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This document covers several Indian industries and their related topics, including policies, regulations, and various industrial segments.

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जकनि क्ेत्र िे उपक्रमे (PSUs) सरिञारी स्र्ञाकमेत्र् र्ञाली िंपकनयञाँ हैं जहञाँ उपक्रमेनों िो कदयञा जञातञा है। ञार, संघ यञा रञा्यय स्तर पर यञा दोननों िे पञास िंपनी िी इकक्र्िी मेें 51% यञा  अहथिता रिाप्त करने के प््लए, एक कं्पनी के ्पास होना चाप्हए: कपछले...

जकनि क्ेत्र िे उपक्रमे (PSUs) सरिञारी स्र्ञाकमेत्र् र्ञाली िंपकनयञाँ हैं जहञाँ उपक्रमेनों िो कदयञा जञातञा है। ञार, संघ यञा रञा्यय स्तर पर यञा दोननों िे पञास िंपनी िी इकक्र्िी मेें 51% यञा  अहथिता रिाप्त करने के प््लए, एक कं्पनी के ्पास होना चाप्हए: कपछले अकधि िी अकधिञांश कहस्सेदञारी होती है। तीन र्र्षों िे कलए औसत र्ञाकर््वि कनर्ल मेल्ू य 15,000 िरोड़ रुपये से मनीरत्न अकधि, कपछले तीन र्र्षों िे कलए र्ञाकर््वि औसत िञारोबञार 25,000 िरोड़  श्रे णी-I प्मनीरत्न रुपये से अकधि तथञा कपछले तीन र्र्षों मेें र्ञाकर््वि शद् ु लञाभ 5,000 िरोड़ रुपये से अकधि होनञा चञाकहए।  सावथिजप्नक क्ेत् के उद्योगों को अप्र्क उन्नत एवं रिप्तस््पद्धगी  स्वाय्तिता: सरिञार िी मेजं रू ी िे कबनञा 5,000 िरोड़ रुपये ति िञा कनर्ेश; बनाने हेतु वषथि 1997 में इस योजन की शुरुआत की गई। पर्ू ्व मेजं रू ी िी आर्श्यितञा िे कबनञा ,कर्देश मेें सयं क्त ु उद्यमे बनञानञा; कर्कभन्न  कजन सञार््वजकनि उपक्रमेनों ने कपछले 3 र्र्षों से लगञातञार लञाभ अकज्वत मेञाध्यमेनों से अपनी पररयोजनञाओ ं िे कलए संसञाधन जिु ञानञा l कियञा है और कपछले 3 र्र्षों मेें से िमे-से-िमे एि र्र््व मेें 30 िरोड़  उदाहरण: भञारत हेर्ी इलेकक्ट्िल्स कलकमेिेड (BHEL), भञारत पेट्ोकलयमे रुपये िञा शद् ु लञाभ अकज्वत कियञा है। िॉपपोरे शन कलकमेिेड, तेल और रिञािमृ कति गैस कनगमे, िोल इकं डयञा कलकमेिेड  इन उपक्रमेनों िो सरिञार िी मेज ं रू ी िे कबनञा 500 िरोड़ रुपये ति यञा आकद। उनिे कनर्ल मेल्ू य िे बरञाबर जो िमे भी हो, पँजू ीगत व्यय िरने िी स्र्ञायत्तञा रिदञान िी गईl एम एस एम ई (MSME)  श्रे णी-II प्मनीरत्न वषथि 2006 में सूक्षम, ्लघु और मध्यम उद्यम प्वकास (MSMED)  ऐसे सञार््वजकनि उपक्रमे कजन्हनोंने कपछले 3 र्र्षों से लगञातञार लञाभ अप्र्प्नयम के अनुसार, उद्यमों को दो भागों में वगगीकृत प्कया गया है: अकज्वत कियञा है सञाथ ही उनिी कनर्ल संपकत् सिञारञात्मेि होनी z प्वप्नमाथि ण उद्यम- किसी भी उद्योग मेें र्स्तओ ु ं िञा कनमेञा्वर् यञा उत्पञादन। चञाकहए। z सेवा उद्यम- सेर्ञाएँ रिदञान िरने से संबंकधत उद्योग।  इन उपक्रमेनों िो सरिञार िी मेज ं रू ी िे कबनञा 300 िरोड़ रुपये ति z कर्कनमेञा्वर् उद्यमे और सेर्ञाएँ रिदञान िरने र्ञाले उद्यमेनों िो कनम्नञानस ु ञार र्गगीिमृ त यञा उनिे कनर्ल मेल्ू य िञा 50% ति, जो भी िमे हो, पँजू ीगत व्यय कियञा गयञा है: िरने िी स्र्ञायत्तञा है।  सक्ष ू म उद्यम: कनर्ेश सीमेञा 1 करोड़ रुपये और िन्वओर्र 5 करोड़ रुपये। नवरत्न  ्लघु उद्यम: कनर्ेश सीमेञा 10 करोड़ रुपये और टनथि ओवर 50 करोड़ रुपये।  नवरत्न हेतु अहथिता रिाप्त करने के प््लए, एक कं्पनी के ्पास कनम्नकलकखत  मध्यम उद्यम: कनर्ेश सीमेञा 50 करोड़ रुपये और िन्वओर्र 250 करोड़ होनञा चञाकहए: रुपये।  कमेनीरत्न श्रेर्ी- I तथञा अनस ु चू ी ‘ि’ िे अतं ग्वत आने र्ञाले ऐसे सञांकख्यिी और िञाय्वक्रमे िञायञा्वन्र्यन मेंत्रञालय से रिञाप्त नर्ीनतमे जञानिञारी िे उपक्रमे कजन्हनोंने कपछले तीन र्र्षों मेें अच्छञा रिदश्वन कियञा हो तथञा अनुसञार, र्र््व 2019-20, 2020-21 और 2021-22 िे दौरञान अकखल भञारतीय रिदश्वन मेञापदडं नों मेें 60 यञा उससे अकधि िञा स्िोर रिञाप्त कियञा हो। सिल घरे लू उत्पञाद (जीडीपी) मेें एमेएसएमेई सिल मेल्ू य र्कध्वत (जीर्ीए) िी िंपनी िञा कनर्ल मेल्ू य तथञा शद् ु अकज्वत लञाभ सिञारञात्मेि होनञा कहस्सेदञारी क्रमेशः 30.5%, 27.2% और 29.2% थी। र्र््व 2019-20, 2020- चञाकहए। 