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Questions and Answers
भारतीय संविधान के अनुच्छेदों की कुल संख्या कितनी है?
भारतीय संविधान के अनुच्छेदों की कुल संख्या कितनी है?
- 350
- 400
- 448 (correct)
- 500
भारतीय संविधान में मौलिक अधिकारों के भाग को कौन सा भाग दर्शाता है?
भारतीय संविधान में मौलिक अधिकारों के भाग को कौन सा भाग दर्शाता है?
- भाग IV
- भाग I
- भाग II
- भाग III (correct)
भारतीय संविधान का निर्माण कब हुआ था?
भारतीय संविधान का निर्माण कब हुआ था?
- 1945 से 1949
- 1951 से 1955
- 1946 से 1950 (correct)
- 1947 से 1950
भारतीय संविधान में संप्रभुता का अर्थ क्या है?
भारतीय संविधान में संप्रभुता का अर्थ क्या है?
संविधान का अधिनियम दिनांक कब हुआ था?
संविधान का अधिनियम दिनांक कब हुआ था?
संवैधानिक संशोधन की प्रक्रिया किस द्वारा की जाती है?
संवैधानिक संशोधन की प्रक्रिया किस द्वारा की जाती है?
भारतीय संविधान में नीति निर्देशक सिद्धांतों का मुख्य उद्देश्य क्या है?
भारतीय संविधान में नीति निर्देशक सिद्धांतों का मुख्य उद्देश्य क्या है?
भारतीय संविधान के अनुसार न्यायपालिका की स्वतंत्रता का क्या महत्व है?
भारतीय संविधान के अनुसार न्यायपालिका की स्वतंत्रता का क्या महत्व है?
भारतीय संविधान का सबसे लंबा भाग कौन सा है?
भारतीय संविधान का सबसे लंबा भाग कौन सा है?
भारतीय संविधान में अधिकारों और कर्तव्यों का संबंध क्या है?
भारतीय संविधान में अधिकारों और कर्तव्यों का संबंध क्या है?
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Study Notes
भारतीय संविधान
-
परिभाषा: भारतीय संविधान भारत का सर्वोच्च कानून है, जो देश के राजनीतिक ढांचे, मौलिक अधिकारों, तथा कर्तव्यों का निर्धारण करता है।
-
लंबाई: यह दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है, जिसमें 448 अनुच्छेद, 25 भाग, और 12 अनुसूचियाँ शामिल हैं।
-
अनुच्छेद: अनुच्छेदों को विभिन्न भागों में बांटा गया है, जैसे:
- भाग I: संघ का गठन
- भाग II: नागरिकों के मामलों की व्यवस्था
- भाग III: मौलिक अधिकार
- भाग IV: मौलिक कर्तव्य
- भाग IV-A: नीति निर्देशक सिद्धांत
-
मौलिक अधिकार: ये अधिकार नागरिकों को स्वतंत्रता और समानता प्रदान करते हैं, जैसे:
- व्यक्तिगत स्वतंत्रता (अनुच्छेद 19)
- समानता का अधिकार (अनुच्छेद 14-18)
- धर्म की स्वतंत्रता (अनुच्छेद 25-28)
-
संवैधानिक संशोधन: संविधान में परिवर्तन करने की प्रक्रिया, जो संसद द्वारा किया जा सकता है। इसे अनुसूचियों में संशोधन के लिए विभिन्न बहुलता की आवश्यकता होती है।
-
संविधान सभा: भारतीय संविधान का निर्माण 1946 से 1950 तक हुई संविधान सभा द्वारा किया गया, जिसमें डॉ. भीमराव अंबेडकर प्रमुख भूमिका में थे।
-
अपनाया गया: भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ, जिसे गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
-
संविधान के मूल तत्व:
- संप्रभुता: भारत एक संप्रभु राज्य है।
- लोकतंत्र: संविधान जनादेश और चुनावी प्रक्रिया पर आधारित है।
- गणतंत्र: राष्ट्रपति को जनहित में चुना जाता है।
- संविधानिकता: सभी कानून संविधान के अनुसार होने चाहिए।
-
न्यायपालिका: संविधान ने भारतीय न्यायपालिका को स्वतंत्रता, निष्पक्षता, और संविधान की रक्षा करने का अधिकार दिया है।
-
संविधान के सिद्धांत:
- नीति निर्देशक सिद्धांत: सरकार को आर्थिक और सामाजिक नीति तय करने में मार्गदर्शन करते हैं।
- संवैधानिक नियंत्रण: यह सुनिश्चित करता है कि सभी शाखाएं (विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका) अपने अधिकारों का दुरुपयोग न करें।
भारतीय संविधान
- भारतीय संविधान भारत का सर्वोच्च कानून है, जो राजनीतिक ढांचे एवं मौलिक अधिकारों का निर्धारण करता है।
- यह दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है, जिसमें 448 अनुच्छेद, 25 भाग, और 12 अनुसूचियाँ शामिल हैं।
अनुच्छेद एवं भाग
- भाग I: संघ के गठन पर केंद्रित है।
- भाग II: नागरिकों के मामलों की व्यवस्था करता है।
- भाग III: मौलिक अधिकारों की चर्चा करता है।
- भाग IV: मौलिक कर्तव्यों को परिभाषित करता है।
- भाग IV-A: नीति निर्देशक सिद्धांतों को शामिल करता है।
मौलिक अधिकार
- व्यक्तिगतरूप से स्वतंत्रता का अधिकार (अनुच्छेद 19)।
- समानता का अधिकार (अनुच्छेद 14-18)।
- धर्म की स्वतंत्रता (अनुच्छेद 25-28)।
संवैधानिक संशोधन
- संविधान में परिवर्तन करने की प्रक्रिया संसद द्वारा की जाती है, जो विभिन्न बहुलता की आवश्यकता पर आधारित होती है।
संविधान सभा
- भारतीय संविधान का निर्माण 1946 से 1950 तक संविधान सभा द्वारा किया गया।
- डॉ. भीमराव अंबेडकर ने इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
लागू होने की तिथि
- भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ, जिसे गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
संविधान के मूल तत्व
- संप्रभुता: भारत एक संप्रभु राज्य है।
- लोकतंत्र: संविधान जनादेश एवं चुनावी प्रक्रिया पर आधारित है।
- गणतंत्र: राष्ट्रपति को जनहित में चुना जाता है।
- संविधानिकता: सभी कानून संविधान के अनुरूप होने चाहिए।
न्यायपालिका का अधिकार
- भारतीय न्यायपालिका को स्वतंत्रता और निष्पक्षता का अधिकार दिया गया है।
- यह संविधान की रक्षा करने की भूमिका निभाती है।
संविधान के सिद्धांत
- नीति निर्देशक सिद्धांत: यह सरकार को आर्थिक और सामाजिक नीति तय करने में मार्गदर्शन करते हैं।
- संवैधानिक नियंत्रण: यह सुनिश्चित करता है कि विधायिका, कार्यपालिका, और न्यायपालिका अपने अधिकारों का दुरुपयोग न करें।
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