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Questions and Answers
FRI 2.(आ) म अि 106 के अनुसार, निशा का लिंग पुल्लिंग है।
FRI 2.(आ) म अि 106 के अनुसार, निशा का लिंग पुल्लिंग है।
False (B)
FRI 2.(आ) म अि 106 के अनुसार, 'तारा' और 'तारे' दोनों के लिए एक ही शब्द है।
FRI 2.(आ) म अि 106 के अनुसार, 'तारा' और 'तारे' दोनों के लिए एक ही शब्द है।
False (B)
FRI 2.(आ) म अि 106 के अनुसार, 'घटा' और 'घटाएँ' के लिए पर्यायवाची होते हैं।
FRI 2.(आ) म अि 106 के अनुसार, 'घटा' और 'घटाएँ' के लिए पर्यायवाची होते हैं।
True (A)
FRI 2.(आ) म अि 106 में, 'सरल' का सही अर्थ कवि डॉ. प्रतिनिधित्व करता है।
FRI 2.(आ) म अि 106 में, 'सरल' का सही अर्थ कवि डॉ. प्रतिनिधित्व करता है।
FRI 2.(आ) म अि 106 के अनुसार, 'निशा' के लिए पुल्लिंग का सही होना स्त्रीलिंग होने के कारण है।
FRI 2.(आ) म अि 106 के अनुसार, 'निशा' के लिए पुल्लिंग का सही होना स्त्रीलिंग होने के कारण है।
रमाकांत श्रीवास्तव कहते हैं कि महुआ के वृक्ष में लाल-लाल फूल होते हैं।
रमाकांत श्रीवास्तव कहते हैं कि महुआ के वृक्ष में लाल-लाल फूल होते हैं।
महुआ के यह वृक्ष लोगों को काली चादर का आभास कराते हैं।
महुआ के यह वृक्ष लोगों को काली चादर का आभास कराते हैं।
कवि को महुआ के वृक्ष पर फूलों की सफेद चादर बिछाना प्रेरित कर रहा है।
कवि को महुआ के वृक्ष पर फूलों की सफेद चादर बिछाना प्रेरित कर रहा है।
महुआ के यह वृक्ष सुबह-सुबह सफेद साड़ी पहने हुए महिलाओं की प्रतीति करते हैं।
महुआ के यह वृक्ष सुबह-सुबह सफेद साड़ी पहने हुए महिलाओं की प्रतीति करते हैं।
'उड़ चल, हारिल' कविता में प्रयोग हुए पंक्तियों में से कुल 2 ही पंक्तियाँ हैं।
'उड़ चल, हारिल' कविता में प्रयोग हुए पंक्तियों में से कुल 2 ही पंक्तियाँ हैं।
'उड़ चल, हारिल' कविता के रचनाकार का नाम 'सच्चिदानंद हीरानंद 'अज्ञेय' है।
'उड़ चल, हारिल' कविता के रचनाकार का नाम 'सच्चिदानंद हीरानंद 'अज्ञेय' है।
कवि ने 'हारिल' नामक पक्षी के माध्यम से नवयुवकों को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी है।
कवि ने 'हारिल' नामक पक्षी के माध्यम से नवयुवकों को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी है।
नवयुवकों को फिनिक्स नामक पक्षी की उड़ान भरते हुए हारिल नामक पक्षी के संदेश समझना चाहिए।
नवयुवकों को फिनिक्स नामक पक्षी की उड़ान भरते हुए हारिल नामक पक्षी के संदेश समझना चाहिए।
कवि ने दर्शाया है कि जीवन की चुनौतियों का सामना करते हुए हमें हताश नहीं होना चाहिए।
कवि ने दर्शाया है कि जीवन की चुनौतियों का सामना करते हुए हमें हताश नहीं होना चाहिए।
उपर्युक्त पंक्तियों से प्रेरित होने का कारण है कि हमें समस्याओं का सामना करने में महत्वपूर्णता महसूस होती है।
उपर्युक्त पंक्तियों से प्रेरित होने का कारण है कि हमें समस्याओं का सामना करने में महत्वपूर्णता महसूस होती है।
कवि 'हारिल' के माध्यम से सिखाए गए संदेश के मुताबिक, जीवन में समस्याओं से भागना सही है।
कवि 'हारिल' के माध्यम से सिखाए गए संदेश के मुताबिक, जीवन में समस्याओं से भागना सही है।
कवि 'हारिल' के माध्यम से देश-भक्ति की प्रेरणा प्रदान करते हैं।
कवि 'हारिल' के माध्यम से देश-भक्ति की प्रेरणा प्रदान करते हैं।