21 और 2021-22 िे दौरञान अकखल भञारतीय कर्कनमेञा्वर् उत्पञादन मेें एमेएसएमेई  उदाहरण: भञारत इलेक्ट्ॉकनक्स कलकमेिेड (बीईएल), कहद ं स्ु तञान कर्कनमेञा्वर् उत्पञादन िी कहस्सेदञारी क्रमेशः 36.6%, 36.9% और 36.2% थी। एयरोनॉकिक्स कलकमेिेड (एचएएल), रञाष्ट्ीय िे कमेिल्स एडं z प्वभागीय उ्पक्म: कर्शेर् रूप से पररभञाकर्त िञायषों जैसे बजि, लेखञापरीक्ञा िकि्वलञाइजस्व कलकमेिेड (आरसीएि), मेहञानगर िेलीिोन कनगमे और सरिञार िे कनयंत्रर् िे अधीन अन्य िञायषों िे कलए िञाय्विञारी रिकक्रयञा कलकमेिेड (MTNL) आकद। द्ञारञा स्थञाकपत उपक्रमे। महारत्न z वैर्ाप्नक प्नगम: प्वर्ाप्यका के अप्र्प्नयम द्ञारञा स्थञाकपत, आकथ्वि और  इस योजनञा िी शरु ु आत र्र््व 2010 मेें िी गई थी। िें द्ीय सञार््वजकनि क्ेत्र कर्कनमेञा्वर् गकतकर्कध मेें संलग्न उपक्रमे। ये अलग-अलग कानूनी सस्ं ्थाएँ हैं। िे उद्यमेनों (CPSEs) िे संचञालन िो र्ैकश्वि स्तर िञा बनञाने हेतु सञाथ ही ये सस्ं ्थाएँ कर्त्पोर्र् बजि िञा कहस्सञा नहीं होती है। z प्नयंत्ण बोडथि: इन्हें सरिञारी पररयोजनञाओ ं िे रिबंधन िे कलए स्थञाकपत z कर्कनमेञा्वर् रिकक्रयञाओ,ं मेरम्मेत सेर्ञाओ,ं गैस और पञानी िी आपकू त्व तथञा कियञा जञातञा है। िोल्ड स्िोरे ज से संबंकधत गकतकर्कधयनों सकहत संगकठत कर्कनमेञा्वर् क्ेत्र िी z सहकारी सप्मप्त: सहिञाररतञा िो बढ़ञार्ञा देने िे कलए समेकप्वत संस्थञाएँ। सरं चनञा एर्ं सरं चनञा िे बञारे मेें जञानिञारी रिदञान िरतञा है। ऐसे उद्योग प्जन्हें अप्नवायथि ्लाइसेंप्संग की आवश्यकता होती है: कोय्ला क्ेत् [यू्पीएससी 2012, 2019] z और्कधयञाँ और िञामेञा्वस्यकू ििल्स। z इकं दरञा गञांधी (1971-73) िे शञासन िञाल मेें भञारत सरिञार द्ञारञा िोयलञा z खतरनञाि रसञायन गन पञाउडर, औद्योकगि कर्स्िोिि आकद। z एयरोस्पेस और रक्ञा सब क्ेत्र िञा रञाष्ट्ीयिरर् कियञा गयञा थञा। ं ंधी इलेक्ट्ॉकनक्स। z एल्िोहकलि पेयपदञाथ्व। z िोयलञा खदञान (कर्शेर् रिञार्धञान) अकधकनयमे, 2015 ने 'नीलञामेी िे मेञाध्यमे z तंबञािू, कसगरे ि एर्ं संबंकधत उत्पञाद। से िोयलञा खदञाननों िे आर्ंिन और िोयले िी कबक्री िे कलए आर्ंिन' िे क्य प्रबंर्क सूचकांक (PMI) और औद्ोिगक उत्पादन सूचकांक रिञार्धञाननों िो सक्मे कियञा। (IIP) के बीच अंतेर z भञारत मेें अकधिञांश कबजली संयंत्र िोयलञा आधञाररत हैं और उन्हें देश िे कय रिबंर्क सूचकांक औद्योप्गक उत््पादन सूचकांक भीतर से िोयले िी पयञा्वप्त आपकू त्व नहीं कमेल पञाती है; घरे लू इस्पञात उद्योग (्पीएमआई) (आईआई्पी) िी 85% िोकिंग िोयले िी आर्श्यितञा र्त्वमेञान मेें आयञात िे मेञाध्यमे कनक्िे ई द्ञारञा रििञाकशत रञाष्ट्ीय सञांकख्यिी िञायञा्वलय से परू ी िी जञा रही है। (एनएसओ) द्ञारञा रििञाकशत राष्ट्ीय कोय्ला सूचकांक यह र्ञास्तकर्ि उत्पञादन िो ट्ैि नहीं रञाष्ट्ीय सञांकख्यिी िञायञा्वलय z िोयलञा खदञाननों िी नीलञामेी से सरिञार िे राजस्व प्हस्से की गणना िे िरतञा। (एनएसओ) द्ञारञा रििञाकशत। कलए िोयलञा मेत्रं ञालय द्ञारञा अनञार्रर् कियञा गयञा। र्ञास्तकर्ि उत्पञादन िो ट्ैि िरतञा है। z भारतीय सांप्ख्यकी सस् ं ्थान, को्लकाता द्ारा प्वकप्सत l इसमेें िे र्ल 500 कनजी क्ेत्र िी इसमेें कनजी क्ेत्र िे सञाथ-सञाथ िंपकनयञाँ शञाकमेल हैं। सञार््वजकनि क्ेत्र िे उपक्रमे भी शञाकमेल औद्ोिगक नीितेयाँ हैं। z वषथि 1948: भारत की ्पह्ली औद्योप्गक नीप्त. कर्कनमेञा्वर् और सेर्ञाएँ दोननों शञाकमेल िे र्ल कर्कनमेञा्वर् क्ेत्र िो िर्र िरतञा  एि उद्यमेी और रिञाकधिञारी दोननों िे रूप मेें औद्योकगि कर्िञास मेें रञा्यय हैं। है। िी भकू मेिञा। यह िमे व्यञापि है क्यनोंकि इसमेें यह अकधि व्यञापि है।  