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Questions and Answers
हिंदी साहित्य में सबसे प्रमुख बोली कौन सी है?
हिंदी साहित्य में सबसे प्रमुख बोली कौन सी है?
- ब्रज भाषा
- अवधी
- डिंगल
- आधुनिक मानक हिंदी (correct)
हिंदी साहित्य के इतिहास में भक्तिकाल का समय क्या है?
हिंदी साहित्य के इतिहास में भक्तिकाल का समय क्या है?
- c. 1800 - वर्तमान
- c. 1643 - 1800 ईस्वी
- c. 769 - 1318 ईस्वी
- c. 1318 - 1643 ईस्वी (correct)
आदिकाल को और किस नाम से जाना जाता है?
आदिकाल को और किस नाम से जाना जाता है?
- आधुनिक काल
- रीतिकालीन
- भक्तिकाल
- वीर-गाथा काल (correct)
चंद बरदाई द्वारा रचित प्रसिद्ध रचना कौन सी है?
चंद बरदाई द्वारा रचित प्रसिद्ध रचना कौन सी है?
'कबीर के दोहे' किस काव्य धारा से संबंधित हैं?
'कबीर के दोहे' किस काव्य धारा से संबंधित हैं?
'रामचरितमानस' के रचयिता कौन हैं?
'रामचरितमानस' के रचयिता कौन हैं?
'सूर सागर' किसकी रचना है?
'सूर सागर' किसकी रचना है?
निम्नलिखित में से कौन सी रचना जायसी द्वारा रचित है?
निम्नलिखित में से कौन सी रचना जायसी द्वारा रचित है?
रीतिकाल के कवियों को अक्सर किसका संरक्षण प्राप्त था?
रीतिकाल के कवियों को अक्सर किसका संरक्षण प्राप्त था?
निम्नलिखित में से कौन 'बिहारी सतसई' के लेखक हैं?
निम्नलिखित में से कौन 'बिहारी सतसई' के लेखक हैं?
आधुनिक हिंदी साहित्य का जनक किसे माना जाता है?
आधुनिक हिंदी साहित्य का जनक किसे माना जाता है?
प्रेमचंद किसके चित्रण के लिए जाने जाते हैं?
प्रेमचंद किसके चित्रण के लिए जाने जाते हैं?
छायावाद आंदोलन में कौन प्रमुख कवि थे?
छायावाद आंदोलन में कौन प्रमुख कवि थे?
निम्नलिखित में से कौन सी शैली रीतिकाल की कविता में प्रयुक्त होती थी?
निम्नलिखित में से कौन सी शैली रीतिकाल की कविता में प्रयुक्त होती थी?
'रामचरितमानस' के लेखक कौन हैं?
'रामचरितमानस' के लेखक कौन हैं?
सूरदास किसके भक्त कवि के रूप में जाने जाते हैं?
सूरदास किसके भक्त कवि के रूप में जाने जाते हैं?
'पद्मावत' के लेखक कौन हैं?
'पद्मावत' के लेखक कौन हैं?
दलित साहित्य किससे संबंधित है?
दलित साहित्य किससे संबंधित है?
