MA.JMC 21, Journalism & Mass Communication (Hindi) PDF

Summary

This document details the syllabus and structure of a postgraduate program in Journalism and Mass Communication offered by the Uttarakhand Open University. The program aims to provide education to students interested in journalism and media, with a focus on practical knowledge and employment opportunities. It is designed for distance learning students, especially those in remote and rural areas and those who cannot pursue traditional, in-person education due to various constraints, such as time or financial conditions. The program has a two-year duration, structured in four semesters with different modules and courses.

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# पत्रकारिता एवं मीडिया अध्ययन विद्याशाखा ## School of Journalism and Media Studies ### उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी ## पत्रकारिता एवं जनसंचार में स्नातकोत्तर (एमएजेएमसी) उपाधि कार्यक्रम MA.JMC 21 ### कार्यक्रम के लक्ष्य और उद्देश्य (Programmer's mission & objectives) - इस कार्यक्रम का...

# पत्रकारिता एवं मीडिया अध्ययन विद्याशाखा ## School of Journalism and Media Studies ### उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी ## पत्रकारिता एवं जनसंचार में स्नातकोत्तर (एमएजेएमसी) उपाधि कार्यक्रम MA.JMC 21 ### कार्यक्रम के लक्ष्य और उद्देश्य (Programmer's mission & objectives) - इस कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य है, पत्रकारिता एवं मीडिया में रूचि रखने वाले शिक्षार्थियों को पत्रकारिता जैसे महत्वपूर्ण विषय में शिक्षा प्रदान करना। - जो शिक्षार्थी अपने आर्थिक और पारिवारिक दायित्वों के कारण पत्रकारिता एवं जनसंचार विषय में संस्थागत (Regular) शिक्षा नहीं ले पाते हैं, उन्हें दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से कम शुल्क में पत्रकारिता एवं जनसंचार की शिक्षा प्रदान करना। - कई ऐसे युवा होते हैं जो वर्तमान समय की मांग के अनुसार व्यवहारिक ज्ञान व रोजगार के लिए पत्रकारिता एवं जनसंचार विषय में उपाधि प्राप्त करना चाहते हैं, लेकिन उनके पास संस्थागत रूप से पढने के लिए न समय होता है और न अधिक शुल्क की व्यवस्था। ### कार्यक्रम की प्रासंगिकता (Relevance of the program with HEI's Mission and Goals) - इस कार्यक्रम की प्रासंगिकता यह है कि शिक्षार्थी, पत्रकारिता एवं जनसंचार अथवा मीडिया जैसे महत्वूपर्ण विषय के संबंध में विस्तार से जान पाता है। - वह मीडिया के विभिन्न आयामों के विषय में ज्ञान प्राप्त करके इसमें रोजगार तलाश कर अपना भविष्य भी बना सकता है। - दूसरी प्रासंगिकता यह है कि जो लोग पत्रकारिता के क्षेत्र में कई वर्षों से कार्य कर रहे होते हैं, उन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में व्यवहारिक ज्ञान तो होता है लेकिन सैद्धांतिक जानकारी नहीं हो पती है, ऐसे लोग भी अपने व्यवसाय को और मजबूत व अपने ज्ञान को और बढ़ाने के लिए पत्रकारिता एवं जनसंचार विषय में उपाधि प्राप्त करते हैं। ### लक्षित शिक्षार्थी समूह की प्रकृति (Nature of prospective target group of learners) - इस कार्यक्रम