भञारत िञा मेॉडल- कमेकश्रत आकथ्वि मेॉडल। िे र्ल कनजी क्ेत्र िी िंपकनयञाँ  इसने उद्योगनों िो चञार व्यञापि क्ेत्रनों मेें र्गगीिमृ त कियञा। शञाकमेल हैं। जीडीपी गर्नञा िे कलए उपयोग नहीं संगकठत क्ेत्र िे कलए जीडीपी गर्नञा िे  सामररक उद्योग (सावथि जप्नक क्ेत्): िें द् सरिञार िञा एिञाकधिञार कियञा जञातञा। कलए उपयोग कियञा जञातञा है। थञा-हकथयञार और गोलञा-बञारूद, परमेञार्ु ऊजञा्व और रे ल पररर्हन। वतथि मान में IIP सूचकांक की गणना 2011-2012 को आर्ार वषथि के रू्प  बुप्नयादी/रिमुख उद्योग (सावथिजप्नक-सह-प्नजी क्ेत्): जैसे में उ्पयोग करके की जाती है। िोयलञा, लोहञा और इस्पञात, कर्मेञान कनमेञा्वर्, जहञाज कनमेञा्वर् आकद। z कर्कभन्न सेक्िरनों िञा र्ेिेज िें द् सरिञार द्ञारञा स्थञाकपत कियञा जञानञा है। z कर्कनमेञा्वर्: 77.633%  महत्तव्पूणथि उद्योग (प्नयंप्त्त प्नजी क्ेत्): कनजी क्ेत्र िे अत ं ग्वत z खनन: 14.373% जञारी रहे, हञालञाँकि, रञा्यय सरिञार िे परञामेश्व से िें द् सरिञार िञा उन पर सञामेञान्य कनयंत्रर् थञा। z कबजली: 7.94%  अन्य उद्योग (प्नजी और सहकारी क्ेत्): अन्य सभी उद्योग जो z औद्योप्गक उत््पादन सच ू कांक (आईआईपी) मेें शञाकमेल र्स्तओ ु ं िे भञार उपय्वक्त ु तीन श्रेकर्यनों मेें शञाकमेल नहीं थे, उन्हें कनजी क्ेत्र िे कलए िञा 40.27% शञाकमेल है। खल ु ञा छोड़ कदयञा गयञा थञा। z आठ मुख्य भाग [यू्पीएससी 2012] औद्योप्गक नीप्त संकल््प, 1948 िो लञागू िरने िे कलए उद्योग (कर्िञास और  आठ रिमेख ु क्ेत्र िे उद्योग अपने भञार िे घटते क्म में: ररफाइनरी उत््पाद कर्कनयमेन) अकधकनयमे, 1951 मेें पञाररत कियञा गयञा थञा। > प्बज्ली > इस््पात > कोय्ला > कच्चा ते्ल > रिाकृप्तक गैस > z वषथि 1956: औद्योप्गक नीप्त सक ं ल््प सीमेंट > उवथिरक।  आरप्क्त उद्योग उद्योगों का वाप्षथि क सवकेक्ण (ASI)  अनुसच ू ी 'ए': इस अनसु चू ी मेें 17 औद्योकगि क्ेत्र शञाकमेल थे कजनमेें z सञांकख्यिी एर्ं िञाय्वक्रमे िञायञा्वन्र्यन मेत्र ं ञालय द्ञारञा जञारी। िें द् िो पर्ू ्व एिञाकधिञार कदयञा गयञा थञा। z कबजली िञा उपयोग िरने र्ञाले 10 यञा उससे अकधि श्रकमेिनों िो रोजगञार  अनुसच ू ी 'बी': इस अनसु चू ी िे अतं ग्वत 12 औद्योकगि क्ेत्र रखे देने र्ञाले और कबजली िञा उपयोग नहीं किए कबनञा 20 यञा अकधि श्रकमेिनों गए थे कजनमेें रञा्यय सरिञारनों िो कनजी क्ेत्र द्ञारञा अकधि व्यञापि िो रोजगञार देने र्ञाले सभी िञारखञाननों िो शञाकमेल कियञा गयञा है। अनर्ु तगी िञार्व र्ञाई िे सञाथ पहल िरनी थी।  अनुसच ू ी 'सी': अनसु चू ी ‘ए’ और ‘बी’ से बञाहर रह गए सभी z भारत-22 औद्योकगि क्ेत्रनों िो इसिे अतं ग्वत रखञा गयञा, कजनमेें कनजी उद्यमेनों  इसमेें 19 कें द्ीय सावथिजप्नक क्ेत् के उद्यम, सरिञारी बैंि और सरिञारी िो उद्योग स्थञाकपत िरने िञा रिञार्धञान थञा। कनर्ेश शञाखञा स्पेकसिञाइड अडं रिेकिंग ऑि यकू नि ट्स्ि ऑफ इप्ं डया  ्लाइसेंप्सग ं का रिावर्ान: तथञािकथत लञाइसेंस-िोिञा-परकमेि शञासन (एसयूयूटीआई) की कुछ प्हस्सेदारी है। (रञाज) िी स्थञापनञा िी गई। z प्बल्ड ऑ्परेट ट्ांसफर (BOT Annuity)  भारी उद्योगों, क्ेत्रीय असमेञानतञा, लघु उद्योगनों, िमृ कर् क्ेत्र पर जोर कदयञा  कनजी क्ेत्र िे भञागीदञार िी भकू मेिञा पररयोजनञा िे कलए कर्त् िञा रिबंध िरनञा गयञाl और इसिे कनमेञा्वर् तथञा रखरखञार् िी कजम्मेेदञारी लेतञा है। z नई औद्योप्गक नीप्त (आप््थथि क सर् ु ार), 1991  प्नजी भागीदारों िो उपयोगितञा्वओ ं से राजस्व एकत् करने की अनुमप्त  सावथिजप्नक क्ेत् के प््लए सरं क्ण रद् करना: र्त्वमेञान मेें, िे र्ल दो होती है। क्ेत्र- परमेञार्ु ऊजञा्व और रे लर्े संचञालन कर्शेर् रूप से सञार््वजकनि क्ेत्र z हाइप्रिड वाप्षथिकी मरॉड्ल (HAM) िे कलए आरकक्त हैं।  यह बीओिी (BOT) र्ञाकर््विी और ईपीसी मेॉडल िञा कमेश्रर् है।  डी-्लाइसेंप्सग ं : इलेक्ट्ॉकनि एयरोस्पेस और रक्ञा उपिरर्, कनकद्वटि  सरिञार र्ञाकर््वि भग ु तञान (र्ञाकर््विी) िे मेञाध्यमे से पहले पञाँच र्र्षों मेें खतरनञाि रसञायन, औद्योकगि कर्स्िोिि, कसगञार और तंबञािू र्ञाली कसगरे ि पररयोजनञा लञागत िञा 40% योगदञान देगी। िे कर्िल्प िो छोड़िर औद्योकगि लञाइसेंकसंग िञा उन्मेल ू न।  शेर् 60% डेर्लपर द्ञारञा बनञाई गई संपकत् िे मेल् ू य िे आधञार पर इकक्र्िी  सावथिजप्नक क्ेत् का प्वप्नवेश यञा ऋर् से रिञाप्त कियञा जञातञा है।  