़प्पा, मोहेनजो-दारो, लोटल, और कालीबंगन।
-
पारंपरिक जीवन:
- कृषि: गेहूँ, जौ, चना, और गन्ना की खेती।
- पशुपालन: बकरियाँ, भेड़ें, गायें, और सुअर।
-
शहरी योजना:
- सड़कों का व्यवस्था, ग्रिड पैटर्न में।
- घरों का निर्माण ईंटों से, जिनमें बाथरूम और जल निकासी व्यवस्था थी।
-
सांस्कृतिक विशेषताएँ:
- लेखन प्रणाली: प्राचीन चित्रलिपि, अभी तक पूरी तरह से पढ़ी नहीं गई।
- कला: मिट्टी की मूर्तियाँ, सील, और बर्तन।
- धर्म: मातृ देवी की पूजा, प्राकृतिक तत्वों की पूजा।
-
व्यापार:
- सुमेर और अन्य सभ्यताओं के साथ व्यापारिक संबंध।
- वस्तुओं का व्यापार जैसे वस्त्र, सोना, और मसाले।
-
पतन कारण:
- जलवायु परिवर्तन, भू-गर्भीय परिवर्तन, और संभवतः आक्रमण।
-
महत्व:
- नगर नियोजन और जल प्रबंधन के लिए अद्वितीय।
- प्राचीन सभ्यताओं में से एक, मानव सभ्यता के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका।
इंदस घाटी सभ्यता
-
स्थान: प्राचीन इंदस नदी के तट पर स्थित, यह सभ्यता मुख्य रूप से वर्तमान पाकिस्तान और उत्तर-पश्चिम भारत में फैली हुई थी।
-
काल: यह सभ्यता लगभग 2600 से 1900 ई.पू. तक सक्रिय रही।
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मुख्य स्थल: प्रमुख शहरों में हड़प्पा, मोहेनजो-दारो, लोटल और कालीबंगन शामिल हैं।
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पारंपरिक जीवन:
- कृषि: मुख्य फसलें गेहूँ, जौ, चना और गन्ना थीं।
- पशुपालन: बकरियाँ, भेड़ें, गायें और सुअर पाला जाता था, जो उनके आहार और व्यापार का हिस्सा थे।
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शहरी योजना:
- शहरों की सड़कों की व्यवस्था ग्रिड पैटर्न में थी, जो उत्कृष्ट नियोजन का परिचायक है।
- घरों का निर्माण ईंटों से किया गया, जिनमें बाथरूम और जल निकासी की अच्छी व्यवस्था थी।
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सांस्कृतिक विशेषताएँ:
- लेखन प्रणाली: प्राचीन चित्रलिपि का उपयोग किया जाता था, जो अभी तक पूरी तरह से पढ़ी नहीं गई है।
- कला: मिट्टी की मूर्तियाँ, सील और विविध बर्तन उनकी कलात्मकता को दर्शाते हैं।
- धर्म: मुख्य रूप से मातृ देवी की पूजा और प्राकृतिक तत्वों की पूजा की जाती थी।
-
व्यापार:
- सुमेर और अन्य सभ्यताओं के साथ व्यापारिक संबंध स्थापित थे।
- वस्त्र, सोना और मसालों जैसे सामानों का व्यापार होता था, जो आर्थिक समृद्धि में योगदान करता था।
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पतन कारण:
- सभ्यता का पतन जलवायु परिवर्तन, भू-गर्भीय बदलाव और संभवतः बाहरी आक्रमण के कारण हुआ।
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महत्व:
- नगर नियोजन और जल प्रबंधन में अद्वितीय है, यह प्राचीन सभ्यताओं में से एक है और मानव सभ्यता के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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Description
यह क्विज आपको प्राचीन इंदस घाटी सभ्यता के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानने का अवसर देगा। इसमें स्थान, काल, पारंपरिक जीवन, और सांस्कृतिक विशेषताओं का उल्लेख है। हड़प्पा और मोहेनजो-दारो जैसे प्रमुख स्थलों के बारे में जानकारी प्राप्त करें।