Flashcards
हिंदी साहित्य
हिंदी साहित्य
हिंदी में लिखे गए साहित्यिक कार्य।
आदिकाल
आदिकाल
वीर रस की कविताएँ और राजपूत राजाओं की कहानियाँ।
भक्तिकाल
भक्तिकाल
भक्ति और व्यक्तिगत भगवान के प्रति प्रेम पर जोर।
सगुण भक्ति
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निर्गुण भक्ति
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रामचरितमानस
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सूर सागर
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रीतिकाल
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भारतेन्दु हरिश्चंद्र
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द्विवेदी युग
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छायावाद
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प्रगतिशील आंदोलन
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दोहा
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चौपाई
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भक्ति आंदोलन
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दलित साहित्य
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प्रेमचंद
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Study Notes
### हिंदी साहित्य का सिंहावलोकन
- हिंदी साहित्य में हिंदी भाषा में लिखित साहित्यिक रचनाएँ शामिल हैं।
- यह मुख्य रूप से भारत में निर्मित होता है, हालाँकि दुनिया भर में हिंदी भाषी आबादी का योगदान है।
- आधुनिक मानक हिंदी साहित्य में सबसे प्रमुख बोली है। ब्रज भाषा और अवधी जैसी अन्य बोलियाँ भी महत्वपूर्ण रही हैं, विशेष रूप से पहले की अवधि में।
### समयरेखा और मुख्य काल
- हिंदी साहित्य के इतिहास को आम तौर पर कई अवधियों में विभाजित किया जाता है, जो विशिष्ट साहित्यिक रुझानों और ऐतिहासिक संदर्भों को दर्शाता है:
- प्रारंभिक काल (लगभग 769 - 1318 ईस्वी): आदिकाल या वीर-गाथा काल के रूप में भी जाना जाता है, यह युग वीर काव्य और आख्यानों की विशेषता है।
- भक्ति काल (लगभग 1318 - 1643 ईस्वी): भक्ति संतों के भक्ति काव्य और उदय द्वारा चिह्नित एक महत्वपूर्ण अवधि।
- रीतिकाल (लगभग 1643 - 1800 ईस्वी): इस अवधि में अलंकृत कविता, सौंदर्यशास्त्र और दरबारी साहित्य पर ध्यान केंद्रित किया गया।
- आधुनिक काल (लगभग 1800 - वर्तमान): इस युग में आधुनिक साहित्यिक आंदोलनों और शैलियों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है।
### प्रारंभिक काल (आदिकाल या वीर-गाथा काल)
- इस अवधि की विशेषता वीर कविताएँ और गाथागीत हैं जो राजपूत राजाओं और योद्धाओं की बहादुरी का जश्न मनाते हैं।
- साहित्यिक रचनाएँ अक्सर युद्ध, प्रेम और शूरवीरता के विषयों के इर्द-गिर्द घूमती थीं।
- प्रमुख कार्यों में चंद बरदाई द्वारा "पृथ्वीराज रासो" शामिल है, जो पृथ्वीराज चौहान के जीवन और कारनामों का वर्णन करता है।
- नरपति नाल्ह द्वारा "बीसलदेव रासो" भी इस अवधि का एक उल्लेखनीय कार्य है।
- इन ग्रंथों में प्रयुक्त भाषा अक्सर पुरानी हिंदी बोलियों का मिश्रण होती है, जिसमें डिंगल और अपभ्रंश शामिल हैं।
### भक्ति काल
- भक्ति आंदोलन ने इस अवधि के दौरान हिंदी साहित्य को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया।
- भक्ति ने जाति और सामाजिक बाधाओं को पार करते हुए एक व्यक्तिगत देवता के प्रति भक्ति और प्रेम पर जोर दिया।।