का लक्षित शिक्षार्थी समूह वह व्यक्ति है जो राज्य के दूरस्थ एवं ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं एवं विभिन्न क्षेत्रों में अध्ययन के द्वारा ज्ञान अर्जित करने एवं उसका विस्तार करने हेतु प्रयासरत हैं। - इस कार्यक्रम के द्वारा ना केवल दूरस्थ क्षेत्रों को केन्द्रित किया गया है, बल्कि उन जनमानस को भी इसमें सम्मिलित किया गया है, जो किसी व्यवसाय या नौकरी में रहते हुए संस्थागत (Regular) शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते और अधिक आयु हो जाने के कारण औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते। - इस विषय या कार्यक्रम में उपाधि वे शिक्षार्थी/ समूह व व्यक्ति प्राप्त करते हैं जो किसी पत्रकारिता व मीडिया संस्थान से जुड़े होते हैं या इस क्षेत्र में अपना रोजगार तलाशना चाहते हैं। ### मुक्त एवमं दूरस्थ प्रणाली में विशिष्ट कौशल व योग्यता प्राप्त करने हेतु कार्यक्रम की उपयुक्ता (Appropriateness of programme to be conducted in Open and Distance Learning mode to acquire specific skills and competence) - पत्रकारिता एवं मीडिया अध्ययन विद्याशाखा (School of Journalism and Media Studies) के अंतर्गत संचालित कार्यक्रम (पत्रकारिता एवं जनसंचार में स्नातकोत्तर) एमएजेएमसी 21 का पाठ्यक्रम इस तरह से तैयार किया गया है कि उसमें शिक्षाधी अपनी विषय रूचि के आधार पर अपना ध्यान केन्द्रित कर सकता है। - जनसंपर्क, औद्योगिक संचार, प्रिन्ट एवं लटैक्ट्रॉनिक मीडिया और न्यूमीडिया के अलावा संचार शोध पर विशेष ध्यान दिया जाता है जिससे शिक्षार्थी मीडिया के सकारात्मक नकारात्मक प्रभावों को जान सकता है। ### निर्देशात्मक संरचना (Instructional Design) - पत्रकारिता एवं मीडिया अध्ययन विद्याशाखा (School of Journalism and Media Studies) के अंतर्गत संचालित कार्यक्रम (पत्रकारिता एवं जनसंचार में स्नातकोत्तर) एमएजेएमसी 21 के दो वर्षीय पाठ्यक्रम को चार सेमेस्टर में बांटा गया है। - एक सेमेस्टर में चार कोर्स (प्रश्न पत्र) रखे गये हैं, एक कोर्स (प्रश्न पत्र) के लिए 4 श्रेयांक (Credit) निश्चित किये गये हैं। - प्रथम सेमेस्टर से लेकर तृतीय सेमेस्टर में कुल 12 कोर्स (प्रश्न पत्र) हैं जिनका कुल श्रेयांक (Credit) 48 हैं तथा चौथे सेमेस्टर में पूर्णतः एक लघुशोध व उस पर आधारित मौखिक परीक्षा रखी गई है तिसका कुल श्रेयांक (Credit) (12-04) 16 हैं। - इस तरह पूरा कार्यक्रम 4 सेमेस्टर का है, प्रत्येक सेमेस्टर 16 श्रेयांक (Credit) का और पूरा कार्यक्रम 64 श्रेयांक (Credit) का है। - भविष्य में इसे अधिक से श्रेयांक (Credit) में अपग्रेड करने पर कार्य किया जा रहा है। - चौथे सेमेस्टर में एक 4 दिवसीय अनिवार्य शोध कार्यशाला का प्राविधान रखा गया है जिसमें शोध व मीडिया के विशेषज्ञ शिक्षार्थियों को मोडिया के क्षेत्र में शोध के महत्व को समझाते हुए उनके अन्दर तथ्यपरक व शोधपरक रिपोंटिंग करने के गुण तथा समाज पर मीडिया के सकारात्मक नकारात्मक प्रभावों को जानने के गुण पैदा करने की कोशिश करते हैं। ### कार्यक्रम की अध्ययन सामग्री (SLM) - हार्डकापी (पुस्तक), आनलाईन पीडीएफ में उपलब्ध कराई जाती है। - साथ ही कुछ सामग्री वीडियो और ऑडियो में भी उपलब्ध है। ### पाठ्यक्रम (Syllabus) #### कार्यक्रम संरचना (Programme Structure): - स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम एमएजेएमसी 21 (MAJMC21) में कुल चार हैं- ##### पत्रकारिता एवं जनसंचार स्नातकोत्तर उपाधि कार्यक्रम कोड़ : एमएजेएमसी-21 ###### Master of Art in Journalism & Mass Communication Programme Code MAJMC-21 **प्रथम छमाही First Sem.