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Questions and Answers
क्या BA Programme और BA Hons में NEP Unit -1 chapter - 1 रंगमंच भरत मुनि कृत िाट्यशास्त्र के विषय पर है?
क्या BA Programme और BA Hons में NEP Unit -1 chapter - 1 रंगमंच भरत मुनि कृत िाट्यशास्त्र के विषय पर है?
True (A)
क्या इकाई - 2 पाठ - 1 में प्रस्तुतत - प्रक्रिया के क्रवभिन्न घटक हैं?
क्या इकाई - 2 पाठ - 1 में प्रस्तुतत - प्रक्रिया के क्रवभिन्न घटक हैं?
True (A)
क्या इकाई - 5 में मंच प्रबंधन का विषय है?
क्या इकाई - 5 में मंच प्रबंधन का विषय है?
True (A)
िाट्यशास्त्र को पं चम वे द कयाों क ा िाता ै .
िाट्यशास्त्र को पं चम वे द कयाों क ा िाता ै .
पारं पररक रं गमं च से कया अभिप्राय ै .
पारं पररक रं गमं च से कया अभिप्राय ै .
भारती रं गमं च के निकास का क्रवश्ले षण कीक्षिये .
भारती रं गमं च के निकास का क्रवश्ले षण कीक्षिये .
रतचत इाट्यशास्त्र का नाटक शब्द का अर्थ नृत्य सामग्री, रचना, अभिनय और रसानुभूति सबकी व्याप्तता को दर्शाता है।
रतचत इाट्यशास्त्र का नाटक शब्द का अर्थ नृत्य सामग्री, रचना, अभिनय और रसानुभूति सबकी व्याप्तता को दर्शाता है।
रवvivaramuktan ने क्रवधानों के लिए पंचम रूप की रचना कराई थी।
रवvivaramuktan ने क्रवधानों के लिए पंचम रूप की रचना कराई थी।
रवvivaramuktan ने ब्रह्मा के लिए नाटक के अभिनय के अनुरूप रचना की थी।
रवvivaramuktan ने ब्रह्मा के लिए नाटक के अभिनय के अनुरूप रचना की थी।
क्रक नाटकाओं के लिए रवvivaramuktan ने रािसाओं से आज्ञा ली थी।
क्रक नाटकाओं के लिए रवvivaramuktan ने रािसाओं से आज्ञा ली थी।
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Study Notes
- रवvivaramuktan (इरतमुक्रन) ने प्राचीन ग्रन्थ "रतचत इाट्यशास्त्र" को ग्रीक इतिहासीय परिसदों (क्रवद्वानाओं) से बेचाया था, जिससे इसका अवतरण नत्यशास्त्र में हुआ। द्वारा हिसाब विनिमय "नाटक" शब्द को प्राचीन थोकियां व्युत्पन्न किया गया था, जिससे "नट" शब्द के साथ उसका मान नाटक (नृत्य) बनाया गया।
- रतचत इाट्यशास्त्र का निरूपण क्षिसमों द्वारा प्रदर्शित किया गया था, जिसमें उसकी सूक्ष्मता व्यक्तिगत रूप दिखता था।
- नाट्यशास्त्र का अर्थ नाटक (नृत्य) सामग्री, रचना, अभिनय और रसानुिूतत सबकी व्यत्प्त ऑझकरी है।
- रवvivaramuktan के अनुसार क्रवधानों ने ब्रह्मासे एक रासा नामक पंचम रूप की रचना कराई, जिससे समान रूप से तिनके लोगों के मनोरंगण के लिए प्रासन्नता प्रदान की गयी।
- ब्रह्मा ने देवताओं के लिए साधन सहित केवल उनकी प्रियावतारान के लिए नाटक के अभिनय के अनुरूप रचित वर्णन किया था, जिससे वे सबको प्रसन्नता प्रदान करे।
- क्रक नाटकाओं के लिए रवvivaramuktan ने अनुकूलित कथाओं का वणयन करने वाली रािसाओं से इसका आज्ञा लिया।
- क्षिसका उपासना देवताओं के लिए प्रसन्नता प्रदान की गयी, जिससे तीनाओं लोकाओं के लोगों के आवासों में उसका प्रसन्नता प्रदान होता था।
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