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Questions and Answers
लोहे में जंग लगने की प्रक्रिया को समझाएं।
लोहे में जंग लगने की प्रक्रिया को समझाएं।
लोहे में जंग लगना ऑक्सीडेशन प्रक्रिया है जिसमें लोहे का मिश्रण ऑक्सीजन और पानी के साथ मिलकर ऑक्साइड बनाता है।
विद्युत बल्ब का जलना किस प्रकार की अभिक्रिया है?
विद्युत बल्ब का जलना किस प्रकार की अभिक्रिया है?
विद्युत बल्ब का जलना एक ऊष्मीय अभिक्रिया है जहां विद्युत ऊर्जा प्रकाश और गर्मी में परिवर्तित होती है।
मोम का पिघलने की प्रक्रिया कैसे होती है?
मोम का पिघलने की प्रक्रिया कैसे होती है?
मोम का पिघलना एक भौतिक परिवर्तन है, जिससे तापमान बढ़ने पर यौगिक तरल में परिवर्तित हो जाता है।
पदार्थ का चुम्बकन क्या है?
पदार्थ का चुम्बकन क्या है?
ऊष्माशोषी अभिक्रिया का अर्थ क्या है?
ऊष्माशोषी अभिक्रिया का अर्थ क्या है?
लोहे में जंग लगने की प्रक्रिया को समझाइए?
लोहे में जंग लगने की प्रक्रिया को समझाइए?
विद्युत बल्ब का जलना किस प्रकार की अभिक्रिया है?
विद्युत बल्ब का जलना किस प्रकार की अभिक्रिया है?
मोम के पिघलने की प्रक्रिया को कैसे समझा सकते हैं?
मोम के पिघलने की प्रक्रिया को कैसे समझा सकते हैं?
चुम्बकन की प्रक्रिया में क्या होता है?
चुम्बकन की प्रक्रिया में क्या होता है?
ऊष्माशोषी अभिक्रिया कैसे होती है, उदाहरण सहित समझाइए।
ऊष्माशोषी अभिक्रिया कैसे होती है, उदाहरण सहित समझाइए।
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Study Notes
लोहे में जंग लगना
- लोहे में जंग लगने की प्रक्रिया ऑक्सीकरण के माध्यम से होती है।
- जब लोहे का संपर्क हवा और नमी से होता है, तो यह धीरे-धीरे ऑक्सीकरण की प्रक्रिया में बदल जाता है।
- जंग लगने से लोहे में दरारें और कमजोरियां उत्पन्न होती हैं, जिससे संरचनात्मक क्षति होती है।
विद्युत बल्ब का जलना
- विद्युत बल्ब जलने की प्रक्रिया में विद्युत ऊर्जा को प्रकाश और ऊष्मा में परिवर्तित किया जाता है।
- जब विद्युत धारा बल्ब में प्रवाहित होती है, तो फिलामेंट गर्म होता है और प्रकाश उत्सर्जित करता है।
- यह प्रक्रिया ऊष्मागतिकी के पहले नियम को प्रदर्शित करती है, जहां ऊर्जा का संरक्षण होता है।
मोम का पिघलना
- मोम का पिघलना एक भौतिक परिवर्तन है, जिसमें मोम ठोस से द्रव में बदलता है।
- यह प्रक्रिया तापमान में वृद्धि के कारण होती है, जब मोम को गर्म किया जाता है।
- एक बार पिघलने के बाद, मोम को ठंडा करने पर यह पुनः ठोस रूप में लौट सकता है।
पदार्थ का चुम्बकन
- पदार्थ का चुम्बकन एक अभिक्रिया है जिसमें पदार्थ चुम्बकीय क्षेत्र के प्रभाव में चुम्बकीय गुण प्राप्त करता है।
- यह प्रक्रिया धातुओं, जैसे लोहा और निकल, में अधिक स्पष्ट होती है।
- चुम्बकीय गुण प्राप्त करने के लिए पदार्थ को चुम्बकीय क्षेत्र में रखा जाना चाहिए।
ऊष्माशोषी अभिक्रिया
- ऊष्माशोषी अभिक्रिया वह प्रतिक्रिया है जिसमें ऊर्जा या ऊष्मा अवशोषित की जाती है।
- इस प्रक्रिया में, प्रतिक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
- उदाहरण: फोटोसिंथेसिस, जिसमें पौधे प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करते हैं।
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