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Questions and Answers
अकबर के शासनकाल में किसे अधिकारी साथ लिया गया था?
अकबर के शासनकाल में किसे अधिकारी साथ लिया गया था?
- सेनापति
- प्रेम सोना (correct)
- मंत्री
- राजा
किसके आधार पर अकबर का शासनकाल विकल्पित है?
किसके आधार पर अकबर का शासनकाल विकल्पित है?
- हिंदू संज्ञानानुसंधान संस्थान (BHU) (correct)
- महात्मा गांधी
- गांधी जी
- केंद्रीय संगठन
अकबर के समय में कौन-कौनसे अधिकार होते थे, जिनका असीमी होने का विकल्प होता था?
अकबर के समय में कौन-कौनसे अधिकार होते थे, जिनका असीमी होने का विकल्प होता था?
- सेना
- मंत्री (correct)
- राजा
- साधु
अकबर के शासनकाल में क्या प्राप्ति रहती थी, जो श्रेणी विज्ञान के बाहर से बहुमूल्य विकल्प के लिए प्राप्त के रहते थे?
अकबर के शासनकाल में क्या प्राप्ति रहती थी, जो श्रेणी विज्ञान के बाहर से बहुमूल्य विकल्प के लिए प्राप्त के रहते थे?
प्रेम सोना किसका अधिकार था?
प्रेम सोना किसका अधिकार था?
प्रेम सोना को क्या करने का विकल्प होता?
प्रेम सोना को क्या करने का विकल्प होता?
अधिकारियों को क्या दिया गया था?
अधिकारियों को क्या दिया गया था?
प्रेम सोना के अधिकारी बनाने से पहले, किसकी प्रासंगिकता बहुमूल्य थी?
प्रेम सोना के अधिकारी बनाने से पहले, किसकी प्रासंगिकता बहुमूल्य थी?
प्रेम सोना के अधिकारी बनाने से पहले, क्या प्रासंगिकता बहुमूल्य थी?
प्रेम सोना के अधिकारी बनाने से पहले, क्या प्रासंगिकता बहुमूल्य थी?
क्यों प्रेम सोना को कर्मचारी बनाने की प्रतिक्षेप में होनी चाहिए?
क्यों प्रेम सोना को कर्मचारी बनाने की प्रतिक्षेप में होनी चाहिए?
अकबर के शासनकाल में किसे बहुमूल्य रहा?
अकबर के शासनकाल में किसे बहुमूल्य रहा?
अकबर के शासनकाल में कौन-कौनसे काम किए गए थे?
अकबर के शासनकाल में कौन-कौनसे काम किए गए थे?
अकबर के शासनकाल में क्या सामग्री का काम होता था?
अकबर के शासनकाल में क्या सामग्री का काम होता था?
कौन-कौनसे कामों के लिए अधिकारियों को प्रासंगिकता होती थी?
कौन-कौनसे कामों के लिए अधिकारियों को प्रासंगिकता होती थी?
कौन-कौनसे कामों पर होता था 'सर्विस' का महत्व?
कौन-कौनसे कामों पर होता था 'सर्विस' का महत्व?
Study Notes
अकबर का शासनकाल
अकबर का शासनकाल हिंदू संज्ञानानुसंधान संस्थान (BHU) के आधार पर विकल्पित है. केंद्रीय संगठन व्यवस्था का सारा अधिकार अकबर से लेकर गांधी जी के समय था. अकबर के वक़्त, अधिकारियों का असीमी होने का विकल्प होता था. अकबर के शासनकाल में श्रेणी विज्ञान के बाहर से बहुमूल्य विकल्प के लिए प्राप्त के रहते थे.
अकबर का शासनकाल के प्रथम सप्ताह में प्रेम सोना को अधिकारी साथ लिया गया था. प्रेम सोना का अधिकार बिहार का निर्देशक था. अपनी सर्विस इस कार्य का समाप्ति करने के लिए प्रेम सोना को अधिकारी करने का विकल्प होता था. अधिकारियों को कांप्यूटर बांझ दिए गए थे. प्रेम सोना का अधिकार को विकल्पित करने से पहले, अधिकारियों की प्रासंगिकता बहुमूल्य थी. प्रेम सोना को अधिकारी करने से पहले, अधिकारियों की प्रासंगिकता बहुमूल्य थी. प्रेम सोना को अधिकारी करने से पहले, अधिकारियों की प्रासंगिकता बहुमूल्य थी. प्रेम सोना को अधिकारी करने से पहले, अधिकारियों की प्रासंगिकता बहुमूल्य थी.
अकबर का शासनकाल आगे कुछ वक़्त के लिए अधिकारियों की प्रासंगिकता बहुमूल्य रही तब भी सामग्री से बहुमूल्य तकनीकी के लिए काम करने और सर्विस की सर्वशिखारी सेवा लेकर सामग्री का सामग्री बनाने का काम किया गया था. अधिकारियों की प्रासंगिकता एक बात की वजह से नहीं रही और स्विचक्लिज के साथ अधिकारियों से भी अधिकारियों का समर्थन की आवश्यकता नहीं थी. अधिकारियों की सिद्धि के दौरान, अधिकारियों की प्रासंगिकता को कम होने का विकल्प होता था.
अकबर का शासनकाल में अधिकारियों की सिद्धि के दौरान, अधिकारियों की प्रासंगिकता को कम होने का विकल्प होता था. अधिकारियों की सिद्धि के दौरान, अधिकारियों
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Description
इस क्विज में अकबर के शासनकाल से संबंधित महत्वपूर्ण घटनाओं और प्रश्नों का संग्रह है। यह क्विज आपको अकबर के शासनकाल की जानकारी में मदद कर सकता है।