कर्देशी कनर्ेश िञा उदारीकरण  राजस्व सग् ं हण िी कजम्मेेदञारी भारतीय राष्ट्ीय राजमागथि रिाप्र्करण प्वप्नवेश (NHAI) की होगी। कर्कनर्ेश िञा अथ्व है सरिञार द्ञारञा संपकत्यनों िी कबक्री यञा पररसमेञापन, आमेतौर पर िें द्ीय और रञा्यय सञार््वजकनि क्ेत्र िे उद्यमे, पररयोजनञाएँ यञा अन्य अचल भारते में महत्वपूण्थ खिनज संपकत्यञाँ। भारत 12 ्पहचाने गए खप्नजों में से सात के प््लए ्पूरी तरह से आयात z प्व्ति मंत्ा्लय िे तहत कनर्ेश और सावथिजप्नक स्प ं प््ति रिबंर्न प्वभाग ्पर प्नभथिर है। भारत के ्पास हल्के दु्लथिभ मृदा खप्नज (मोनाजाइट रे त के (DIPAM) िो सावथिजप्नक क्ेत् के उ्पक्मों (PSUs) मेें रर्नीकति सा्थ ्पाए जाने वा्ले) और बेररप््लयम को छोड़कर, खप्नजों के प््लए कोई कहस्सेदञारी कबक्री िे कलए नोडल कर्भञाग बनञायञा गयञा है। घोप्षत संसार्न नहीं हैं। z सांकेप्तक प्वप्नवेश: सञामेञान्य नीकत िञा लक्षय सञार््वजकनि क्ेत्र िे उपक्रमेनों z महत्तव्पूणथि खप्नज: बे ररप््लयम, रे प्नयम, दु्लथिभ मृदा खप्नज, जमके प्नयम, (पीएसय)ू िे 49% शेयरनों िो बेचनञा है, कजससे िंपकनयनों िञा सरिञारी ्लीप््थयम, कोबाल्ट, टैं ट्लम, क्ोप्मयम, स्ट्ोंप्टयम आप्द। स्र्ञाकमेत्र् बरिरञार रहेगञा। z अनुरियोग: इ्ले प्क्ट्क वाहन, एयरोस््पे स, रक्ा, कंप्यूटर, मे प्डक्ल z रणनीप्तक प्वप्नवेश: कर्कनर्ेश मेें न्यन ू तमे 51% शेयरनों िञा कर्कनर्ेश इमेप्जंग, ्परमाणु ऊजाथि, स्माटथि फोन आप्द। शञाकमेल होगञा। z चीन, वषथि 2030 तक भारत के प््लए ्पहचाने गए महत्तव्पूणथि 12 खप्नज ससं ार्नों में से 6 के प््लए एक रिमुख वैप्श्वक आ्पूप्तथिकताथि रहा है। िवत्ीय मटॉडल प्ज्ला खप्नज फाउंडेशन [यू्पीएससी 2016] z राष्ट्ीय प्नवेश कोष (NIF) z यह खकनज समेमृद् कजलनों मेें खकनज अन्र्ेर्र् गकतकर्कधयनों िो बढ़ञार्ञा देने िे  ्पीएसयू के प्वप्नवेश से रिाप्त आय को राष्ट्ीय प्नवेश कोष (NIF) कलए िञाय्व नहीं िरतञा है, बकल्ि यह खनन से सबं ंकधत िञायषों से रिभञाकर्त में डा्ला जाएगा कजसे भञारत िी संकचत कनकध िे बञाहर रखञा जञातञा है। लोगनों और क्ेत्रनों िे लञाभ िे कलए िञाय्व िरतञा है। z खकनिनों द्ञारञा योगदञान: 12 जनर्री, 2015 िो यञा उसिे बञाद कदए गए खनन  फंड का 75% सामाप्जक क्ेत् की योजनाओ ं जैसे कशक्ञा, स्र्ञास्थ्य और रोजगञार मेें कनर्ेश कियञा जञातञा है। पट्नों िे संबंध मेें रॉयल्िी िञा 10%; और 12 जनर्री, 2015 से पहले कदए गए खनन पट्नों िे संबंध मेें रॉयल्िी िञा 30%।  फंड की वाप्षथि क आय का शे ष 25% लञाभदञायि और पन ु रुद्ञार योग्य z धन िञा उपयोग: खनन से संबंकधत िञायषों से रिभञाकर्त क्ेत्रनों और लोगनों िे सीपीएसयू िी पँजू ी कनर्ेश आर्श्यितञाओ ं िो परू ञा िरने िे कलए रियक्त ु िल्यञार् िे कलए रिधञानमेत्रं ी खकनज क्ेत्र िल्यञार् योजनञा (पीएमेिे िे िे र्ञाई) होतञा है। िे तहत उपयोग कियञा जञातञा है। 60%: उच्च रिञाथकमेितञा र्ञाले क्ेत्र जैसे z एक्सचेंज ट्े डेड फंड कशक्ञा, स्र्ञास्थ्य आकद। 40%: भौकति बकु नयञादी ढञाँचञा।  यह कर्कनर्ेश िे कलए रिस्तञार् चयकनत सावथिजप्नक उ्पक्मों के शे यरों z अनस ु चू ी V और अनसु चू ी VI क्ेत्रनों िे भीतर कस्थत खनन से रिभञाकर्त गञाँर्नों को एक ही फंड के तहत एकप्त्त करेगा। िे संबंध मेें, धन िे उपयोग और लञाभञाकथ्वयनों िी पहचञान िे कलए ग्ञामेसभञा  इन इिञाइयनों िो ईटीएफ के रू्प में स्टरॉक एक्सचें ज में सच ू ीबद्ध कियञा िञा अनमेु ोदन आर्श्यि होगञा। z यह रञा्ययनों िो खकनज अन्र्ेर्र् िे कलए लञाइसेंस जञारी िरने िञा अकधिञार जञा सितञा है और सामान्य शेयरों की तरह इनका कारोबार कियञा जञा सितञा हैl नहीं देतञा है। श्म कानून मेक इन इंिडया इस अकभयञान िो कसतंबर, 2014 मेें रिधञानमेंत्री द्ञारञा लॉन्च कियञा गयञा थञा। इस भञारतीय संकर्धञान िे संदभ्व मेें श्रमे एि समेर्तगी कर्र्य है। नए श्रमे िोड ने 29 मेौजूदञा िञानूननों िो चञार िञानूननों मेें समेेकित कियञा है। अकभयञान िे तीन रिञाथकमेि उद्ेश्य हैं: z कर्कनमेञा्वर् क्ेत्र िी कर्िञास दर िो सञालञानञा 12-14% ति बढ़ञानञा। z