** | क्र० सं० | प्रश्न पत्र का नाम | प्रश्नपत्र का कोड | सैद्धांतिक | सत्रीय | अंक/श्रेयांक | |---|---|---|---|---|---| | 1 | संचारः सिद्धांत, प्रक्रिया, अवधारणा तथा मॉडल <br>Communication: Principles, Process, Concept & Model | MMC101 | 70 | 30 | 100.04 | | 2 | पत्रकारिता का इतिहास एवं समसामयिक परिप्रेक्ष्य <br>History of Journalism & Contemporary Perspective | MMC102 | 70 | 30 | 100:04 | | 3 | भारतीय प्रेस कानून और भारतीय संविधान की विशेषताएं <br>Indian Press Laws & Salient Features of Indian Constitution | MMC103 | 70 | 30 | 100.04 | | 4 | समाचारः अर्थ, अवधारणा और रिपोर्टिंग <br>News: Definition, Concept & Reporting | MMC104 | 70 | 30 | 100:04 | **द्वितीय छमाही Second Sem.** | क्र0 सं० | प्रश्न पत्र का नाम | प्रश्नपत्र का कोड | सैद्धांतिक | सत्रीय | अंक/श्रेयांक | |---|---|---|---|---|---| | 1 | संपादक, मुद्रण एवं निर्माण <br>Editing, Printing & Production | MMC 201 | 70 | 30 | 100:04 | | 2 | विज्ञापन और जनसंपर्क <br>Advertising & Public Relations | MMC 202 | 70 | 30 | 100 04 | | 3 | ब्रॉडकास्ट एवं न्यू मीडिया <br>Broadcast & New media | MMC 203 | 70 | 30 | 100-04 | | 4 | पत्रकारिता के विविध आयाम <br>Various Forms of Journalism Print Media - (Writing for Print Media | MMC 204 | 70 | 30 | 100/04 | **तृतीय छमाही Third Sem.** | क्र० सं० | प्रश्न पत्र का नाम | प्रश्नपत्र का कोड | सैद्धांतिक | सत्रीय | अंक/श्रेयां | |---|---|---|---|---|---| | 1 | संचार शोध <br>Communication Research | MMC 301 | 70 | 30 | 100/04 | | 2 | मीडिया एवं समाज <br>Media & Society | MMC 302 | 70 | 30 | 100/04 | | 3 | विकास पत्रकारिता <br>Development Journalism | MMC 303 | 70 | 30 | 100/04 | | 4 | मीडिया प्रबंधन <br>Media Management | MMC 304 | 70 | 30 | 100/04 | #### चतुथ छमाही ##### Fourth Sem लघुशोध (Dissertation) | क्र० सं० | प्रश्न पत्र का नाम | प्रश्नपत्र का कोड | लघुशोध | मौखिक | अंक/श्रेयां | |---|---|---|---|---|---| | 1 | लघुशोध प्रबंध | MMC 401 | 300 | 100 | 400/16 (12+4) | **विशेष** - दिए गए विषय पर लघुशोध प्रबंध तैयार कराया जाता है। - इसके लिए 4 दिवसीय विशेष शोध कार्यशाला का आयोजन किया जाता है। - कार्यशाला में कम से कम 12 कक्षाएं संचालित होती हैं। - आंतरिक शिक्षकों के अलावा बाह्य विशेषज्ञों को भी कार्यशाला में आमंत्रित किया जाता है। - लघुशोध का मूल्यांकन आंतरिक शिक्षकों के साथ-साथ बाह्य विशेषज्ञों से भी कराया जाता है। ### प्रवेश, पाठ्यक्रम आदान-प्रदान और मूल्यांकन की प्रक्रिया (Procedure for admissions, curriculum transaction and evaluation) - पत्रकारिता एवं मीडिया अध्ययन विद्याशाखा (School of Journalism and Media Studies) के अंतर्गत संचालित कार्यक्रम (पत्रकारिता एवं जनसंचार में स्नातकोत्तर) एमएजेएमसी 21 के दो वर्षीय