- भक्ति कविता की दो मुख्य शाखाएँ उभरीं: निर्गुण (निराकार) और सगुण (साकार)।
- कबीर जैसे निर्गुण कवियों ने ईश्वर के निराकार रूप पर जोर दिया और धार्मिक रूढ़िवादिता की आलोचना की। उनके "कबीर के दोहे" व्यापक रूप से जाने जाते हैं।
- सगुण कवियों ने राम और कृष्ण जैसे देवताओं की पूजा पर ध्यान केंद्रित किया।
- तुलसीदास की "रामचरितमानस", रामायण की एक महाकाव्य पुनरावृत्ति, सगुण भक्ति कविता में एक मौलिक कृति है।
- सूरदास, एक अन्य सगुण कवि, ने कृष्ण को समर्पित भक्ति गीत लिखे, जो "सूर सागर" में संकलित हैं।
- मीरा बाई, एक राजपूत राजकुमारी, ने कृष्ण के प्रति अपने प्रेम को व्यक्त करते हुए भावुक भक्ति कविताएँ लिखीं।
- जायसी का "पद्मावत", एक सूफी रोमांस, भी रहस्यमय और भक्ति तत्वों का मिश्रण करते हुए, भक्ति परंपरा के अंतर्गत आता है।
### रीतिकाल
- रीतिकाल, जिसे रीति काल के रूप में भी जाना जाता है, अलंकृत कविता और सौंदर्यशास्त्र पर ध्यान केंद्रित करने की विशेषता थी।
- इस युग के कवियों को अक्सर शाही दरबारों द्वारा संरक्षण दिया जाता था और वे प्रेम, सौंदर्य और दरबारी जीवन के विषयों पर ध्यान केंद्रित करते थे।
- साहित्यिक रचनाओं ने काव्य उपकरणों, विस्तृत रूपकों और परिष्कृत भाषा पर जोर दिया।
- केशवदास इस काल के एक प्रमुख व्यक्ति हैं, जो अपनी जटिल और पेचीदा कविता के लिए जाने जाते हैं।
- बिहारी का "बिहारी सतसई", दोहों (दोहे) का संग्रह, रीतिकाल के संक्षिप्त और विचारोत्तेजक अभिव्यक्ति पर ध्यान केंद्रित करने का उदाहरण है।
- अन्य उल्लेखनीय कवियों में भूषण शामिल हैं, जिन्होंने वीर कविताएँ लिखीं, और घनानंद, जो अपने गीतात्मक और भावनात्मक छंदों के लिए जाने जाते हैं।
### आधुनिक काल (आधुनिक काल)
- हिंदी साहित्य में आधुनिक काल 19वीं शताब्दी में शुरू हुआ और आज तक जारी है।
- इस युग में उपन्यास, लघु कहानी, निबंध और नाटक सहित नए साहित्यिक रूपों का उदय हुआ।
- पश्चिमी साहित्य और विचार का प्रभाव भी महत्वपूर्ण हो गया।
- भारतेन्दु हरिश्चंद्र को आधुनिक हिंदी साहित्य का जनक माना जाता है। उन्होंने आधुनिक हिंदी गद्य और नाटक का बीड़ा उठाया।
- महावीर प्रसाद द्विवेदी के नाम पर द्विवेदी युग ने भाषाई सुधार और राष्ट्रवादी विषयों पर जोर दिया।
- प्रेमचंद, हिंदी साहित्य में एक महान व्यक्ति थे, जिन्होंने आम लोगों के जीवन और सामाजिक मुद्दों को दर्शाने वाले उपन्यास और लघु कथाएँ लिखीं। उनकी रचनाओं में "गोदान" और "गबन" शामिल हैं।
- छायावाद हिंदी कविता में एक रोमांटिक और रहस्यमय आंदोलन था। प्रमुख कवियों में जयशंकर प्रसाद, सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला', सुमित्रानंदन पंत और महादेवी वर्मा शामिल थे।
- प्रगतिशील आंदोलन: समाजवादी आदर्शों से प्रभावित इस आंदोलन ने सामाजिक न्याय और श्रमिक वर्ग के जीवन पर ध्यान केंद्रित किया।
- स्वतंत्रता के बाद, हिंदी साहित्य ने पहचान, राष्ट्रवाद और सामाजिक परिवर्तन के विषयों का पता लगाया।
- समकालीन हिंदी साहित्य नए विचारों और दृष्टिकोणों के साथ विकसित और जारी है।
### प्रमुख शैलियाँ
- कविता:
- दोहे: दोहे, अक्सर नैतिक पाठों को व्यक्त करने या भावनाओं को संक्षेप में व्यक्त करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
- चौपाई: चार पंक्तियों वाले छंद, जो आमतौर पर कथा कविता में पाए जाते हैं।
- कवित्त और सवैया: रीतिकाल कविता में उपयोग किए जाने वाले छंदबद्ध रूप।