वेतन सप्ं हता, 2019 z र्र््व 2022 ति अथ्वव्यर्स्थञा मेें अकतररक्त 100 कमेकलयन कर्कनमेञा्वर् नौिररयञाँ  यह परू े भञारत मेें न्यन ू तमे र्ेतन कनधञा्वररत िरती है, प्जसमें रा्ययों को स््थानीय ्पररप्स््थप्तयों के आर्ार पर उच्च दरें कनधञा्वररत िरने िञा पैदञा िरनञा। अकधिञार कदयञा जञातञा है। मू्ल वेतन, महँगाई भ्तिा और रिप्तर्ारण z र्र््व 2022 ति सिल घरे लू उत्पञाद मेें प्वप्नमाथि ण क्ेत् का योगदान 25% भत्ञा सकहत र्ेतन िे घििनों िो कनकद्वटि िरतञा है। प्नयोक्ाओ ं को एक तक बढ़ाना (सश ं ोप्र्त के बाद वषथि 2025 तक)। प्नप्दथिटि समय सीमा के भीतर र्ेतन िञा भगु तञान िरनञा होगञा, आमेतौर मेक इन इंिडया 2.0 पर र्ेतन अर्कध िी समेञाकप्त िे दो िञाय्व कदर्सनों िे भीतर। इस अकभयञान िे अंतग्वत 27 क्ेत्रनों पर ध्यञान िें कद्त कियञा गयञा है, कजसमेें 15 z ्पेशेवर सरु क्ा, स्वास््थ्य और कायथि प्स््थप्त सप्ं हता, 2020 कर्कनमेञा्वर् क्ेत्र और 12 सेर्ञा क्ेत्र शञाकमेल हैं।  इसिे अत ं ग्वत 13 िें द्ीय श्रमे िञाननू नों िो एिीिमृ त कियञा गयञा है। यह िञाय्वस्थलनों पर स्र्ञास्थ्य, सरु क्ञा और िल्यञार् उपञायनों िे कलए सञामेञान्य स््टा्ट्थअप इंिडया मेञानिनों िो कनधञा्वररत िरतञा है। यह सरु क्ञा कनयमेनों िो लञागू िरने और इसे 16 जनवरी, 2016 को ्लरॉन्च प्कया गया ्था। स्टाटथि अ्प इप्ं डया के उल्लंघननों िो दकं डत िरने िे कलए कनरीक्िनों िो मेजबतू शकक्तयञाँ रिदञान तहत कायथिक्मों का रिबंर्न एक समप््पथित स्टाटथि अ्प इप्ं डया टीम द्ारा प्कया िरतञा है। यह िञाय्वितञा्व रिकतकनकधत्र् िे सञाथ सरु क्ञा सकमेकतयनों िे गठन जाता है, जो औद्योप्गक नीप्त और संवर्थिन प्वभाग (DPIIT) को रर्पोटथि िो भी कनदतेकशत िरतञा हैl करती है। z सामाप्जक सरु क्ा सप्ं हता, 2020 वाप्ण्यय और उद्योग मंत्ा्लय के तहत उद्योग और आंतररक व्या्पार  इसिे द्ञारञा नौ मेौजद संवर्थिन प्वभाग (DPIIT) के अनुसार, भारत में एक स्टाटथि अ्प को इस ू ञा िञाननू नों िञा एि सकं हतञा िे अतं ग्वत कर्लय कियञा गयञा है। सचू नञा ति पहुचँ िो सरल बनञायञा गयञा है तथञा रिशञासकनि बोझ रिकार ्पररभाप्षत प्कया गया है: z िंपनी अकधकनयमे, 2013 यञा सीकमेत देयतञा भञागीदञारी अकधकनयमे, 2008 िे िो िमे कियञा गयञा है। सगं प्ठत और असगं प्ठत क्ेत् के श्रप्मकों को शञाकमेल िरते हुए; नौिरी बदलने यञा स्थञान बदलने पर सामाप्जक सरु क्ा तहत भञारत मेें कनगकमेत यञा पंजीिमृ त िोई इिञाई। ्लाभों िे आसान हस्तांतरण िे कलए रिञार्धञान किए गए हैं। कें द्ीकृत z इिञाई अपने कनगमेन यञा पज ं ीिरर् िी तञारीख से 10 र्र््व से अकधि परु ञानी रिणाप््लयों और रिौद्योप्गकी के माध्यम से सामाप्जक सरु क्ा रिशञासन नहीं होनञा चञाकहए। िी दक्ता और ्पारदप्शथिता िो बढ़ाया गया हैl z कपछले किसी भी कर्त्ीय र्र््व में टनथि ओवर 100 करोड़ रु्पये से अप्र्क z औद्योप्गक सब ं ंर् सप्ं हता, 2020 नहीं होनञा चञाकहए।  ट्े ड यूप्नयनों, औद्योकगि कर्र्ञादनों और स्थञायी समेञाधञान से संबंकधत तीन z उत्पञादनों यञा रिकक्रयञाओ ं यञा सेर्ञाओ ं यञा एि स्िे लेबल कबजनेस मेॉडल िे नर्ञाचञार िें द्ीय श्रमे िञाननू नों िो एि संकहतञा मेें एिीिमृ त कियञा गए है। कनकचित अर्कध यञा कर्िञास िी कदशञा मेें िञामे िरनञा। िे रोजगञार और िुछ शतषों िे तहत श्रकमेिनों िी आसञान छंिनी िे रिञार्धञान z रोजगार सज ृ न या र्न सज ृ न की उच्च सभ ं ावना। िो भी इसमेें पेश कियञा गयञा है। सल ु ह और मेध्यस्थतञा जैसे तंत्रनों िे मेञाध्यमे z इसे किसी मेौजद ू ञा व्यर्सञाय िे कर्भञाजन यञा पनु कन्वमेञा्वर् से नहीं बनञा होनञा चञाकहए। से औद्योकगि कर्र्ञादनों िे त्र्ररत कनपिञान िे लक्षय इसिे अतं ग्वत कनधञा्वररत किए गए हैं। यह सकं हतञा 100 या अप्र्क श्रप्मकों वा्ले रिप्तष्ठानों मेें स््टैं ड अप इंिडया श्रकमेि सकमेकतयनों िे गठन िो अकनर्ञाय्व िरती हैl उद्ेश्य राष्ट्ीय प्नवेश और प्वप्नमाथि ण क्ेत् त्था प्वशेष आप््थथि क क्ेत् के बीच अंतर क्ेत्ों में उद्यप्मता और रोजगार सृजन को रिोत्साहन आर्ार (BASE) एनआईएमजे ड (NIMZ) सेज (SEZ) z ग्ीनिील्ड उद्यमे स्थञाकपत िरने िे कलए रिप्त बैं क शाखा कम-से-कम एक िे तहत रञाष्ट्ीय कर्कनमेञा्वर् नीकत, 2011 कर्शेर् आकथ्वि क्ेत्र एससी/एसटी उर्ारकताथि और एक मप्ह्ला उधञारितञा्व िो 10 लञाख से 1 अकधकनयमे, 2005 िरोड़ रुपये िे बीच बैंि ऋर् िी सकु र्धञा रिदञान िरनञा। न्यूनतमे क्ेत्र 5,000 हेक्िेयर 10-1,000 हेक्िेयर z कर्कनमेञा्वर्, सेर्ञाओ,ं िमृ कर्-संबद् गकतकर्कधयनों और व्यञापञार जैसे कर्कभन्न क्ेत्रनों अकधितमे क्ेत्र स्पटि नहीं 5,000 हेक्िेयर मेें उद्यकमेतञा और रोजगञार समृजन िो रिोत्सञाकहत िरनञा। पयञा्वर्रर् रिभञार् रञा्यय सरिञार रिोजेक्ि डेर्लपर आिलन (EIA) उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना र्े िौन हैं? र्े आत्मेकनभ्वर िञाउनकशप हनोंगे र्े "मेञाकनत कर्देशी z आत्मेकनभ्वर भञारत पैिेज िञा कहस्सञा; घरे लू कर्कनमेञा्वर् िो बढ़ञार्ञा देनञा और कजनमेें स्िूल, कबजली आकद क्ेत्र" हैं और कर्शेर् घरे लू कर्कनमेञा्वर् मेें बड़े कनर्ेश िो आिकर््वत िरनञा। जैसी सभी आधञारभतू सहञायतञा रूप से कनयञा्वत-उन्मेख ु z रिोत्साहन: 5 र्र्षों िी अर्कध िे कलए भञारत मेें कनकमे्वत र्स्तओ ु ं िी र्मृकद्शील रिर्ञाकलयञाँ शञाकमेल हनोंगी। उद्योगनों िे कलए हैं। कबक्री (र्र््व 2019-20 िे आधञार र्र््व पर) पर 4% से 7% िञा रिोत्सञाहन बढ़ञाएँ। z सेक्टर: z खञादी और ग्ञामेोद्योग मेें रियक्त ु रिौद्योकगिी मेें अनसु ंधञान िो रिोत्सञाकहत िरनञा।  मेोबञाइल कर्कनमेञा्वर् और कनकद्वटि इलेक्ट्ॉकनक्स घिि z खञादी यञा ग्ञामेोद्योग कर्िञास मेें लगे संस्थञाननों यञा व्यकक्तयनों िो कर्त्ीय सहञायतञा  कक्रयञात्मेि िञामेञा्वस्यकू ििल्स सञामेग्ी (एपीआई) रिदञान िरनञा, कडजञाइन, रिोिोिञाइप और तिनीिी जञानिञारी िी आपकू त्व िे  कचकित्सञा उपिरर्नों िञा कर्कनमेञा्वर् बञाद मेें 10 और क्ेत्र मेञाध्यमे से मेञाग्वदश्वन रिदञान िरनञा।  दरू संचञार और नेिर्कििं ग उत्पञाद z खञादी कनमेञा्वतञाओ ं और ग्ञामेीर् उद्योगनों मेें लगे व्यकक्तयनों िे बीच सहिञारी  िपड़ञा उत्पञाद रियञासनों िो बढ़ञार्ञा देनञा और रिोत्सञाकहत िरनञा।  िञामेञा्वस्यकू ििल्स और्कधयञाँ z यह सकु नकचित िरने िे कलए कि उत्पञाद इन मेञानिनों िे अनरू ु प हनों, इसिे  खञाद्य उत्पञाद कलए रिञामेञाकर्ितञा सकु नकचित िरनञा और गर्ु र्त्ञा मेञानि स्थञाकपत िरनञा।  इलेक्ट्ॉकनि/रिौद्योकगिी उत्पञाद करॉयर बोडथि  ऑिोमेोबञाइल िॉयर उद्योग अकधकनयमे, 1953 िे तहत स्थञाकपत र्ैधञाकनि कनिञाय है।  एडर्ञांस सेल/रसञायन बैिरी आर्ारभूते संरचना  ऑिो पञाि््वस  उच्च दक्तञा र्ञाले सौर पीर्ी पैनल आप््थथि क बुप्नयादी ढाँचा: ऊजञा्व, पररर्हन और संचञार से जुड़ञा बुकनयञादी ढञाँचञा। सामाप्जक अवसंरचना: कशक्ञा, स्र्ञास्थ्य और आर्ञास से संबंकधत बुकनयञादी  कर्शेर् इस्पञात। ढञाँचञा। राटिट्ीय िविनमा्थण नीिते, 2011 औद्ोिगक गललयारे z मेञाध्यकमेि अर्कध मेें कर्कनमेञा्वर् क्ेत्र िी र्मृकद् िो 12-14% ति बढ़ञानञा। मल्टी-मरॉड्ल पररर्हन सेर्ञाओ ं से बनञा; पररयोजनञाओ ं िो रञाष्ट्ीय औद्योकगि कर्कनमेञा्वर् क्ेत्र िञा लक्षय र्र््व 2022 ति राष्ट्ीय सक्ल घरे्लू उत्पञाद मेें िमे गकलयञारञा कर्िञास और िञायञा्वन्र्यन ट्स्ि (एनआईसीडीआईिी) िे मेञाध्यमे से से िमे 25% योगदञान देनञा है। िञायञा्वकन्र्त कियञा जञाएगञा - जो र्ञाकर््यय और उद्योग मेंत्रञालय िे उद्योग और z वषथि 2022 तक 100 कमेकलयन अप्तररक् नौकररयाँ समृकजत िरनञा; समेञार्ेशी आंतररि व्यञापञार संर्ध्वन कर्भञाग (डीपीआईआईिी) िे तहत एि शीर््व कनिञाय है। कर्िञास सकु नकचित िरने िे कलए ग्ञामेीर् रिर्ञाकसयनों और शहरी गरीबनों िे बीच z प्दल््ली-मुंबई औद्योप्गक गप््लयारा (DMIC), (जा्पान की सहायता): उपयक्त ु िौशल-गिु िे कर्िञास पर जोर कदयञा गयञा है। उत्र रिदेश-हररयञार्ञा-रञाजस्थञान-मेध्य रिदेश-गजु रञात-मेहञारञाष्ट्। z कर्कनमेञा्वर् मेें घरे लू मेल्ू य संर्ध्वन और तिनीिी गहरञाई िो बढ़ञानञा। z चे न्नई-बें ग्लुरु औद्योप्गक गप््लयारा (CBIC), (जञापञान िी सहञायतञा): z भञारतीय