पाठ्यक्रम में वर्ष में दो बार (ग्रीष्म और शीत सत्र में) प्रवेश की प्रक्रिया है। - कार्यक्रम में प्रवेश के लिए किसी भी विषय में व संकाय में स्नातक उत्तीर्ण होना आवश्यक है। - प्रथम से तृतीय सेमेस्टर तक 4,000.00 रूपए प्रति सेमेस्टर तथा अंतिम अथवा चौथे सेमेस्टर में 4,500.00 रूपए शुल्क लिया जाता है। - अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए शुल्क मांफी का प्रावधान है। - प्रवेश, पाठ्यक्रम और मूल्यांकन हेतु विभिन्न वैब-टूल्स का प्रयोग किया जाता है। - शिक्षार्थी के मूल्यांकन हेतु अकादमिक सत्र के दौरान सत्रीय-कार्य और वार्षिक परीक्षा व लघुशोध प्रबन्ध के द्वारा मूल्यांकन किया जाता है। - जो शिक्षार्थी /अभ्यर्थी, पत्रकारिता एवं जनसंचार में पीजी डिप्लोमा किये होते हैं उन्हें सीधे एमजेएमसी (MAJMC 21) के तृतीय सेमेस्टर में पार्श्व प्रविष्टि (Lateral Entry) के माध्यम से प्रवेश देने की भी व्यवसथा है। ### प्रयोगशाला और पुस्तकालय संसाधनों की आवश्यकता (Requirement of the laboratory support and Library Resources) - विश्वविद्यालय स्तर पर शिक्षार्थियों के लिए पुस्तकालय की व्यवस्था है, जिसमें विद्यार्थी सन्दर्भ पुस्तकों का अध्ययन करते हैं। - इसके साथ ही विश्वविद्यालय के प्रत्येक अध्ययन-केन्द्र में भी पुस्तकालय की उपलब्धता है। - इसके अलावा विश्वविद्यालय स्तर पर शिक्षार्थियों के लिए सामुदायिक रेडियो केन्द्र व वीडियो प्रोडक्शन डिविजन में प्रशिक्षण की व्यवस्था उपलब्ध है। ### कार्यक्रम की अनुमानित लागत और प्रावधान (Cost estimate of the programme and the provisions) - लोक प्रशासन कार्यक्रम के अन्तर्गत इकाई निर्माण हेतु लेखन, सम्पादन और मुद्रण हेतु प्रत्येक इकाई में 9500 हजार रूपये की लागत से लगभग 04 लाख रूपये की धनराशि प्रयोग में लाई गयी है और चौथे समेस्टर के शिक्षार्थियों के लिए आयोजित हाने वाली अनिवार्य शोध कार्यशाला में लगभग 1,20,000.00 (एक लाख बीस हजार) प्रति वर्ष का व्ययभार आता है। ### गुणवत्ता नीति-तंत्र और कार्यक्रम के संभावित परिणाम (Quality assurance mechanism and expected programme outcomes) - कार्यक्रम की गुणवत्ता के लिए समय-समय पर विशेषज्ञ समिति (Expert committee) और अध्ययन बोर्ड (Board of Study) के द्वारा विषय विशेषज्ञों की सलाह ली जाती है। ### प्रवेश योग्यता (Admission Eligibility) - बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन (बी.जे.एम.सी.)/बैचलर ऑफ जर्नलिज्म (बी.जे.)/पीजी. डिप्लोमा इन जर्नलिज्म अथवा किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि या समकक्ष । - जिस अभ्यर्थी ने पत्रकारिता एवं जनसंचार में पीजी डिप्लोमा किया हो वह सीधे एमजेएमसी (MA.JMC 21) के तृतीय सेमेस्टर में पार्श्व प्रविष्टि (Lateral Entry) के माध्यम से प्रवेश ले सकते हैं। - **अवधि (Duration):** न्यूनतम अवधि 2 वर्ष या अधिकतम 5 वर्ष - **माध्यम (Medium):** हिन्दी/अंग्रेजी (विद्यार्थियों को केवल हिन्दी माध्यम की पाठ्य सामग्री ही उपलब्ध कराई जाती है)। - **श्रेयांक (Credit):** यह कार्यक्रम कुल 64 श्रेयांक का है। (एक श्रेयांक बराबर 30 घंटे) - **शुल्क (Fee):** प्रथम 3 सेमेस्टर रू0 4,000/ सेमेस्टर तथा अंतिम या चतुर्थ सेमेस्टर में 4,500

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