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Questions and Answers
उपसहसंयोजन यौगिक और द्विक लवण में क्या अंतर है?
उपसहसंयोजन यौगिक और द्विक लवण में क्या अंतर है?
- द्विक लवण में कोई लिगैंड नहीं होता है।
- द्विक लवण में केवल दो प्रकार के कण होते हैं।
- उपसहसंयोजन यौगिक में केंद्रीय परमाणु नहीं होता है।
- उपसहसंयोजन यौगिक में लिगैंड होते हैं। (correct)
K1[Fe(CN)6] में Fe की ऑक्सीकरण संख्या क्या है?
K1[Fe(CN)6] में Fe की ऑक्सीकरण संख्या क्या है?
- 0
- +4
- +3 (correct)
- +2
D-ब्लॉक के तत्वों की निम्नलिखित में से कौन सी विशेषता नहीं है?
D-ब्लॉक के तत्वों की निम्नलिखित में से कौन सी विशेषता नहीं है?
- ये केवल एकल अवस्थाओं में मौजूद होते हैं। (correct)
- इनकी कम तापीय चालकत्वता होती है।
- इनमें अधिकतर कांस्य गुण होते हैं।
- वे जटिल यौगिक बनाते हैं।
प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए अर्द्ध-आयुकाल का सूत्र क्या है?
प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए अर्द्ध-आयुकाल का सूत्र क्या है?
सिल्वर के घनत्व की गणना के लिए क्या आवश्यक जानकारी है?
सिल्वर के घनत्व की गणना के लिए क्या आवश्यक जानकारी है?
फीनॉल की अम्लीयता और एथेनॉल की उदासीनता का कारण क्या है?
फीनॉल की अम्लीयता और एथेनॉल की उदासीनता का कारण क्या है?
CH₂OCH₂CH₂CH₂ का IUPAC नाम क्या है?
CH₂OCH₂CH₂CH₂ का IUPAC नाम क्या है?
M NaCl विलयन में परासरण दाब का क्या महत्व है?
M NaCl विलयन में परासरण दाब का क्या महत्व है?
Study Notes
उपसहसंयोजन यौगिक एवं द्विक लवण
- उपसहसंयोजन यौगिक में लिगेंड्स की एकाधिक संख्या होती है जबकि द्विक लवण में दो महत्वपूर्ण भाग होते हैं।
- उदाहरण: [Ni(CN)4] में Ni एक उपसहसंयोजन यौगिक है, जबकि NaCl एक द्विक लवण है।
[Ni(CN)4] में Ni का संकरण
- Ni का संकरण 0 या +2 हो सकता है।
- [Ni(CN)4] यौगिक में, Ni का संकरण +2 है क्योंकि CN- लिगेंड एक मजबूत अपकेंद्रीकरण करता है।
प्रथम कोटि की अभिक्रिया और अर्द्ध-आयुकाल
- प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए अर्द्ध-आयुकाल का सूत्र: t1/2 = 0.693/k
- A + B → C (प्रक्रिया में पदार्थ A का 99% विघटित होने पर k की गणना की जा सकती है)।
K1[Fe(CN)6] में Fe की ऑक्सीकरण संख्या
- Fe की ऑक्सीकरण संख्या +2 है।
- समन्वय संख्या 6 होती है क्योंकि CN- लिगेंड की संख्या 6 है।
अभिक्रिया के वेग स्थिरांक की गणना
- यदि 100 मिनट में 99% सान्द्रण विघटित होता है, तो k की गणना की जा सकती है।
चालकत्व और सेल नियतांक
- चालकत्व: वह गुण जिससे किसी पदार्थ में विद्युत धारा प्रवाहित होती है।
- सेल नियतांक: यह किसी विशेष रासायनिक सेल की विद्युत पोटेंशियल या विद्युत शक्ति की माप होती है।
सिल्वर (Ag) का घनत्व
- सिल्वर का ccp जालक बनाता है। एकक कोष्ठिका की लम्बाई 408.6 pm है, जिससे घनत्व की गणना की जा सकती है।
- घनत्व (ρ) = (Z * M) / (N * V) जहां Z = तत्व का मोल, M = परमाणु भार।
यूरिया का परासरण दाब
- 27°C ताप पर 50% (w/v) जलीय विलयन के लिए ओस्मोटिक दाब (π) की गणना R = 0.0821 ली वायुमण्डल केल्विन 1 मोल 1 के आधार पर की जा सकती है।
d-ब्लॉक के तत्वों की विशेषताएँ
- d-ब्लॉक के तत्वों में धात्विक विशेषताएँ, उच्च बहुलता, विविधता में oxidation states, तथा कच्चा और उच्च तापीय स्थिरता होती है।
फीनॉल और एथेनॉल का सार
- फीनॉल अम्लीय गुण प्रदर्शित करता है, जबकि एथेनॉल लगभग उदासीन होता है, इसकी संरचना और रासायनिक व्यवहार के कारण।
CH₂OCH₂CH₂CH₂ का IUPAC नाम
- इस यौगिक का IUPAC नाम ब्यूटेन-1-ओल है।
रिक्तियाँ
- रिक्तियाँ वह स्थान होती हैं जहां अनुपस्थित परमाणुओं या अणुओं के कारण स्थान बना होता है।
NaCl विलयन में परासरण दाब
- NaCl के अनुप्रस्थ परासरण दाब में, आयन की उपस्थिति के कारण अधिक परासरण दाब उत्पन्न होता है।
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Description
यह क्विज़ 2023 में रसायन विज्ञान के मनसॉल्वड पेपर सेट 2 पर आधारित है। इसमें उपसहसंयोजन यौगिक, द्विक लवण, अभिक्रिया की गति और अन्य महत्वपूर्ण अवधारणाओं के प्रश्न शामिल हैं। छात्रों के लिए यह एक उपयोगी तैयारी सामग्री है।