कर्कनमेञा्वर् िी र्ैकश्वि रिकतस्पधञा्व िो बढ़ञानञा। तकमेलनञाडु-आध्रं रिदेश-िनञा्विि। z सतत प्वकास पर बल कदयञा गयञा है। z बें ग्लुरु-मुंबई आप््थथि क गप््लयारा (BMEC), (यि ू े िी सहञायतञा): मेहञारञाष्ट्- कर्कनमेञा्वर् क्ेत्र िे कर्िञास िो बढ़ञार्ञा देने िे कलए भञारत सरिञार िी नीकतगत िनञा्विि। पहल [UPSC 2012] z अमृतसर-को्लकाता औद्योप्गक गप््लयारा (AKIC): पज ं ञाब-हररयञार्ञा- z रञाष्ट्ीय कर्कनमेञा्वर् नीकत िे अत ं ग्वत राष्ट्ीय प्नवेश एवं प्वप्नमाथिण क्ेत्र उत्रञाखडं -उत्र रिदेश-कबहञार-झञारखडं -पकचिमे बंगञाल। िी स्थञापनञा। z ्पूवगी तट आप््थथि क गप््लयारा (ECEC), (एकशयञाई कर्िञास बैंि िी सहञायतञा z 'कसंगल कर्ंडो क्लीयरें स' िी सकु र्धञा रिदञान िरनञा। से): पकचिमे बंगञाल-ओकडशञा-आध्रं रिदेश-तकमेलनञाडु। z रिौद्योकगिी अकधग्हर् और कर्िञास िोर् िी स्थञापनञा: यह योजनञा z प्वजाग-चे न्नई औद्योप्गक गप््लयारा (VCIC) देश िञा पहलञा तिीय रञाष्ट्ीय कर्कनमेञा्वर् नीकत िे तहत औद्योप्गक नीप्त और सवं र्थिन प्वभाग आकथ्वि गकलयञारञा है। (डीआईपीपी), र्ञाकर््यय और उद्योग मेत्रं ञालय, भञारत सरिञार द्ञारञा कर्त् पोकर्त है। डेडीके्टेड फ्े्ट कटॉरीडोर (DFC) खादी और ग्ामोद्योग आयोग (KVIC) उच्च गकत और उच्च क्मेतञा र्ञालञा रे लर्े िॉररडोर जो कर्शेर् रूप से मेञाल ढुलञाई एि र्ैधञाकनि कनिञाय िे रूप मेें िञाय्व िरतञा है; र्र््व 1956 मेें "खञादी और िे कलए है। z ्पूवगी डेडीके टे ड फ्े ट करॉरीडोर (EDFC) ग्ञामेोद्योग आयोग अकधकनयमे, 1956" िे तहत स्थञाकपत कियञा गयञा। के वीआईसी के कायथि : (KVIC)  सकम्मेकलत किए गए रञा्यय: पंजञाब, हररयञार्ञा, उत्र रिदेश, कबहञार, झञारखड ं z खञादी और ग्ञामेोद्योग मेें िञाय्वरत यञा रोजगञार चञाहने र्ञालनों िे कलए रिकशक्र् और पकचिमे बंगञाल कायथिक्मों की योजना बनाना और आयोजन िरनञा।  रिमेखु अनदु ञान: कर्श्व बैंि z िच्चे मेञाल और औजञारनों िञा भड ं ञार बनञानञा, उन्हें खञादी यञा ग्ञामेोद्योग उत्पञादन z वेस्टनथि डेप्डके टे ड फ्े ट करॉररडोर (WDFC) मेें शञाकमेल व्यकक्तयनों िो आपकू त्व िरनञा।  सकम्मेकलत किए गए रञा्यय: हररयञार्ञा, रञाजस्थञान, गज ु रञात, मेहञारञाष्ट् और z खञादी, ग्ञामेोद्योग उत्पञादनों और हस्तकशल्प िी कबक्री और कर्पर्न िो बढ़ञार्ञा उत्र रिदेश। देनञा।  रिमेख ु अनदु ञान: जञापञान अतं ररञाष्ट्ीय सहयोग एजेंसी। उच्च गकत और उच्च क्मेतञा र्ञालञा रे लर्े िॉररडोर जो कर्शेर् रूप से मेञाल ढुलञाई z मेञानर् अकधिञारनों िी सञार््वभौमे घोर्र्ञा िे अनच्ु छे द 27 मेें उकल्लकखत। िे कलए है। z सब ं ंप्र्त सप्ं र्याँ सागरमाला  औद्योकगि संपकत् िी सरु क्ञा िे कलए पेररस िन्र्ेंशन (1883)। भञारत िी 7,500 किलोमेीिर लंबी तिरे खञा पर "बंदरगञाह आधञाररत कर्िञास"  सञाकहकत्यि और िलञात्मेि िञायषों िे संरक्र् िे कलए बन्व िन्र्ेंशन (1886)। िो बढ़ञार्ञा देनञा। दोननों संकधयञाँ कर्श्व बौकद्ि संपदञा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) द्ञारञा रिशञाकसत हैं z नोड्ल मंत्ा्लय: कें द्ीय जहाजरानी मंत्ा्लय z रिभाग z कायाथि न्वयन एजें सी (रञा्यय): रञा्यय-सरिञारें रञा्यय सञागरमेञालञा सकमेकतयनों िी  िॉपीरञाइि और िॉपीरञाइि से संबंकधत अकधिञार: सञाकहकत्यि और स्थञापनञा िरें गी, कजनिी अध्यक्तञा मेख्ु यमेत्रं ी यञा बंदरगञाहनों िे रिभञारी मेत्रं ी िरें गे। िलञात्मेि िञायषों (जैसे कितञाबें और अन्य लेख, संगीत रचनञाए,ं पेंकिंग, z कें द्ीय स्तर: कर्कभन्न पररयोजनञाओ ं िे कलए कर्कभन्न कर्शेर् रियोजन र्ञाहननों मेकू त्विलञा, िंप्यिू र रिोग्ञामे और किल्मेें) िे लेखिनों िे अकधिञार िॉपीरञाइि (एसपीर्ी) िी स्थञापनञा मेें सहञायतञा िे कलए इकक्र्िी सहञायतञा रिदञान िरने िे द्ञारञा लेखि िी मेमृत्यु न्यनू तमे 50 र्र्षों िी अर्कध िे कलए संरकक्त हैं। कलए सञागरमेञालञा डेर्लपमेेंि िंपनी (एसडीसी) िी स्थञापनञा िी जञाएगी।  