- गज़ल: फ़ारसी और उर्दू साहित्य से उधार लिया गया एक काव्य रूप, जिसकी विशेषता तुकबंदी वाले दोहे और एक पल्लवन है।
- मुक्त छंद: आधुनिक काल के दौरान लोकप्रिय हुआ, जिससे अभिव्यक्ति में अधिक लचीलापन आया।
- गद्य:
- उपन्यास: आधुनिक काल में एक प्रमुख शैली के रूप में उभरा, जिसमें प्रेमचंद और यशपाल जैसे लेखकों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- लघु कहानी: आधुनिक काल में भी प्रमुखता प्राप्त हुई, लेखकों ने विषयों और शैलियों की एक विस्तृत श्रृंखला का पता लगाया।
- नाटक: भारतेन्दु हरिश्चंद्र को आधुनिक हिंदी नाटक का अग्रणी माना जाता है, जिन्होंने ऐसे नाटक लिखे जो सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को संबोधित करते थे।
- निबंध: निबंध आधुनिक काल में अभिव्यक्ति का एक लोकप्रिय रूप बन गया, जिसमें विभिन्न विषयों को शामिल किया गया।
### प्रमुख साहित्यिक आंदोलन
- भक्ति आंदोलन: एक व्यक्तिगत ईश्वर के प्रति भक्ति और प्रेम पर जोर दिया।
- रीतिकाल: अलंकृत कविता, सौंदर्यशास्त्र और दरबारी जीवन पर ध्यान केंद्रित किया।
- छायावाद: हिंदी कविता में एक रोमांटिक और रहस्यमय आंदोलन।
- प्रगतिशील आंदोलन: सामाजिक न्याय और श्रमिक वर्ग के अधिकारों की वकालत की।
- नयी कविता (नई कविता): स्वतंत्रता के बाद का आंदोलन जिसने नए रूपों और विषयों के साथ प्रयोग किया।
- दलित साहित्य: दलितों (पूर्व में "अछूत" के रूप में जाने जाते थे) द्वारा और उनके बारे में लिखा गया साहित्य, जातिगत भेदभाव और सामाजिक असमानता के मुद्दों को संबोधित करता है।
### महत्वपूर्ण लेखक
- चंद बरदाई: "पृथ्वीराज रासो" के लेखक।
- तुलसीदास: "रामचरितमानस" के लेखक।
- कबीर: एक प्रमुख निर्गुण भक्ति कवि।
- सूरदास: कृष्ण को समर्पित अपने भक्ति गीतों के लिए जाने जाने वाले एक सगुण भक्ति कवि।
- मीरा बाई: एक राजपूत राजकुमारी और कृष्ण के प्रति अपने भावुक भक्ति के लिए जानी जाने वाली कवयित्री।
- जायसी: "पद्मावत" के लेखक।
- केशवदास: रीतिकाल के एक प्रमुख कवि।
- बिहारी: "बिहारी सतसई" के लेखक।
- भारतेन्दु हरिश्चंद्र: आधुनिक हिंदी साहित्य के जनक माने जाते हैं।
- प्रेमचंद: हिंदी साहित्य में एक महान व्यक्ति, जो अपने उपन्यासों और लघु कथाओं के लिए जाने जाते हैं।
- जयशंकर प्रसाद: छायावाद आंदोलन के एक प्रमुख कवि।
- सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला': छायावाद आंदोलन के एक अन्य प्रमुख कवि।
- महादेवी वर्मा: छायावाद आंदोलन की एक अग्रणी कवयित्री।
- सुमित्रानंदन पंत: छायावाद आंदोलन के एक प्रमुख कवि।
- हरिवंश राय बच्चन: अपनी सुलभ और संबंधित शैली के लिए जाने जाने वाले एक लोकप्रिय कवि।
- अज्ञेय: आधुनिक हिंदी साहित्य में एक प्रमुख व्यक्ति, जो अपनी प्रायोगिक कविता और गद्य के लिए जाने जाते हैं।
### प्रभाव और विरासत
- हिंदी साहित्य ने भारतीय संस्कृति और समाज को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- इसने धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक विचारों को व्यक्त करने के लिए एक साधन के रूप में काम किया है।
- हिंदी साहित्य आधुनिक भारत की विविधता और जटिलता को दर्शाते हुए, बदलते समय के अनुसार विकसित और अनुकूलित होता रहता है।
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Description
हिंदी साहित्य भारत में हिंदी भाषा में लिखे गए साहित्यिक कार्यों को कहते है। आधुनिक मानक हिंदी साहित्य में सबसे प्रमुख बोली है। हिंदी साहित्य के इतिहास को कई अवधियों में विभाजित किया गया है।