हरि कृपा के लक्षण
10 Questions
0 Views

हरि कृपा के लक्षण

Created by
@GutsyAbundance

Questions and Answers

हरि कृपा का एक प्रमुख लक्षण क्या है?

  • घोर अपराधियों के प्रति दया (correct)
  • सिर्फ अपने लाभ का ध्यान रखना
  • दूसरों के दोष देखना
  • सफलता के पीछे रहना
  • किसे हरि कृपा का संकेत माना जाता है?

  • दया और करुणा का भाव रखना (correct)
  • अपनी महानता का गुणगान करना
  • घटिया गतिविधियों में लिप्त रहना
  • दूसरों के दोष को देखना
  • कौन सा विकल्प हरि कृपा के लक्षण में नहीं आता?

  • कपट से दूर रहना
  • दूसरों की भलाई का ध्यान रखना
  • अहंकार को मिटाना
  • सिर्फ अपने लिए भजन करना (correct)
  • कर्मों का चयन करते समय साधक को किन कार्यों से दूर रहना चाहिए?

    <p>धर्म विरुद्ध व्यापार करना</p> Signup and view all the answers

    मान-सम्मान का त्याग करने का क्या अर्थ है?

    <p>पद और प्रतिष्ठा मिलने पर असंतोष अनुभव करना</p> Signup and view all the answers

    हरि कृपा के आंतरिक रहस्यों में से एक रहस्य क्या है?

    <p>पराई भलाई के लिए भजन करना</p> Signup and view all the answers

    ध्यान और भजन का क्या महत्व है?

    <p>हरि की कृपा का अनुभव करना</p> Signup and view all the answers

    किस स्थिति में हरि कृपा पात्र व्यक्ति की पहचान होती है?

    <p>सीखने की प्रक्रिया में</p> Signup and view all the answers

    कपट और असत्य से दूर रहने का क्या महत्व है?

    <p>पवित्रता बनाये रखना</p> Signup and view all the answers

    हरि कृपा के लक्षणों को साधक को किस आधार पर परीक्षा करनी चाहिए?

    <p>उक्त निकषों पर</p> Signup and view all the answers

    Study Notes

    पहचानें प्रभु की कृपा के लक्षण

    • दया की भावना: घोर अपराधियों के प्रति भी क्षमा और सहिष्णुता होना, हरि कृपा का एक प्रमुख लक्षण।
    • अनुसया: किसी भी व्यक्ति में दोष ना देखना, दूसरों के गुणों की प्रशंसा करना, हरि कृपा का संकेत।
    • पवित्रता: भीतर और बाहर से शुद्ध रहना। कपट और असत्य से दूर रहकर भगवत चिंतन में मन लगाना।
    • कर्मों का चयन: उन कार्यों से दूर रहना जो भजन और धर्म के खिलाफ हों। जैसे कि धर्म विरुद्ध व्यापार करना।
    • निश्छल भजन: अपने भजन का फल न चाहना, दूसरों की भलाई के लिए भजन करना।
    • मान-सम्मान का त्याग: पद और प्रतिष्ठा मिलने पर भी हृदय में असंतोष का अनुभव करना, हरि कृपा का लक्षण।
    • दया और करुणा: सभी जीवों के प्रति दया और करुणा का भाव रखना, ममता से दूर रहना।
    • जहर से मुक्ति: अहंकार, विषयों की आसक्ति, और संबंधों में ममता को मिटाकर जीवन को मुक्त करना।

    हरि कृपा के आंतरिक रहस्य

    • ध्यान और भजन: भजन शक्ति का अनुकूलन करना, हृदय में हरि की कृपा का अनुभव करना।
    • पराई भलाई का ध्यान: दूसरों की भलाई के लिए भजन करना, अपने लाभ की अपेक्षा न करना।
    • सीखने की प्रक्रिया: ये लक्षण हरि कृपा पात्र व्यक्तियों में सुसंगत रूप से पाये जाते हैं।

    अंत में

    • हरि कृपा के ये लक्षण ध्यानपूर्वक सुनने और हृदय में धारण करने योग्य हैं।
    • साधक को अपनी आत्मा को इन्हीं निकषों पर परीक्षा करनी चाहिए।

    पहचानें प्रभु की कृपा के लक्षण

    • दया की भावना: घोर अपराधियों के प्रति भी सहिष्णुता और क्षमा, हरि कृपा का प्रमुख लक्षण।
    • अनुसया: किसी भी व्यक्ति में दोष न देखना और दूसरों के गुणों की प्रशंसा करना, हरि कृपा का संकेत।
    • पवित्रता: भीतर और बाहर से शुद्ध रहना, कपट और असत्य से दूर रहकर भगवत चिंतन में मन लगाना आवश्यक।
    • कर्मों का चयन: उन कार्यों से दूर रहना जो भजन और धर्म के खिलाफ हों, जैसे धर्म विरुद्ध व्यापार।
    • निश्छल भजन: भजन का फल न चाहना और दूसरों की भलाई के लिए भजन करने का भाव रखना।
    • मान-सम्मान का त्याग: पद और प्रतिष्ठा मिलने पर भी असंतोष का अनुभव करना, हरि कृपा का एक लक्षण है।
    • दया और करुणा: सभी जीवों के प्रति दया और करुणा का भाव रखना, ममता से दूर रहना आवश्यक।
    • जहर से मुक्ति: अहंकार, विषयों की आसक्ति और संबंधों में ममता को मिटाकर जीवन को मुक्त करना।

    हरि कृपा के आंतरिक रहस्य

    • ध्यान और भजन: भजन शक्ति का अनुकूलन करना, जिससे हृदय में हरि की कृपा का अनुभव हो सके।
    • पराई भलाई का ध्यान: दूसरों की भलाई के लिए भजन करना, अपने लाभ की अपेक्षा न रखना।
    • सीखने की प्रक्रिया: हरि कृपा के ये लक्षण पात्र व्यक्तियों में सुसंगत रूप से पाए जाते हैं।

    अंत में

    • हरि कृपा के ये लक्षण ध्यानपूर्वक सुनने और हृदय में धारण करने योग्य हैं।
    • साधक को अपनी आत्मा को इन निकषों पर परीक्षा करनी चाहिए।

    Studying That Suits You

    Use AI to generate personalized quizzes and flashcards to suit your learning preferences.

    Quiz Team

    Description

    इस क्विज़ में हरि कृपा के विभिन्न लक्षणों की पहचान करने के लिए प्रश्न पूछे जाएंगे। आप दया, पवित्रता और निश्छल भजन जैसे गुणों को समझेंगे। हरि कृपा के आंतरिक रहस्यों को जानने का यह एक अद्भुत अवसर है।

    More Quizzes Like This

    Use Quizgecko on...
    Browser
    Browser