औद्योकगि संपकत्: ट्ेडमेञाि्व और भौगोकलि संिेत। औद्योकगि कडजञाइन और व्यञापञार संबंधी गोपनीय जञानिञारी। भारतेमाला पद्रयोजना z राष्ट्ीय आई्पीआर नीप्त, 2016 सड़ि पररर्हन और रञाजमेञाग्व मेंत्रञालय द्ञारञा रञाजमेञाग्व क्ेत्र िे कलए अम्ब्ेलञा िञाय्वक्रमे  औद्योकगि नीकत एर्ं संर्ध्वन कर्भञाग (डीआईपीपी), र्ञाकर््यय मेत्र ं ञालय, िी पररिल्पनञा िी गई है। आप््थथि क गप््लयारे , ग्ीनफील्ड ्पररयोजनाएँ और भञारत मेें आईपीआर िे िञायञा्वन्र्यन िे समेन्र्य, मेञाग्वदश्वन और कनगरञानी रिाउनफील्ड ्पररयोजनाएँ शरू ु िी जञाएंगी। िे कलए नोडल कर्भञाग है। राटिट्ीय अवसंरचना पाइपलाइन (NIP)  रञाष्ट्ीय आईपीआर नीकत िे िञायञा्वन्र्यन िे कलए डीआई्पी्पी िे तहत बुकनयञादी ढञाँचञा पररयोजनञाओ ं पर जञानिञारी चञाहने र्ञाले सभी कहतधञारिनों िे कलए 'आई्पीआर सवं र्थिन सेल और रिबंर्न (सीआई्पीएएम)' िी स्थञापनञा र्न-स्िॉप समेञाधञान; इसमेें आकथ्वि और सञामेञाकजि बुकनयञादी ढञाँचञा पररयोजनञाएँ िी गई। शञाकमेल हैं; इसमेें 2024-25 ति बुकनयञादी ढञाँचञा पररयोजनञाओ ं पर 102 ्लाख z अप्नवायथि ्लाइसेंप्सग ं : जब िोई सरिञार पेिेंि मेञाकलि िी सहमेकत िे करोड़ से अकधि कनर्ेश िरने िी योजनञा िी रूपरे खञा दी गई है, कजसमेें िें द्, कबनञा किसी और िो पेिेंि उत्पञाद यञा रिकक्रयञा िञा उत्पञादन िरने िी अनमेु कत रञा्ययनों और कनजी क्ेत्र िो पँजू ीगत व्यय िो 39:39:22 फरॉमथिू्ले मेें सञाझञा िरनञा देती है यञा पेिेंि-संरकक्त आकर्ष्िञार िञा उपयोग िरने िी योजनञा बनञाती है। होगञा। z ्पे टेंट: जब कनमेञा्वतञा रॉयल्िी बनञाए रखने िे कलए अपने पेिेंि िञा जीर्निञाल अतनु चक्वतगी सप्मप्त ने राष्ट्ीय अवसंरचना ्पाइ्प्लाइन ्पर अ्पनी बढ़ञाते हैं, तो यञा तो नए पेिेंि कनिञालिर यञा खरीदिर, यञा रिकतस्पकध्वयनों रर्पोटथि रिस्तुत की। िो कनरञाश िरिे , िञाननू िे तहत सञामेञान्य रूप से अकधि समेय िे कलए राटिट्ीय लटॉलजज्स््टक्स दक्तेा और उन्निते पूवा्थनुमान और अनमेु कत देते हैं। सुरक्ा अिर्िनयम z ग््लोब्ल इनोवेशन इड ं ेक्स: WIPO उद्ेश्य: लॉकजकस्िि लञागत िो सिल घरे लू उत्पञाद (जीडीपी) िे र्त्वमेञान 14% z सब ं ंप्र्त समझौते से घिञािर जीडीपी िे 10% से िमे िरनञा; लॉकजकस्िक्स सेर्ञाओ ं िो आधकु नि  अच्छा समझौता: अि ं नों िे पंजीिरर् िे रियोजननों िे कलए र्स्तओ ु ं और औपचञाररि बनञानञा तथञा क्ेत्र मेें कडकजिलीिरर् िो बढ़ञार्ञा देनञा। और सेर्ञाओ ं िञा अतं ररञाष्ट्ीय र्गगीिरर् बौिद्क संपदा अिर्कार  प्वयना समझौता व्यकक्तयनों िो उनिे मेन िी िमृ कतयनों - आकर्ष्िञारनों, सञाकहकत्यि और िलञात्मेि  ्लोकानपो समझौता: औद्योकगि कडजञाइननों िे कलए एि अत ं ररञाष्ट्ीय िञायषों, और रितीिनों, नञामेनों आकद पर अकधिञार कदए गए हैं। र्गगीिरर् िी स्थञापनञा। सकथिु ्लर इकोनरॉमी: इसमेें ऐसे बञाज़ञार शञाकमेल हैं जो उत्पञादनों िो ख़त्मे िरने और किर नए संसञाधन कनिञालने िे बजञाय उनिञा पुन: उपयोग िरने िे कलए रिोत्सञाहन देते हैं; भञारत मेें रञाष्ट्ीय उत्पञादितञा पररर्द (र्ञाकर््यय एर्ं उद्योग मेंत्रञालय िे अधीन स्र्ञायत् संगठन) इस संबंध मेें िदमे उठञा रही है। वाप्शंगटन सवथिसम्मप्त: आकथ्वि संिि िञा सञामेनञा िरने र्ञाले कर्िञासशील देशनों िे कलए अंतररञाष्ट्ीय मेद्ु ञा िोर्, कर्श्व बैंि और अमेेररिी रञाजिोर् द्ञारञा बनञाए गए नर्-उदञारर्ञादी आकथ्वि नुस्खनों िञा एि समेहू है। चौ्थी औद्योप्गक क्ांप्त: इसमेें रोबोकिक्स, िमृ कत्रमे बुकद्मेत्ञा, क्र्ञांिमे िंप्यूकिंग, जैर् रिौद्योकगिी, इिं रनेि ऑि कथंग्स (IoT), 3D करिंकिंग आकद जैसी उभरती हुई रिौद्योकगकियञाँ शञाकमेल हैं। यह भौकति, कडकजिल और जैकर्ि क्ेत्रनों िञा कर्लय िरती है। रर्पोटटों z वैप्श्वक बौप्द्धक स्प ं दा सच ू कांक, 2020: ग्लोबल इनोर्ेशन पॉकलसी सेंिर यञा यएू स चैंबस्व ऑि िॉमेस्व िञा जीआईपीसी। z औद्योप्गक प्वकास रर्पोटथि : संयक्त ु रञाष्ट् औद्योकगि कर्िञास संगठन (UNIDO)। z प्वश्व बौप्द्धक स्प ं दा रर्पोटथि : कर्श्व बौकद्ि संपदञा संगठन (डब्ल्यआ ू ईपीओ) z यात्ा और ्पयथि टन रिप्तस््पर्ाथि त्मकता सच ू कांक: कर्श्व आकथ्वि मेचं (डब्ल्यईू एि)

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